घरेलू शेयर बाजारों के लिए हफ्ते के पहले कारोबारी दिन का अंत अच्छा नहीं रहा। बीएसई के 30 शेयरों वाले सेंसेक्स में 189 पॉइंट की गिरावट आई। बेंचमार्क इंडेक्स 0.36% की गिरावट के साथ 52,735 पर बंद हुआ। एनएसई का निफ्टी 0.29% यानी 45 पॉइंट की कमजोरी के साथ 15,814 पर रहा।
सोमवार को घरेलू बाजार के दोनों अहम शेयर इंडेक्स रिकॉर्ड हाई लेवल पर खुले। निफ्टी 55 पॉइंट ऊपर 15,915 जबकि सेंसेक्स 100 पॉइंट ऊपर 53,126 पर खुला था। सारी बढ़त दोनों इंडेक्स ने शुरुआती घंटे में ही खो दी, लेकिन छोटे और मझोले शेयरों के इंडेक्स में जमकर खरीदारी हुई। निफ्टी मिड कैप में 0.53% और स्मॉल कैप में 0.37% की मजबूती रही।
ऊंचे लेवल पर मुनाफावसूली वाली बिकवाली होने से निफ्टी 15,800 की तरफ आ गया था। कारोबार के दौरान अधिकांश समय निफ्टी सीमित दायरे में रहा। इसमें मंदी के रुझान वाला पैटर्न बना है, जिसके मुताबिक तेजी के नए दौर की शुरुआत के लिए फॉलो अप वाली खरीदारी की बड़ी जरूरत होगी। इस हफ्ते निफ्टी 15,600 से 16,000 के दायरे में रह सकता है।
बाजार पर HDFC लाइफ, टाइटन, TCS, श्री सीमेंट, कोल इंडिया, RIL, HCL टेक और भारती एयरटेल में बिकवाली का दबाव बना। डॉ रेड्डीज, हिंडाल्को, टाटा स्टील, डिवीज लैब, टेक महिंद्रा, ONGC, सन फार्मा और HUL में हुई खरीदारी ने बाजार को संभालने की कोशिश की।
इनवेस्ट19 के फाउंडर और सीईओ कौशलेंद्र सिंह सेंगर के मुताबिक, नई सीरीज में तेजी जारी रहने की साफ वजह नहीं होने से एक्सपायरी के दिन बाजार के खिलाड़ियों ने सावधानी बरती। नई पोजिशन बनाने के लिए दिशा ढूंढ रहे खिलाड़ियों की नजर रिलायंस इंडस्ट्रीज के AGM पर थी लेकिन उनको निराशा हाथ लगी और तेजी का रुझान कमजोर पड़ गया।
सेंगर के मुताबिक, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जो आर्थिक राहत घोषित किए हैं, उनसे तेजी को बढ़ावा मिल सकता है। वैल्यूएशन गैप की वजह से छोटे और मझोले शेयरों में खरीदारी निकली। कैबिनेट की तरफ से ज्यादा विनिवेश योजनाएं लाए जाने की उम्मीद पर सरकारी बैंकों में मजबूती रही। तीसरी लहर जल्द आने के आसार ने फार्मा शेयरों को मजबूती दी।
निफ्टी के IT इंडेक्स में 0.51%, एनर्जी इंडेक्स में 0.43% और फाइनेंशियल सेक्टर इंडेक्स में 0.33% की गिरावट आई। निफ्टी के PSU बैंक इंडेक्स में सबसे ज्यादा 2.40% का उछाल आया, फार्मा इंडेक्स में 1.36% और मेटल इंडेक्स में 1.27% की तेजी रही।
वोलैटिलिटी इंडेक्स इंडिया VIX में 0.24% की मामूली बढ़त रही। यह बढ़ोतरी बताती है कि अगले 30 दिनों में निफ्टी सालाना आधार पर कितना कमजोर हो सकता है। इंडेक्स में आई गिरावट के मुताबिक बाजार में तेजी फिलहाल जारी रह सकती है। निचले स्तरों से बढ़ोतरी होना, बाजार में मजबूती कायम रहने के साथ हलचल बढ़ने का संकेत होता है।
मोतीलाल ओसवाल के (हेड-टेक्निकल & डेरिवेटिव्स रीसर्च) चंदन तापड़िया के मुताबिक, 15,800 से ऊपर बने रहने पर निफ्टी पहले 16,000 की तरफ बढ़ेगा। निफ्टी यह लेवल पार होने के बाद 16,200 को छूने की कोशिश करेगा। गिरावट आने पर इसको पहले 15,700 और फिर 15,600 के जोन में खरीदारी का सपोर्ट मिलेगा।
नेशनल अल्युमीनियम, बैंक ऑफ बड़ौदा, इंद्रप्रस्थ गैस, UBL, कैडिला, ग्लेनमार्क, PNB, डॉ रेड्डीज लैब, एस्कॉर्ट्स, बायोकॉन, डिवीज लैब, टेक महिंद्रा, कमिंस इंडिया, टाटा स्टील, टाटा कंज्यूमर, SRF, सिप्ला और आयशर मोटर में तेजी का रुझान बना। टाइटन, चोला फाइनेंस, मदरसन सुमी, HDFC, RIL, ITC और BPCL में कमजोरी रही।
KIMS और डोडला की मजबूत लिस्टिंग
कृष्णा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज यानी KIMS और डोडला के शेयर स्टॉक एक्सचेंजों में लिस्ट हुए। KIMS का शेयर बीएसई और एनएसई में इश्यू प्राइस पर 22.3% के प्रीमियम के साथ 1,009 रुपए पर लिस्ट हुआ। डोडला के शेयरों की लिस्टिंग बीएसई में 100 रुपए यानी 23.36% के प्रीमियम के साथ 528 रुपए पर हुई। एनएसई में इसकी स्टिंग इश्यू प्राइस से 122.00 रुपए यानी 28.50% ऊपर 550.00 रुपए पर हुई।
शुक्रवार को शेयर बाजार लगातार दूसरे दिन मजबूती के साथ बंद हुए थे। सेंसेक्स 226 पॉइंट यानी 0.43% चढ़कर 52,925 पर रहा था। निफ्टी 72.55 पॉइंट (0.46%) चढ़कर 15,863 पर बंद हुआ था। निवेशकों ने छोटे और मझोले शेयरों में भी अच्छी-खासी खरीदारी की थी। निफ्टी मिड कैप इंडेक्स में 1.10% का उछाल आया था जबकि स्मॉल कैप में 0.54% की तेजी रही थी।
एशियाई बाजारों में कमजोरी
एशिया के अहम शेयर बाजार कमजोरी के साथ बंद हुए। जापान के निक्केई इंडेक्स में 0.09% की गिरावट आई। हांगकांग का हैंगसेंग 0.04% फिसलकर बंद हुआ। चीन का शंघाई कंपोजिट 0.03% नीचे बंद हुआ। कोरिया के कोस्पी में भी 0.03% की मामूली कमजोरी रही। ऑस्ट्रेलिया का ऑल ऑर्डिनरी लगभग 0.08% गिरकर बंद हुआ।
अमेरिकी बाजारों में बढ़त
शुक्रवार को अमेरिकी बाजारों में जोरदार तेजी रही थी। डाओ जोंस 0.65% के उछाल के साथ बंद हुआ था। हालांकि, नैस्डैक में 0.06% की मामूली कमजोरी रही थी। लेकिन, S&P 500 में 0.33% की मजबूती रही। यूरोपीय बाजारों में मिलाजुला रुझान रहा था। ब्रिटेन के FTSE (0.37%) और जर्मनी के DAX (0.12%) मजबूती के साथ बंद हुए थे। CAC में 13% की कमजोरी रही थी।
FII और DII डेटा
NSE पर मौजूद प्रोविजनल डेटा के मुताबिक, शुक्रवार 25 जून को विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने शुद्ध रूप से 678 करोड़ रुपए के शेयर बेचे। यानी उन्होंने जितने रुपए के शेयर खरीदे थे, उससे इतने ज्यादा रुपए के शेयर बेचे। घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने शुद्ध रूप से 1,832 करोड़ रुपए के शेयरों की खरीदारी की थी।