भारत और ऑस्ट्रेलिया आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप खिताब के लिए भिड़ने को तैयार हैं। जिसका फाइनल आज (बुधवार) इंग्लैंड के ओवल में शुरू होगा। ऑस्ट्रेलिया 2021-23 में 19 टेस्ट में 66.67 अंक के साथ डब्ल्यूटीसी अंक तालिका में शीर्ष पर रहा। वहीं, भारत ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में कंगारूओ को 2-1 से हराकर फाइनल में जगह बनाई है।
ओवल मैदान के इतिहास में यह पहला मौका है, जब जून में टेस्ट मैच खेला जाएगा। आमतौर पर यहां टेस्ट मैच सितंबर में आयोजित किए जाते हैं। उस समय सरफेस रुखी होती है। इसलिए ओवल ग्राउंड स्पिनर्स को मदद देता है। बता दें टीम इंडिया लगातार दूसरी बार फाइनल में पहुंची है। टीम 2021 में न्यूजीलैंड से हारकर रनरअप रही थी। वहीं, कंगारू का पहला टेस्ट फाइनल है। यह मुकाबला ड्यूक बॉल से खेला जाएगा।
पिच रिपोर्ट
सबसे ज्यादा टेस्ट मैचों की मेजबानी का रिकॉर्ड लंदन के ओवल मैदान के नाम है। इस पिच पर गेंदबाजों को काफी मदद मिलती है। मौसम के आधार पर पिच का अंदाजा लगाना कठिन है। इस हिसाब के पिच बॉलर्स और बैट्समैन दोनों के लिए उपयोगी हो सकती है। इस ग्राउंड पर टॉस अहम भूमिका निभाता है। टीमें टॉस जीतकर अक्सर पहले बल्लेबाजी चुनती हैं। मैदान में ग्रीन सतह नहीं होने से यहां तेज गेंदबाजों का रिकॉर्ड अच्छा नहीं है।
पिच रिपोर्ट
सबसे ज्यादा टेस्ट मैचों की मेजबानी का रिकॉर्ड लंदन के ओवल मैदान के नाम है। इस पिच पर गेंदबाजों को काफी मदद मिलती है। मौसम के आधार पर पिच का अंदाजा लगाना कठिन है। इस हिसाब के पिच बॉलर्स और बैट्समैन दोनों के लिए उपयोगी हो सकती है। इस ग्राउंड पर टॉस अहम भूमिका निभाता है। टीमें टॉस जीतकर अक्सर पहले बल्लेबाजी चुनती हैं। मैदान में ग्रीन सतह नहीं होने से यहां तेज गेंदबाजों का रिकॉर्ड अच्छा नहीं है।