मध्यप्रदेश के कई भागों में शनिवार रात बारिश हुई। मौसम विभाग ने पश्चिम और मध्य भारत में 5 से 8 मार्च तक बारिश और ओले गिरने की संभावना जताई है। यानी होली तक मौसम ऐसा ही रहेगा। इस दौरान बादल छा सकते हैं। आंधी के साथ कहीं-कहीं हल्की से तेज बारिश हो सकती है।
शनिवार को प्रदेश के कई जिलों में तेज बारिश हुई। गुना और अशोकनगर में आज भी बादल हैं और सुबह तेज बारिश हुई। नर्मदापुरम, खंडवा में भी पानी गिरा। आगर जिले में ओले गिरे। शाम को रतलाम, उज्जैन, राजगढ़, भोपाल, शाजापुर, धार, रायसेन समेत कई जिलों में तेज आंधी के साथ बारिश हुई। धार में बिजली गिरने से महिला की मौत हो गई। ग्वालियर में तेज आंधी चली। बारिश और आंधी की वजह से खेतों में खड़ी गेहूं की फसल बिछ गई। इंदौर में हवा के साथ हल्की बारिश हुई।
क्यों बदला मौसम?
ऐसा मौसम सामान्यत: आषाढ़ महीने में होता है। दो सिस्टम का असर होने से फाल्गुन में यह नौबत आई। मौसम वैज्ञानिक एसएच पांडे ने बताया कि उत्तर भारत में वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव है। साथ में दक्षिण-पश्चिम हवाएं मध्यप्रदेश में पहुंच रही हैं। इससे अरब सागर से गर्म और नम हवाएं आ रही हैं। मौसम बदलने से महाराष्ट्र थोड़ा गर्म है। वहां से गर्म और उत्तर से ठंडी हवाएं आ रही हैं। दोनों के मिलने से मध्य भारत में क्लाउड फॉर्मेशन हो रहा है।
आगे क्या… गरज-चमक के साथ तेज बारिश
प्रदेश के दक्षिणी हिस्से में बारिश का दौर शुरू होगा। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, सागर, रीवा, शहडोल और जबलपुर में हल्की बारिश होगी। हमारे यहां अरब सागर से होती हुई आ रही हवा नमी ला रही है। इस वजह से गरज चमक वाले बादल (सीबी क्लाउड) बने और बारिश हुई। भोपाल में 5, 6, 7 और 8 मार्च को बारिश के आसार हैं। 7 और 8 मार्च को दो दिन गरज-चमक के साथ तेज बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने चेतावनी भी जारी की है।
मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो रविवार को इंदौर, उज्जैन और नर्मदापुरम संभागों में भी हल्की बारिश होगी। सागर, रीवा, शहडोल और जबलपुर में सोमवार से बारिश की एक्टिविटी शुरू होगी। शनिवार को इंदौर में हल्की बारिश हुई थी। वहीं, भोपाल में बादल छाए रहे थे। देवास, शाजापुर, खंडवा, सीहोर, गुना, हरदा, बैतूल, श्योपुरकलां, मुरैना, धार, राजगढ़, बड़वानी, ग्वालियर, भिंड, दतिया और शिवपुरी में भी मौसम बदला सा रहा।