Gwalior Health News: ग्वालियर। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग तो जयारोग्य अस्पताल का निरीक्षण कर चले गए, पर उनके निर्देशों पर अमल जेएएच प्रबंधन ने 24 घंटे बाद भी नहीं किया है। कार्डियक विभाग में उन्होंने 20 बेड डालने के निर्देश दिए थे, लेकिन जेएएच प्रबंधन 20 की जगह सिर्फ 12 बेड ही डलवा पाया है, उनमें से भी कुछ टूटे हैं। जिन बातों को लेकर मंत्री सारंग ने निरीक्षण के दौरान नाराजगी जताई थी, उनमें से किसी में कुछ बदलाव नहीं हुआ है। अव्यवस्थाएं एक दिन बाद भी नहीं सुधरी हैं, जिनकी वजह से चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने अफसरों को फटकार लगाई थी। पत्थर वाली बिल्डिंग में जरूर साफ सफाई नजर आई और रविवार को डस्टबिन का कचरा भी बाहर नहीं निकल रहा था। कार्डियक विभाग में तो रविवार को भी स्थिति यह थी कि मरीज जमीन पर लेटकर ही इलाज करा रहे थे और अटेंडेंट के बैठने के स्थान पर गंदगी बीते रोज से भी अधिक पसरी हुई थी। माधव डिस्पेंसरी के रेडियोलॉजी विभाग की गैलरी में कबाड़ा जस की तस पड़ा था।

गौरतलब है कि चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने शनिवार को निरीक्षण के दौरान कई निर्देश दिए थे, मगर उनमें से केवल एक निर्देश का पालन हुआ, वह भी आधा अधूरा। कार्डियक विभाग में 20 बेड डालने के लिए मंत्री सारंग ने कहा था कि ग्वालियर छोड़ने से पहले डल जाने चाहिए पर अभी तक 12 बेड ही डाल पाए हैं।
यह दिए थे निर्देश, अधूरा अमल किया-
– कार्डियक विभाग में 20 बेड डालवाएं पर 12 ही डले।
-अटेंडेंट वाले स्थान पर सफाई व टूटी फर्सी को ठीक कराएं पर गंदगी और पसर गई।
-माधव डिस्पेंसरी की गैलरी में रखा कबाड़ा हटाएं पर नहीं हटा।
वर्जन-
कार्डियक विभाग में वार्ड बना दिया पर उसमें 20 बेड की जगह 12 ही डल सके हैं। फर्सी ठीक कराने के लिए पीडब्ल्यूडी को पत्र लिखा जा रहा है। माधव डिस्पेंसरी से कबाड़ा हटा दिया जाएगा और सफाई इंचार्ज को हटाने के लिए कंपनी को पत्र लिख दिया गया है।
डा.देवेंद्र कुशवाह, प्रवक्ता जयारोग्य अस्पताल