नई दिल्ली: आखिरकार वह घड़ी आ ही गई, जिसका हर भारतीय को बेसब्री से इंतजार था। ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने अंतरिक्ष के लिए उड़ान भर ली है। भारतीय समय के मुताबिक दोपहर करीब 12 बजे उन्होंने अपनी टीम के साथ अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए उड़ान भरी।
शुभांशु शुक्ला का यह मिशन कई मायनों में इसलिए भी खास हो जाता है, क्योंकि आज से पहले यह मिशन 6 बार टाला जा चुका है। कभी मौसम की वजह से तो कभी तकनीकी खामी बताकर कई बास इस मिशन को अब तक टाला गया, ऐसे में अब देश टकटकी लगाकर इस मिशन को देख रहा है।
गगनयान मिशन के लिए हो चुका है चुनाव
बता दें कि साल 2025 के पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्रुप कैप्टन शुभंशु शुक्ला को भारत के महत्वाकांक्षी गगनयान मिशन के लिए अंतरिक्ष यात्री-नामित के रूप में पेश किया था। अब शुभंशु शुक्ला बुधवार को अपनी पहली अंतरिक्ष यात्रा पर इतिहास रचने के लिए तैयार हैं।
क्या है इस मिशन का लक्ष्य?
कैप्टन शुभांशु अमेरिकी, पोलैंड और हंगरी के अंतरिक्ष यात्रियों के साथ axiom 4 (Ax-4) मिशन पर अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए उड़ान भर रहे हैं। बता दें कि कैप्टन शुभांशु का मिशन 14 दिनों का विज्ञान है। इस मिशन का उद्देश्य अंतरिक्ष को सुलभ और सस्ता बनाना और एक निजी अंतरिक्ष स्टेशन का निर्माण करना है, जो पुराने हो रहे अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की जगह लेगा।
कल डॉकिंग करेगा अंतरिक्ष दल
ग्रुप कैप्टन शुभंशु शुक्ला इस मिशन में पायलट के रूप में काम करेंगे। वह स्पेसएक्स (SpaceX) के ड्रैगन अंतरिक्ष यान में फाल्कन-9 (Falcon-9) रॉकेट पर सवार होकर पर उड़ान भरेंगे। मिशन का नेतृत्व अनुभवी अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री पेगी व्हिटसन कर रही हैं। वह पहले भी कई बार अंतरिक्ष में जा चुकी हैं, वह उड़ान के सुचारू संचालन, वैज्ञानिक अभियान का नेतृत्व करने और जुलाई में सुरक्षित लैंडिंग सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार होंगी। अगर फ्लोरिडा से लॉन्च समय पर होता है, तो 26 जून को 4:30 pm (भारतीय समयानुसार) डॉकिंग (अंतरिक्ष यान का स्टेशन से जुड़ना) निर्धारित है।