यूक्रेन की राजधानी कीव में इस महीने की शुरुआत में हुई एक बैठक के बाद रूसी अरबपति रोमन अब्रमोविच और यूक्रेन के शांति वार्ताकारों में जहर दिए जाने के लक्षण उभरे थे। वाल स्ट्रीट जनरल और इंवेस्टिगेटिव आउटलेट बेलिंगकैट ने इस मामले के जानकार लोगों के हवाले से यह खबर दी है। संभावना जताई गई है कि इस घटना को रूस के युद्ध समर्थकों ने शांति वार्ता को पटरी से उतारने के लिए अंजाम दिया था। वाल स्ट्रीट जनरल के मुताबिक, अब्रमोविच ने रूसी आक्रमण रुकवाने में मदद करने के लिए यूक्रेन के अनुरोध को स्वीकार किया था। उनके अलावा यूक्रेन की टीम के दो वरिष्ठ सदस्य भी जहर से प्रभावित हुए थे। इस बारे में पूछे जाने पर यूक्रेन के वार्ताकार मिखाइलो पोडोलिएक ने कहा कि इस संबंध में कई अटकलें और साजिश की विभिन्न कहानियां हैं। वार्ताकार टीम के एक अन्य सदस्य रुस्टेम उमेरोव ने लोगों से अनुरोध किया कि वे अपुष्ट सूचनाओं पर भरोसा न करें।
क्रेमलिन ने इस घटनाक्रम पर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की है। रिपोर्ट के मुताबिक, अब्रमोविच और अन्य वार्ताकारों में जो लक्षण उभरे थे उनमें लाल आंखें, दर्द के साथ लगातार अश्रु बहना और चेहरे व हाथों की त्वचा उचटना शामिल थे। क्रीमिया के सांसद उमेरोव समते यूक्रेनी वार्ताकार और अब्रमोविच की हालत में अब सुधार है और उनका जीवन खतरे में नहीं है।
बेलिंगकैट ने कहा, घटना की जांच करने वाले विशेषज्ञों का निष्कर्ष है कि अज्ञात रासायनिक हथियार से जहर देना सबसे संभावित कारण हो सकता है। इस्तेमाल किए गए जहर की मात्रा और प्रकार जान लेने के लिए पर्याप्त नहीं था। इस बात की काफी संभावना है कि इसका मकसद पीड़ितों को चेतावनी देना था।
क्रेमलिन का कहना है कि अब्रमोविच ने रूस और यूक्रेन के बीच शांति वार्ता में शुरुआती भूमिका अदा की थी, लेकिन अब यह प्रक्रिया दोनों देशों की वार्ताकार टीमों के हाथ में है। दोनों पक्षों के बीच मंगलवार को इस्तांबुल में आमने-सामने की शांति वार्ता प्रस्तावित है। उल्लेखनीय है कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने पिछले दिनों अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से यह कहते हुए अब्रमोविच को प्रतिबंधों से छूट देने का आग्रह किया था कि वह मास्को से शांति वार्ता में भूमिका निभा सकते हैं।