गुरुवार को ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के बीच खेले गए वर्ल्ड कप मैच में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने बड़ी ही आसानी से श्रीलंका को हरा दिया। श्रीलंका की टीम ने 6 विकेट के नुकसान पर 154 रन का टारगेट दिया, और जिसे लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलियाई टीम ने बड़ी आसानी से 17 ओवर में ही 3 विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से खेलते हुए ओपनर डेविड वार्नर ने 42 गेंदों का सामना करते हुए 65 रन बनाये और अपनी शानदार पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया को जीत दिलाई। लेकिन इन जीत में कुछ और लोगों का भी योगदान है, खास तौर पर ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का, जिन्होंने श्रीलंका को बड़ा स्कोर खड़ा करने नहीं दिया।
मैच को लेकर पूर्व भारतीय क्रिकेटर प्रवीण कुमार सोशल मीडिया ऐप कू पर अपने विचार रखते हुए कहते हैं – “रफ़्तार के साथ पंजे की तरफ़ आती गेंदों का आज भी कोई तोड़ नहीं है मिचेल स्टार्क के स्पेल में फेंकी गई कमाल की यार्करर्स का कोई तोड़ श्रीलंका के बल्लेबाज़ों के पास नहीं था .. स्टार्क के एक ओवर ने मैच की तस्वीर बदल दी .. बतौर तेज गेंदबाज़ मेरा आकलन है कि आस्ट्रेलिया का पेस अटैक बहुत संतुलित है, जिसका फ़ायदा जंपा को मिल रहा है।”
दरअसल मैच के 11वें ओवर में बॉलिंग करते हुए मिचेल स्टार्क ने शानदार गेंदबाज़ी करते हुए श्रीलंका के कुसल परेरा को बहुत ही सटीक यॉर्कर बॉल पर चलता किया, और मैच को ऑस्ट्रेलिया की तरफ झुकाने का काम किया। उस वक्त कुसल परेरा जम गये थे और तेजी से रन बना रहे थे। अगर वो कुछ और ओवर टिक जाते, तो श्रीलंका का स्कोर 180-190 तक पहुंच सकता था।










































