IAS Niyaz Khan: बकरीद से पहले आईएएस अधिकारी नियाज खान के पशु कुर्बानी पर सोशल मीडिया पोस्ट से विवाद खड़ा हो गया है। मुस्लिम त्योहार कमेटी ने उनकी टिप्पणी पर आपत्ति जताते हुए उन्हें बीजेपी में शामिल होने की सलाह दी है।
भोपाल: बकरीद से पहले आईएएस अधिकारी नियाज खान के सोशल मीडिया पोस्ट पर विवाद हो गया है। इसमें उन्होंने पशु कुर्बानी पर टिप्पणी की है, जिस पर मुस्लिम त्योहार कमेटी ने आपत्ति जताई है और उन्हें बीजेपी में शामिल होने की सलाह दी है। इस मामले पर नियाज खान का कहना है कि उन्होंने पर्यावरण के प्रति जागरूकता के लिए पोस्ट किया था और उनका इरादा किसी की भावनाओं को आहत करना नहीं था।
बीजेपी में शामिल होने की दी सलाह
इस पोस्ट पर ऑल इंडिया मुस्लिम त्योहार कमेटी ने इस पर कड़ा एतराज जताया है। कमेटी के संरक्षक शम्शुल हसन ने नियाज खान को अफसरी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो जाने की सलाह तक दे डाली। उन्होंने नियाज खान के बयान को इस्लाम को बदनाम करने वाला बताया है।
विवाद पर दी सफाई
नियाज खान ने इस विवाद पर अपनी सफाई दी है। उन्होंने बताया है कि उन्होंने पर्यावरण दिवस पर शाकाहार और पेड़-पौधे लगाने के प्रति जागरुकता और मांसाहार को छोड़ने के फायदे बताए थे। नियाज खान का कहना है कि उनके पोस्ट का गलत अर्थ निकाला जा रहा है। नियाज खान ने कहा है कि उस पोस्ट के समय मेरे दिमाग में बकरीद और कुर्बानी को लेकर विचार नहीं था। उन्होंने कहा कि मांसाहार, जीवों की हत्या और इससे हो रहे प्रदूषण और नुकसान को लेकर मैं अपनी बात रख रहा था। नियाज खान ने यह भी कहा कि उनके कहने से लोग कुर्बानी नहीं रोकेंगे, और ना ही मैंने इस बात को ध्यान में रखकर पोस्ट किया था।










































