रोजगार और व्यवसाय दोनों के लिए आने वाला समय सिर्फ डिजिटल विपणन का होने वाला है। आजकल हर हाथ में फोन है, इससे हर व्यवसाय की आनलाइन विपणन हो गई है। इंदौर में करीब 28 लाख फेसबुक और इंस्टाग्राम खाते हैं। इससे ज्यादा कंपनियां आनलाइन ही विपणन करने लगी हैं। इस क्षेत्र में युवाओं के लिए अपार संभावनाएं हैं। कंपनियों के अलावा नेता, अभिनेता, इंफ्लुएंसर आदि प्रसिद्धि और व्यवसाय बढ़ाने के लिए डिजिटल विपणन का सहारा लेते हैं।
ये जानकारियां हेलो नईदुनिया कार्यक्रम में पाठकों के प्रश्नों का उत्तर देते हुए डिजिटल विपणन सलाहकार क्षितिज ठोसर ने दीं। हेलो नईदुनिया कार्यक्रम में प्रकट की गई जिज्ञासा का समाधान करते हुए क्षितिज ने बताया कि युवाओं को डिजिटल विपणन आनलाइन सीख सकते हैं। यूट्यू्ब पर सीखने के लिए चैनल की पड़ताल कर लें। उस चैनल का फेसबुक, इंस्टाग्राम, गूगल आदि प्लेटफार्म की पूरी प्ले लिस्ट बनी हो।
संयम जरूरीडिजिटल विपणन सीखते समय युवाओं को धैर्य रखना चाहिए। डिजिटल विपणन को लेकर युवाओं में गलतफहमी होती है कि सोशल मीडिया हैंडल, ग्राफिक्स डिजाइनर, वीडियो एडिटिंग, एमएस एक्सल, एसईओ आदि सीख लेना ही डिजिटल विपणन है, जबकि ये सब केवल टूल्स हैं।इन्हें सीखने के बाद असल डिजिटल विपणन लोगों को प्रभावित करना, सोशल मीडिया कैंपेन चलाकर ब्रांड को आकर्षक बनाना आदि नए-नए तरीके खोजकर कंपनी को फायदा पहुंचाना होता है। यह कोर्स सीखने के अलावा लोगों को अच्छी अंग्रेजी भाषा सीखने पर भी काम करना होगा, क्योंकि आनलाइन ज्यादातर काम अंग्रेजी भाषा में ही आता है।