बालाघाट कोतवाली पुलिस ने रेलवे स्टेशन रोड समीप स्थित व्यवसाय रमेश भाई टाक के मकान में
फुलवंता बाई पति गुलाकी सुलाखे 50 वर्ष और उसकी मां चंद्रवंती पति सकरया लिल्हारे 80 वर्ष की हत्या करने के आरोप में अज्ञात आरोपी के विरुद्ध हत्या का अपराध दर्ज कर लिया। वही कोतवाली पुलिस ने 2 नवम्बर को फुलवंता बाई के पति , बेटा और दोनों बेटी के आने के बाद फुलवंता बाई और उसकी मां चन्दवंती की लाश पोस्टमार्टम करवा कर उनके परिजनों को सौंप दिया। 1 नवंबर को दिनदहाड़े रमेश भाई तक के बाड़े से लगे एक मकान में अज्ञात लोगों ने दोनों मां बेटी की सर में भारी हथियार से मार कर हत्या कर दी थी। लेकिन दोनों मां बेटी की हत्या किस वजह से की गई अभी पूर्ण रूप से स्पष्ट नहीं हो पाया है। पुलिस टीम सभी पहलुओं को लेकर जांच में जूठी हुई है।
फुलवंता बाई तीन बहन और एक भाई है
और ससुराल पक्ष से एक जेठ और देवर है
पारिवारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार फुलवंता बाई मूल रूप से ग्राम नेतरा थाना ग्रामीण की रहने वाली है और जिसके परिवार में माँ चन्दवंती लिल्हारे और वे तीन बहन और एक भाई। गणेश लाल लिल्हारे 63 वर्ष बड़ा भाई है जो ग्राम नेतरा में अपने परिवार के साथ रहते है। गिलास बाई पति राम चरण लिल्हारे 58 वर्ष ग्राम नेतरा रहती है जबकि उर्मिला बाई स्वर्गीय अन्नू दमाहे 52 वर्ष ग्राम समनापुर में रहती है। फुलवंता बाई परिवार में छोटी थी और वह बचपन से ही रमेश भाई टाक के रेलवे स्टेशन रोड स्थित घर में घरेलू काम करती थी । फुलवंता बाई की शादी गुलाकी सुलाखे ग्राम भटेरा निवासी के साथ हुई थी। शादी में होने वाले खर्च व्यवसाय रमेश भाई टाक ने हीं वहन किया था। उस समय गुलाकी सुलाखे बालाघाट नगर में रिक्शा चलाता था और फूलवंता बाई , रमेश भाई टाक के घर घरेलू काम करती थी। शादी के बाद दोनों पति-पत्नी रमेश भाई के ही मकान से लगे कमरे में रहने लगे थे ।यह भी बताया गया है कि भटेरा निवासी गुलाकी सुलाखे तीन भाई है जिनमें में बड़ा भाई चुन्नीलाल सुलाखे है। छोटा भाई बृजेश सुलाखे है। जिसकी बालाघाट नगर भटेरा रोड पर दुकान है मंझला गुलाकी सुलाखे है। बताया गया है कि तीनों भाइयों के बीच में जमीन ज्यादा को लेकर कोई विवाद नहीं था ।शादी के बाद गुलाकी सुलाखे किसी कार्यक्रम में ही भटेरा आता था। करीब 40 साल से फुलवंता बाई, रमेश भाई टाक के घर घरेलू काम कर रही थी और रमेश भाई टॉक के अपने परिवार के साथ नागपुर जाने के बाद वह उसके घर की केयरटेकर के रूप में देख-रेख करती थी इस दौरान फुलवंता बाई ने तीन बच्चों को जन्म दिया और तीनों बच्चों की अच्छी परवरिश की बड़ी बेटी संगीता का विवाह जगदीश बनोटे ग्राम आमगांव निवासी के साथ हुआ है और वह अपने पति के साथ भोपाल में रहती है। बेटा राजेश सलाखे का विवाह पिछले वर्ष ही हुआ है जिसकी पत्नी दतिया में नर्स है और वह अपनी पत्नी के साथ दतिया में ही रहता है ।फुलवंता की छोटी बेटी ज्योति सुलाखे रेलवे में है और वह सोलापुर गुलबर्ग कर्नाटक में नौकरी करती है जिसके साथ वर्तमान में उसका पिता गुलाकी सुलाखे रहता है।बताया गया है कि फुलवंता की शादी के कुछ साल बाद से उसकी मां चंद्रावती लिल्हारे साथ में रहने लगी थी।
किसी के साथ कोई रंजिश, कोई विवाद नहीं तो फिर हत्या किसने की
यह भी बताया जा रहा है कि फुलवंता बाई व्यवहार कुशल महिला थी। मोहल्ले पड़ोस में भी अच्छी खासी मेलजोल थी। उसके मायका पक्ष के भाई-बहन सब खेती मजदूरी करते हैं जिनसे कोई पारिवारिक, जमीन जायजाद को लेकर कोई विवाद नहीं था और ससुराल पक्ष के देवर जेठ से भी कोई विवाद नहीं था। फुलवंता के पति गुलाकी सुलाखे की ग्राम भटेरा में कोई जमीन से जायजाद नहीं।फुलवंता बाई ने अपने मायके नेतरा में एक मकान बनाई थी। फुलवंताऔर उसके पति गुलाकी सुलाखे का किसी अन्य लोंगो के साथ कोई विवाद नही था और किसी के साथ कोई रंजिश भी नही थी तो फिर फुलवंता बाई और उसकी माँ चन्दवंती लिल्हारे की हत्या किसने की ?। बताया जा रहा है कि कुछ दिन पूर्व रमेश भाई टॉक के घर से फूलवंता बाई और उसकी मां चंद्रावती को चार दिन के लिए घर छोड़ने कहा गया था और दोनों मां बेटी समनापुर आ गई थी उसके बाद रमेश भाई टॉक के घर में कोई पूजन कार्यक्रम किया गया था और उसके दो दिन बाद ही दोनों मां बेटी को वापस बुला लिया गया था प्रश्न यह उठता है कि फुलवंता बाई 40 साल से मकान में रहकर इस मकान की देखरेख कर रही थी और घनिष्ठता बन गई थी। तो फिर दोनों मां बेटी को 4 दिन के लिए बाहर जाने के लिए क्यों कहा गया उनकी उपस्थिति में भी पूजन कार्यक्रम हो सकता था। दोनों मां बेटी की जिस तरह से हत्या की गई संभवत हत्यारे उनके परिचित है घर के अंदर बेडरूम में साड़ी में लगे मोतिया बिखरे पाए गए। संभवत वहां पर छीनाझपटी हुई होगी। और दोनों मां बेटी को पुराने किचन में लाकर उनके सिर पर ठोस वस्तु से प्रहार कर दोनों मां बेटी की हत्या कर दी गई। क्या कोई परिचित ने ही इस वारदात को अंजाम दिया। या फिर दोनों मां बेटी को घर से निकालने के लिए एक साजिश के तहत हत्या कर दी गई। बहरहाल कोतवाली पुलिस ने दोनों मां बेटी की हत्या करने के आरोप में अज्ञात आरोपी के विरुद्ध धारा 302 भादवि के तहत अपराध दर्ज कर लिया है । 2 नवंबर को भी पुलिस टीम ने रमेश भाई टॉक के निवास में जाकर जांच पड़ताल की है। पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ के निर्देशन में इस मामले की जांच की जा रही है।