प्रदेश में 20 मार्च 2020 को जबलपुर से शुरू हुई कोरोना महामारी जून-जुलाई के आंकड़े के करीब आ गई है। शुरुआती दौर के तीन माह बाद कोरोना के औसत जितने मरीज मिलना शुरू हुए थे करीब छह माह बाद फिर वही स्थिति निर्मित हुई है। अंतर सिर्फ इतना है कि तब कोरोना रफ्तार पकड़ रहा था और अब उतार की ओर है। चिकित्सकों का कहना है कि जून-जुलाई माह के बाद कोरोना के मामले तेजी से बढ़े थे। परंतु उसके पहले हालात काबू में थे। उसी प्रकार बीते कुछ माह से संक्रमण का खतरा कम हुआ है परंतु लापरवाही जोखिम बढ़ा सकती है। चिकित्सकों का कहना है कि नागरिकों की जागरुकता व सौ फीसद टीकाकरण से ही कोरोना की रफ्तार कम की जा सकती है।
ऐसे समझें : बीते साल मार्च से शुरू हुई बीमारी में अप्रैल माह तक जिले में कोरोना मरीजों की संख्या 79 थी। जिसमें आठ मरीज मार्च के 11 दिनों में मिले थे। उसके बाद अप्रैल के तीस दिन में कोरोना के 71 नए मरीज सामने आए थे। अप्रैल व मई के बीच 152 नए मरीज मिले थे। जिसके बाद अगले 30 दिन में 166 नए मरीज मिले। परंतु जून-जुलाई में यह संख्या बढ़कर हर माह तीन से चार गुना बढ़ने लगी। जुलाई-अगस्त से कोरोना विस्फोट शुरू हुआ और एक माह के भीतर करीब तीन हजार नए मरीज सामने आए। उसके बाद अगले 30 दिन में नए मरीजों का आंकड़ा साढ़े पांच हजार को भी पार कर गया। यह स्थिति अगस्त-सितंबर माह की थी। उसके बाद सितंबर-अक्टूबर, अक्टूबर-नवंबर, नवंबर-दिसंबर व दिसंबर-जनवरी में मरीजों की संख्या घटते हुए 2021 के जनवरी माह के 21 दिन में 876 पहुंच गई है। नए कोरोना मरीजों का लगभग यही आंकड़ा जून-जुलाई माह में देखा गया था। तब एक माह में 899 नए मरीज मिले थे और अब माह के 22 दिन में 876 मिल चुके हैं। विदित हो कि कोरोना के पहले 100 मरीज मिलने में 47 दिन का समय लगा था।26-40 फीसद तक रोग प्रतिरोधक क्षमता : कोविड-19 टीकाकरण अभियान ने राहत की सांस दी है। चिकित्सकों को भरोसा है कि जैसे-जैसे टीका लगवाने वाले लोगों की संख्या बढ़ेगी, कोरोना का खतरा घटता जाएगा। इधर, शहर के अधिकांश इलाके में रहने वाले 26 से 40 फीसद नागरिकों में कोरोना वायरस के प्रति रोग प्रतिरोधक क्षमता पाई गई है। इसका पता लगाने के लिए विगत वर्ष मेडिकल कॉलेज अस्पताल की टीम ने शहर के सभी वार्डों में सीरो सर्वे किया था। सर्वे के तहत हर आयु वर्ग के 10 हजार लोगों के ब्लड सैंपल लिए गए थे। ताकी लोगों में कोरोना के प्रति एंटी बॉडी का पता लगाया जा सके। सूत्रों का कहना है कि 26-40 फीसद लोगों के शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता पाई गई है। यही वजह है कि विगत कुछ माह से कोरोना का खतरा कम हुआ है।
एक नजर में :
अवधि नए मरीज
मार्च-अप्रैल 79
अप्रैल-मई 152
मई-जून 166
जून-जुलाई 899
अगस्त-सितंबर 5621
सितंबर-अक्टूबर 2952
अक्टूबर-नवंबर 1452
नवंबर-दिसंबर 1277