उपसंचालक मत्स्य विभाग के कार्यालय को बालाघाट मछुआ समिति के पदाधिकारियो ने घेरकर भटेरा पंचायत के आमा तालाब के विवाद के निराकरण की मांग की। उनके द्वारा बताया जा रहा है कि उन्हें भले ही मत्स्य विभाग द्वारा पट्टे जारी कर दिए गए हैं किंतु भटेरा सरपंच द्वारा उन पट्टो को ना मानते हुए अपने कुछ लोगों के साथ मिलकर मछली मारने का कार्य खुद ही कर रहे हैं वह पुलिस और प्रशासन के कोई भी नियम को नही मान रहे है और अपनी मनमानी कर रहे हैं जिस पर बालाघाट मछुआ समिति चाहती है कि उक्त विवाद का निराकरण कर उन्हें मछली मारने का अधिकार दिया जाए
16 अगस्त के दोपहर 2:00 बजे मछुआ समिति के पदाधिकारियों द्वारा अपनी जायज मांग को लेकर कोतवाली स्थित मत्स्य विभाग के कार्यालय का घेराव कर दिया उनका कहना था कि जब तक आमा तालाब के विवाद को क्यों प्रशासन द्वारा खत्म नहीं किया जा रहा है जबकि प्रशासन द्वारा उन्हें पट्टे जारी कर 2026 तक मत्स्य पालन के लिए दिया गया है किंतु उन नियमों को क्यों माना नहीं जा रहा है एवं पुलिस द्वारा भी इस विषय पर उनके द्वारा शिकायत करने पर आज तक किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है जबकि भटेरा सरपंच भौरसिंह मोहारे, द्वारा उन्हें तालाब में मत्स्य पालन नहीं करने दिया जा रहा है एवं सामाजिक तत्वों के साथ वह स्वयं तालाब में मछली मारने का कार्य कर रहे हैं जिससे उन्हें काफी नुकसान भी उठाना पड़ रहा है यदि ऐसा ही रहा तो उनके द्वारा जो राशि लेकर जो मछली का बीज तालाब में डाला गया है उससे उन्हें भारी नुकसान का सामना करना पड़ेगा