जिला मुख्यालय सहित तहसील व अन्य ग्रामीण अंचलों में पिछले 4 दिनों से जारी छठ पर्व का पर्व सोमवार को उगते सूरज को अर्ध्य देकर संपन्न किया गया। जहां इस पर्व पर आयोजित विशेष पूजा व पर्व को मनाने के लिए बड़ी संख्या में लोग नगर के वैनगंगा नदी और मोती गार्डन में पहुंचे। जहां उन्होंने छठ माई की विशेष पूजा अर्चना कर उठाते हुए सूरज को अर्ध्य देकर सुख समृद्धि व संपन्नता के लिए मंगल कामनाएं की। इस तरह पिछले 4 दिनों से जारी छठ के पर्व का समापन किया गया।बताया जा रहा है आज सोमवार को नदी व जलाशयों के किनारे भक्त छट पर्व पर आयोजित विशेष पूजन में शामिल होने के लिए भोर सुबहा से पहुचने लगे थे।जो अपने साथ तरह तरह फल व सामग्री, आदि लेकर पहुंचे और विधि-विधान के साथ उगते सूर्य को अर्घ्य देकर परिवार में सुख-शांति और संपन्नता की कामना की।
सुख समृद्धि के लिए रखा था 36 घंटे का निर्जला व्रत,
आपको बताए कि खासकर बिहार और उत्तरप्रदेश में मनाए जाने वाले इस चार दिवसीय छठ पर्व की शुरुआत 17 नवंबर से हुई थी।आज सोमवार को भक्त उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के बाद छठ पूजा संपन्न हुई। सोमवार को बड़ी संख्या में महिलाओं ने मोती गार्डन, वैनगंगा नदी के तट पर सूर्य को संध्या अर्घ्य दिया और परिवार में सुख-शांति की प्रार्थना की।बताया गया कि इस पर्व में 36 घंटे निर्जला व्रत रख सूर्य देव और छठी मैया की पूजा की गई है और उन्हें अर्ध्य दिया गया है। मान्यता है छठ पूजा करने से हर मनोकामना पूर्ण होती है। खासकर इस व्रत को संतानों के लिए रखा जाता है। परिवार की सुख समृद्धि और संतान की खुशहाली के लिए पूजा की जाती है। इसी प्रकार नगर के मोती गार्डन में भी महिलाओ द्वारा पूरे आस्था भाव के साथ छठ पर्व को मनाया । जहां उगते हुए सूरज को अर्ध्य देने के बाद छठ पूजा का समापन किया गया।