लगातार मधुमख्यिो का आतंक बढ़ते जा रहा है। आये दिन मधुमख्यिो के द्वारा किसान हो या आमजनमानस किसी पर भी यह मधुमख्यिा हमला कर रही है। इसके पूर्व भी मधुमख्यी के हमले से मदनपुर निवासी एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है। इसी तरह की घटना ३० अक्टूबर को उस समय हुई जब एक ५६ वर्षीय किसान सरसो खरीदकर अपनी मोटर साईकिल से अपने घर की और जा रहा था तभी सिकन्द्रा थानेगॉव मार्ग से जाने के दौरान मधुमख्यिो ने उन पर हमला कर दिया। घायल व्यक्ति का नाम लिखेन्द्र पटले है जो मेहदुली का निवासी है। जिन्हे परिजनो ने उचित उपचार के लिये शासकीय सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उनका उपचार चल रहा है। फिलहाल उनकी हालत खतरे से बाहर है।
सिकन्द्रा थानेगॉव मार्ग की है घटना – लिखेन्द्र पटले
५६ वर्षीय किसान लिखेन्द्र पटले ने पद्मेश को बताया कि वे ३० अक्टूबर की दोपहर करीब १२ और १ के बीच वारासिवनी सरसो खरीदने आये थे। इस दौरान उन्होने सरसो खरीदी और चुनावी माहौल को देखते हुये सीधे अपने ग्राम की और रवाना हो गये। इस दौरान वे अकेले ही अपनी मोटर साईकिल मे थे। जब वे सिकन्द्रा थानेगॉव मार्ग के बीचो बीच मे थे तभी उन पर मधुमख्यिो ने हमला कर दिया। उन्होने अपनी मोटर साईकिल रोकी और उन्हे भगाने का प्रयास किया। मगर जब तक वे उन बड़े साईज की मधुमख्यिो को भगाते तब तक उन्होने उनके सिर, गले व हाथ पैर मे काट लिया था। वे जैसे तैसे हमने घर पहुॅचे। इस दौरान उनके शरीर मे काफी जलन हो रही थी जिसको देखते हुये परिवार वालो ने उन्हे तत्काल सिविल अस्पताल मे उपचार के लिये लेकर आये। अभी भी जिन जिन स्थानो पर मधुमख्यिो ने काटा है उन स्थानो पर उन्हे काफी जलन हो रही है। फिलहाल शरीर को थोड़ी बहुत राहत जरूर है।
मधुमख्यिो द्वारा काटने की बढ़ रही घटना
यहा यह बताना लाजमी है कि लगातार जगह जगह मधुमख्यिो के छत्ते बने हुये है। ग्रामीण क्षेत्र हो या नगरीय क्षेत्र आपको यह छत्ते आसानी से दिखाई दे सकते है। मधुमक्ख्यिो के काटने के दौरान वे जिस स्थान पर काटती है उस स्थान पर अपना डंक छोड़ देती है। ऐसी स्थिति मे पीडि़त के शरीर मे गहरी जलन होती है। अगर पीडि़त को समय पर उपचार नही मिला तो उसकी मौत भी हो सकती है।