बालाघाट जिले में नक्सली उन्मूलन में लगे सीआरपीएफ के जवानों के साथ बालाघाट गोंदिया रोड पर आधा दर्जन लोंगो ने हमला करते हु उन्हें हाथ बुक्के और राड से मारपीट कर दिए। 9 अक्टूबर को यह घटना गोंदिया रोड स्थित गांधी स्टील दुकान के सामने उस समय हुई जब इस दुकान के पास सीआरपीएफ के जवानों ने अपना बोलेरो वाहन खड़ा कर दिए थे और वही स्थित एक हार्डवेयर की दुकान में सामान खरीदने चले गए थे। वाहन हटाने को लेकर विवाद हो गया। इन लोगों द्वारा की गई मारपीट में दो जवान घायल हो गए। घायल जवान संजय सिंह भदोरिया और अजय तोमर का इलाज कोतवाली पुलिस ने जिला अस्पताल में करवाया वहीं उनके द्वारा की गई रिपोर्ट पर आयुष गांधी जितेंद्र गांधी यश गांधी और राकेश गांधी के विरुद्ध अपराध दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू की गई है। दोनों जवान 123 बटालियन सीआरपीएफ कैंप भरवेली में पदस्थ है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार संजयसिह भदोरिया सीआरपीएफ हवलदार के पद पर पदस्थ है। 9 अक्टूबर को संजय सिंह भदोरिया 123 बटालियन सीआरपीएफ कैंप भरवेली से अपने स्टाफ के सहायक उपरीक्षक सुनील सिंह धाकरे और सिपाही अजय तोमर के साथ प्राइवेट वाहन बोलेरो से नक्सली सेल बालाघाट में जरूरी डाक जमा करने जा रहे थे। कैंप में होने वाले मरम्मत कार्य के लिए आवश्यक सामग्री की पूछताछ के लिए रास्ते में संतोषी टाइल्स की दुकान के सामने डिवाइडर के दूसरी तरफ अपनी बुलेरो गाड़ी रोड के बाई तरफ खड़ी करके संतोषी टाइल्स की दुकान में गया था। तभी जिस स्थान पर उन्होंने अपनी बुलेरो खड़ी की थी, वहीं से एक व्यक्ति हार्डवेयर की दुकान में आया और बोला संजय सिंह भदोरिया से बोला कि अपनी गाड़ी आगे कर लो हमारे गोदाम के सामने गाड़ी खड़ी होने के कारण हमारा सामान गोदाम में नहीं जा पा रहा है। जिस पर संजय सिंह भदोरिया ने अपने साथी अजय तोमर को गाड़ी की चाबी देकर गाड़ी हटाने के लिए भेजा था। जहां गाड़ी खड़ी की गई थी। वहां पर तीन-चार लोग अजय तोमर से बदतमीजी करते हुए बोले की आप लोग कहीं भी गाड़ी लगा देते हो, अजय तोमर ने उन्हें बोला कि हम सीआरपीएफ केशासकीय कर्मचारी है ।बालाघाटशासकीय काम से आए हैं। वैसे भी गाड़ी रोड के किनारे साइड में खड़ी की गई है। आपकी दुकान या गोदाम का रास्ता यहां से जाता है इसकी जानकारी हमें नहीं है। तभी वे लोग आवेश में आकर अजय तोमर को गालियां देने लगे बोले कि पूरा बालाघाट जानता है कि यह जगह गांधी स्टील की है यहां कोई भी हमारे अनुमति के बिना गाड़ी खड़ी नहीं कर सकता। तुम्हारे सरकारी काम के चक्कर में हम अपना धंधा नहीं रोक सकते। अजय तोमर के द्वारा दुकान के सामने बोर्ड या नो पार्किंग ना लिखा होने के बात पर वे लोग आवेश में आ गए और उनमें से एक व्यक्ति ने अजय तोमर का कॉलर पकड़ लिया उसके साथ मारपीट करने लगे।अजय तोमर के साथ मारपीट करते देख संजय सिंह भदोरिया और सुनील सिंह हार्डवेयर की दुकान से दौड़ कर आए तभी यह लोग अपने हाथ में पत्थर सरिया की राड लेकर आ गए और संजय सिंह भदोरिया सुनील सिंह को मारपीट करने के लिए आमद होने लगे। एक व्यक्ति ने संजय सिंह भदोरिया को हाथबुक्को से मारा, हाथ में पहने कड़े से सिर में सिर में मारने से संजय सिंह के सिर में फट गया जो वहीं पर गिर गए थे। इन लोगों ने अजय तोमर को मारपीट किए चेहरे को नाखून से खरोच दिए और झूमाझपटी के दौरान अजय तोमर के गले की सोने की चेन वहीं गिर गई। सीआरपीएफ के जवानों के साथ मारपीट होते देखा वहां के लोग दौड़े और बीच बचाव किये। बीच बचाव करने वाले लोगों ने मारपीट करने वाले लोगों का नाम गांधी स्टील दुकान के ही आयुष गांधी जितेंद्र गांधी, यश गांधी और राकेश गांधी होना बताये। आयुष गांधी ने संजय सिंह भदोरिया के सर में कड़े से वार किया था।इस घटना की सूचना मिलती है कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची।जिन्होंने दोनों घायल जवान संजय सिंह भदौरिया और अजय तोमर को कोतवाली लाकर उनका इलाज और मुलाहिजा जिला अस्पताल में करवाया कोतवाली पुलिस ने संजय सिंह भदोरिया द्वारा की गई रिपोर्ट पर आयुष गांधी, जितेंद्र गांधी, यश गांधी और राकेश गांधी के विरुद्ध धारा 294 353 332 34 भादवि के तहत अपराध दर्ज किया गया है ।
आगे जांच कोतवाली पुलिस द्वारा की जा रही है।
सीआरपीएफ के जवान शासकीय कार्य से आए थे, उनके साथ मारपीट की गई- नगर निरीक्षक प्रकाश वास्कले
नगर निरीक्षक प्रकाश वास्कले ने दूरभाष पर पद्मेश न्यूज़ को बताएं कि सीआरपीएफ के जवानों के साथ मारपीट की गई है जो शासकीय कार्य से बालाघाट आए हुए थे। मारपीट में दो जवान घायल हो गए। उनके द्वारा की गई रिपोर्ट पर शासकीय कर्मचारी को शासकीय कार्य के दौरान मारपीट और कार्य बाधा पहुंचाने के आरोप में आयुष गांधी जितेंद्र गांधी यश गांधी और राकेश गांधी के विरुद्ध प्रकरण पंजीबद किया गया है