बाघों के दीदार करने के लिए सरकारी दीवार हट गई है। एक अक्टूबर से बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के कोर जोन में पर्यटन शुरू हो गया है। पहले ही दिन बांधवगढ़ के ताला और मगधी में वनराज ने पर्यटकों का स्वागत किया। लगभग हर जिप्सी में सवार पर्यटकों को बाघ देखने को मिला। पिछले लंबे समय से पार्क बंद होने के कारण बाघ उन क्षेत्रों में भी विचरण कर रहे थे जहां से जिप्सियां निकलती हैं। रास्ते पर बैठे हुए बाघों को देखकर बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के ताला और मगधी जोन में लोग खुश हो गए। पर्यटकों ने इतने करीब से बाघों को देखा जिसकी शायद उन्होंने कभी कल्पना भी नहीं की होगी। अलग-अलग क्षेत्र में अलग-अलग बाघों ने पर्यटकों का स्वागत किया। कहीं जम्हाई लेते, कहीं शिकार करते और कहीं दहाड़ कर पर्यटकों के रोमांच को बाघों ने बढ़ा दिया।
गेट पर भी स्वागत : तीन महीने बंद रहने के बाद शुक्रवार को जब बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के गेट पर्यटकों के लिए खोले गए तो यहां भी पाठकों का स्वागत किया गया। पार्क के अधिकारियों ने फूलों से सजे हुए ताला गेट का रिबन काटकर सत्र की शुरुआत की। कतार में खड़ी जिप्सी में सवार पाठकों को पर्यटकों को शुभकामनाएं दी और हरी झंडी दिखाकर वाहनों को पार्क के अंदर रवाना किया गया। वाहन चालकों को तिलक लगाए गए और गाइड को निर्देशित किया गया कि वे नियमों का पालन सभी से करवाएं। पर्यटकों से भी कहा गया कि कोरोना वायरस को ध्यान में रखते हुए किसी भी तरह की लापरवाही पार्क के अंदर ना करें। निर्धारित रास्ते पर ही जिप्सी चलाने के लिए निर्देश जारी किए गए हैं।
कहां कितनी जिप्सियां : पर्यटन शुरू होने के पहले दिन सुबह के समय पार्क के अंदर 32 जिप्सियों ने प्रवेश किया। इस 32 वाहनों में लगभग पौने दो सौ पर्यटक जंगल के अंदर गए। ताला में 14 जिप्सी, मगधी में 10 जिप्सी और खतौली में 8 जिप्सियों ने प्रवेश किया। इस तरह सभी तीनों गेट पर्यटकों के लिए खुल गए हैं और पर्यटक सभी गेटों से बाघ देखने पहुंचे। बड़ी बात यह है कि तीनों ही जोन में पर्यटकों को बाघों ने दीदार कराए और उनका स्वागत किया। दोपहर में लौटने के बाद पर्यटकों ने अपनी खुशी का खुलकर इजहार किया। पर्यटकों की खुशी पार्क में गूंजने वाली उनकी खिलखिलाहट से साफ समझ में आ रही थी।
ताला में लौटी रौनक : पिछले तीन महीने से पार्क बंद होने के कारण ताला गांव वीरान सा हो गया था। यहां के रोजगार धंधे लगभग बंद थे लेकिन अब पर्यटन शुरू होने के कारण ताला गांव में भी पर्यटकों की रौनक लौट आई है। सभी होटलों में पर्यटकों की भीड़ है और बाजार में भी लोगों को चहल कदमी करते हुए देखा जा रहा है। लोगों ने अपनी दुकानों को नए ढंग से सजा लिया है। सभी को उम्मीद है कि अब अच्छा कारोबार होगा, जिससे उनका घर परिवार बेहतर ढंग से चल पाएगा। कोरोना वायरस वजह से पहले ही लोग काफी परेशान हो चुके हैं।