डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन DGCA ने शनिवार को एयर एशिया पर 20 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। DGCA ने बताया कि 23 से 25 जनवरी के बीच आठ अधिकारियों ने एयर एशिया का इंस्पेक्शन किया था। जांच के दौरान पाया कि एयर एशिया के पायलट कुछ जरूरी निर्देशों का पालन नहीं कर रहे थे क्योंकि उन्हें पायलट प्रोफिशिएंसी टेस्ट के दौरान इन नियमों की जानकारी ही नहीं दी गई थी।
जांचकर्ताओं पर 3-3 लाख का जुर्माना, ट्रेनिंग हेड सस्पेंड
एयर एशिया के आठ जांचकर्ताओं पर भी ठीक से ड्यूटी नहीं करने पर 3-3 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। साथ ही एयर एशिया के ट्रेनिंग हेड को 3 महीने के लिए सस्पेंड कर दिया।
अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस, लिखित जवाब मांगा
DGCA एयर एशिया के मैनेजर, ट्रेनिंग हेड और तमाम जवाबदेह अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर पूछा कि पायलट ने अनिवार्य अभ्यास क्यों नहीं किए गए? नोटिस का लिखित जबाब मांगा है।
एयर विस्तारा पर भी लगा था 70 लाख जुर्माना
इससे पहले DGCA ने एयर विस्तारा पर 70 लाख रुपए का जुर्माना लगाया था। एयर विस्तारा ने पूर्वोत्तर भारत के कम हवाई सेवा वाले क्षेत्र में न्यूनतम उड़ानों की तय संख्या से कम फ्लाइट्स चलाई थीं। DGCA ने इसे नियमों की अनदेखी माना और जुर्माना लगा दिया था।
वहीं, 9 जनवरी को गो फर्स्ट एयरलाइन पर भी 10 लाख जुर्माना लगा था। क्योंकि एयरलाइन की फ्लाइट 55 यात्रियों को बेंगलुरु एयरपोर्ट पर छोड़कर दिल्ली के लिए उड़ गई थी। जांच में पाया गया कि कम्युनिकेशन में हुई दिक्कत की वजह से यह गड़बड़ी हुई थी।
एअर इंडिया ने पेशाब कांड और यात्रियों की अभद्रता की घटनाओं के बाद मंगलवार को फ्लाइट में शराब परोसने की पॉलिसी में बदलाव किया है। बदली हुई नीति के अनुसार, पैसेंजर्स को फ्लाइट में तब तक शराब पीने की अनुमति नहीं होगी जब तक क्रू मेंबर्स उन्हें शराब न परोसें। केबिन क्रू को उन पैसेंजर्स की पहचान करने के लिए चौकस रहने को कहा गया है, जो फ्लाइट में अपनी शराब पी रहे हों।