लांजी तहसील के लफरा ग्राम में एक परिवार पर उस वक्त आफत का पहाड़ टूट गया। जब बारिश से नम हुई मकान की दीवार सहित छत अचानक से धराशाही हो गई।जिसके मलमे में मासूम बच्चों सहित 9 लोग दब गया।हालांकि गनीमत रही कि मलमे में दबे सभी लोगो को सहकुशल बाहर निकाल लिया गया।और इस घटना में किसी की जान का कोई नुकसान नही हुआ ।इस तरह वहां बड़ा हादसा टल गया। बताया जा रहा है कि कुछ दिन पूर्व हुई लगातार बारिश के चलते 85 वर्ष के बुजुर्ग कुंजल पिता बुद्धन दांदरे के मकान की दीवार नमी से दीवार सहित छत गिर गई, जिसके मलबे में परिवार के बच्चे सहित नौ लोग दब गए। इस दौरान मकान के अंदर चीख-पुकार मच गई। जहां इस हादसे में घायल परिवार के सभी सदस्यों को उपचार के लिए लांजी के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घायलों में इनका शमावेश
मकान की दीवार सहित छत गिरने पर उसके मलमे के नीचे दबकर उक्त परिवार के नौ लोग घायल हो गए ।घायलों में मनोती दांदरे उम्र 58, ज्योतेस्वरी दांदरे, ज्योति दांदरे, आंचल दांदरे 13, वर्ष, चाहत दांदरे 3 महा, काजल मातरे, बादल मातरे, अनायत दांदरे, इन सभी परिवारों को छोटे आई किसी को सर में किसी को हाथ में किसी को पैरो में किसी को कमर में किसी को पीठ में चोट आई है।सभी घायलो का उपचार लांजी सिविल अस्पताल में किया जा रहा है।
पडोसी ने बचाई जान- झाड़ू लाल
लफरा निवासी झाड़ू लाल दानदरे ने बताया कि उसका मकान ग्राम पंचायत लफरा में है, जो कच्चा मकान है। वह पिछले काफी समय से इसी मकान में परिवार सहित रह रहा है। तीन दिन से लगातार बारिश के चलते मकान में भी दरारें आने लगी हैं। उसने बताया कि शुक्रवार की रात को घर के सभी सदस्य खाना खाकर सो रहे थे तभी अचानक मकान की दीवार सहित छत टूटकर गिर गई और बेड पर सो रहे बच्चे सहित पूरा परिवार अंदर ही दब गए। वहीं, चीख-पुकार सुनकर बाहर छप्पर में सो रही ज्योति दानदरे ने दौड़कर आसपास के पड़ोसियों को बुलाया। तब आसपास के पड़ोसी तुरंत दौड़कर गिरे हुए मकान से मलमा को हटाकर परिवार के सभी लोगों को बाहर निकल गया तथा तुरंत 108 को बुलाकर सिविल अस्पताल लांजी लाया गया जहां उन्हें भर्ती कर उन परिवारों का उपचार किया जा रहा है।
ग्रहस्ती का समान खराब हो चुका है- मनौती दानदरे
वही परिवार की बुजुर्ग महिला मनौती दानदरे उम्र 58 साल ने बताया कि हमारे घर में जब मकान आधी रात को गिरा तब नौ लोग अंदर मकान में ही सोए हुए थे जिसमें कुछ बच्चे भी थे हम रोज की तरह खाना खाकर 9 बजे अपने अपने बिस्तर पर जाकर सो गए थे तभी लगभग 11और 12 बजे के बीच में अचानक आवाज आई और हम अंदर ही बिस्तर पर ही गिरे हुए मकान के मलबे में दबे हुए थे फिर आसपास के पड़ोसियों ने हमें निकला पीड़ित ने बताया कि छत गिरने से मकान में रखा गेंहू , चावल व अन्य खाने की सामग्री और पहनने के कपड़े सहित घर गृहस्ती का अन्य सामग्री वह किसी कार्य के भी सामग्री पूरी तरह से खराब हो चुकी है। बताया गया कि करीब 50 हजार रुपये का नुकसान हुआ है।