India vs England 1st Test: इस जोशीले विकेटकीपर (Rishabh Pant misses hundred again) ने बहरहाल अपने नैसर्गिक तेवरों से कोई समझौता नहीं किया. ऋषभ ने 88 गेंदों पर 9 चौकों और 5 छक्कों से विपरीत समय समय में तेज 91 रन बनाए. और जब वह शतक से चंद ही रन दूर थे, तब भी पंत अपनी “आदत” से बाज नहीं आए और एक और बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में आउट हो गए.
मेहमान इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई में खेले जा रहा पहले टेस्ट मैच के तीसरे दिन (मैच रिपोर्ट) ऋषभ पंत (Rishabh Pant) के चाहने वालों का एक बड़ा सपना पूरा नहीं हो सका. जब लग रहा था कि ऋषभ (Rishabh Pant) इंग्लैंड के खिलाफ अपना दूसरा शतक जड़ने जा रहे हैं, तभी डोम बेस ने ठीक नौ रन पहले पंत (Rishabh Pant) की पारी का अंत कर दिया. इस जोशीले विकेटकीपर ने बहरहाल अपने नैसर्गिक तेवरों से कोई समझौता नहीं किया. ऋषभ ने 88 गेंदों पर 9 चौकों और 5 छक्कों से विपरीत समय समय में तेज 91 रन बनाए. और जब वह शतक से चंद ही रन दूर थे, तब भी पंत अपनी “आदत” से बाज नहीं आए और एक और बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में आउट हो गए. अगर ऋषभ पंत (Rishabh Pant misses hundred again) यह शतक बना देते, तो यह उनके करियर में 17वें टेस्ट में तीसरा शतक होता. इससे पहले पंत ने सितंबर साल 2018 में ओवर में इंग्लैंड के खिलाप 114 और फिर जनवरी 2019 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नाबाद 159 रन की पारी खेली थी. इन दोनों शतकों की वजह से ही ऋषभ पंत (Rishabh Pant misses hundred again) को टीम मैनेजमेंट ने बीच में कई नाकामियों के बावजूद टीम में बनाए रखा था. और जब उन्होंने कुछ दिन पहले ही ब्रिस्बेन में नाबाद 89 रन की मैच और सीरीज जिताऊ पारी खेली, तो उनके दोस्तों, परिजनों और चाहने वालों की आंखों में वह सपना भी पलने लगा, जो अभी तक पूरा नहीं ही हुआ था.
दरअसल सभी बेसब्री के साथ पंत के बल्ले से भारत की धरती पर उनके पहले शतक का इंतजार कर रहे हैं. अभी तक उनके बल्ले से एक भी शतक भारत में नहीं बना है और चेन्नई टेस्ट के तीसरे दिन पंत ने अपने आतिशी तेवरों से एक बार फिर से इस सपने को परवान चढ़ा दिया, लेकिन एक बार फिर से यह सपना सिर्फ सपना ही बनकर रह गया. वैसे पंत जैसी फॉर्म में चल रहे हैं, तो हो सकता है कि वह इसी सीरीज में यह सपना सच कर दें, लेकिन फिलहाल तो चाहने वालों के हिस्से मायूसी ही आयी है.
पंत के भारत में सर्वश्रेष्ठ स्कोर 92, 92 और 91 में हैं. और अब पंत को सोचना होगा कि अगर ये तीन पारियां शतक में तब्दील हो गयी होतीं, तो उनकी रिकॉर्डबुक और बेहतर दिखायी पड़ती. बहरहाल, इसके बावजूद प्रशंसकों की ओर से सोशल मीडिया पर ऋषभ को तारीफ मिल रही है और यही तारीफ पंत को आगे भारत में फैंस का यह सपना सच करने का विवेक और मनोबल प्रदान करेगी