भोपाल। स्वच्छ सर्वेक्षण-2021 के मैदानी सर्वे से पहले नगर निगम ने शुक्रवार को दस्तावेज अपलोड कर दिए। इन दस्तावेजों के जरिए निगम ने अपने काम दिखाए हैं। शहर के 42 नालों में सीवेज सुधार और सभी 85 वार्डों में डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण व्यवस्था में खुद को काफी मजबूत बताया गया है। भानपुर खंती को कचरामुक्त करने एवं आदमपुर छावनी को कचरे के निपटारे की दिशा में चल रहे काम में भी निगम अव्वल है। ऐसे में निगम को पिछले साल की तुलना में अच्छे अंक मिलने की उम्मीद है।
एक साल के भीतर नगर निगम ने कई खामियों में सुधार किया है। सबसे बड़ी चुनौती भानपुर खंती से कचरा साफ करके दूर कर ली गई, जबकि आदमपुर छावनी पर भी फोकस है। यहां से प्रतिदिन दो टन कचरा हटाया जा रहा है, जबकि निगम ने नए कचरा ट्रांसफर स्टेशन भी बनाए हैं। सुंदरता व सफाई से जुड़े अनेक कार्य चल रहे हैं।
अब मैदानी सर्वे पर फोकस
दस्तावेज अपलोड करने के बाद मुख्य सर्वेक्षण टीम मार्च के दूसरे सप्ताह में कभी भी आ सकती है। इसलिए निगम तैयारी कर रहा है। आदमपुर छावनी की लैंडफिल साइट को दो दिन के भीतर क्रिकेट खेलने लायक बनाया जा रहा है। बॉयो गैस प्लांट को लेकर भी मशक्कत की जा रही है। नियमित डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण व्यवस्था को और मजबूत कर रहे तो प्रतिबंधित पॉलीथिन के उपयोग पर कार्रवाई की जा रही है। निगम अफसरों का दावा है कि लोगों में जनजागरूकता लाने एवं सफाई से जुड़ी उनकी समस्याओं को दूर किया जा रहा है। मुख्य टीम के आने तक समस्याओं को प्रभावी ढंग से दूर कर लिया जाएगा।
ये तस्वीर भी बदलनी चाहिए, 10 दिन से सड़क बनी तालाब
नालों में सीवेज समस्या के सुधार में भले ही निगम खुद को बेहतर करने का दावा कर रहा हो, लेकिन अभी भी राजधानी के कई क्षेत्र ऐसे हैं, जहां नालियों का गंदा पानी सड़कों पर बह रहा है। कोलार के कई क्षेत्रों में यह बड़ी समस्या बन चुका है। गेहूंखेड़ा में बीते 10 दिन से मुख्य सड़क सीवेज के पानी में डूबी हुई है। अवधपुरी, शाहपुरा, कोटरा, अशोका गार्डन, पंचशील नगर, भरत नगर, बाग मुगालिया, होशंगाबाद रोड समेत कई क्षेत्रों में भी सीवेज सिस्टम खस्ता हाल है। सर्वेक्षण टीम आने से पहले यदि नहीं सुधरे तो रैंकिंग पर असर पड़ सकता है।
– स्वच्छ सर्वेक्षण के लिए दस्तावेज अपलोड कर दिए हैं। 42 नालों को बेहतर किया है। साथ ही डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण व्यवस्था, कचरे के निपटारे आदि बिंदुओं पर बेहतर काम किए गए हैं। सर्वेक्षण हेतु टीम मार्च में आएगी।