President Jabalpur Visit। राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने जबलपुर में ऑल इंडिया ज्यूडिशियल एकेडमीज डायरेक्टर्स रिट्रीट का दीप प्रज्जवलित कर उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, सीएम शिवराज सिंह चौहान, सीजेआई सहित देशभर से आए न्यायाधीश शामिल हुए।कार्यक्रम में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भारत की जनता को यह विश्वास है कि न्यायपालिका में उन्हें न्याय मिलेगा। लंदन में नीरव मोदी ने कहा कि उसे न्याय चाहिए तो लंदन की अदालत ने कहा कि उसे भारत की न्यायपालिका में भी न्याय मिलेगा, यह पूरी दुनिया जानति। हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट सहित सभी अदालतों में हजारों केस पेडिंग है। कोरोना काल में 3 लाख केस और पेडिंग हो गए हैं। न्याय जल्दी कैसे मिले, इस पर विचार करना जरूरी है। सीएम ने कहा कि यहां जो चिंतन हम करेंगे उसका निष्कर्ष निकलेगा। जो भी निष्कर्ष निकलेंगे मध्य प्रदेश सरकार उसे पूरा करने लाने के लिए हाईकोर्ट के साथ मिलकर काम करेगी।
सीजेआइ न्यायमूर्ति शरद अरविंद बोबडे ने कहा कि न्याय एक अनोखी प्रक्रिया है। समय के साथ विकसित होते कानून को समझाना जरूरी है। न्याय प्रशिक्षण के तौर तरीकों को बदलता होगा। उन्होंने कहा कि अनुभव से उत्कृष्टता आती है। सभी अकादमियों को न्यायाधीशों के सर्वोगीण विकास की ओर ध्यान देने की जरूरत है। इसके अलावा मानसिक आरोग्य पर ध्यान देना भी जरूरी है।
राष्ट्रपति की अगवानी करने पहुंचे: राष्ट्रपति सुबह करीब 10 बजे विशेष विमान से दिल्ली से जबलपुर पहुंचे, जहां राज्यपाल और सीएम सहित अन्य जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने उनकी अगवानी की। राष्ट्रपति का स्वागत करने केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन राज्यमंत्री प्रहलाद सिंह पटेल, मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधिपति जस्टिस मोहम्मद रफीक, प्रदेश के आयुष एवं जलसंसाधन राज्यमंत्री रामकिशोर कांवरे, मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय की जबलपुर प्रिंसिपल बैंच के प्रशासनिक न्यायाधीश जस्टिस प्रकाश श्रीवास्तव, मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय की ग्वालियर बैंच के प्रशासनिक न्यायाधीश जस्टिस शील नागू, मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर बैंच के प्रशासनिक न्यायाधीश जस्टिस सुजॉय पाल, जबलपुर के सांसद राकेश सिंह, विधायक अशोक रोहाणी, लखन घनघोरिया एवं विनय सक्सेना, प्रदेश के मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस, कॉलेज ऑफ मेटेरियल मैनेजमेंट जबलपुर के कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल राकेश कपूर तथा पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी, कलेक्टर कर्मवीर शर्मा एवं पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा भी विमानतल पर उपस्थित थे। राष्ट्रपति कोविन्द ने सभी से परिचय प्राप्त किया। राष्ट्रपति डुमना विमानतल से सीधे सर्किट हाउस के लिये रवाना हुये। राष्ट्रपति के दौरे को लेकर शहर में जगह-जगह बैरिकेडिक की गई है। कई सड़कों को डायवर्ट किया गया है। इसकी सूचना पहले ही लोगों को दे दी गई थी।
विमानतल के एटीसी भवन पर जवान सुरक्षा में तैनात किए गए हैं जिन्हें दूरबीन दी गई है। कुल मिलाकर विमानतल को चारों तरफ से सुरक्षा जवानों ने घेर रखा है जहां अनुमति के बगैर किसी को भी आने-जाने की इजाजत नहीं मिल रही है। प्रशासन और पुलिस के अधिकारी सुबह से ही विमानतल पर डेरा डाले हुए हैं। राष्ट्रपति के काफिले में 300 से ज्यादा वाहन शामिल रहेंगे। सुबह 11 बजे मानस भवन में आयोजित ऑल इंडिया ज्यूडिशियल एकेडमीज डायरेक्टर्स रिट्रीट कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र तथा शाम सात बजे ग्वारीघाट में मां नर्मदा महाआरती में शामिल होंगे।
राष्ट्रपति शनिवार शाम उच्च न्यायालय परिसर में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं सेरेमोनियल डिनर में शामिल होने के बाद दूसरे दिन सात मार्च की सुबह 9.30 बजे दमोह जिले के ग्राम जलहरी स्थित हेलीपेड के लिए प्रस्थान करेंगे। जहां से कार द्वारा सिंग्रामपुर पहुंचकर रानी दुर्गावती की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे।