Satna News: सतना। प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान गणतंत्र दिवस के मौके पर सतना पहुंचे। एक गरीब आदिवासी छेदीलाल कोल के घर पहुंचकर शिवराज सिंह ने उनके साथ उन्होंने दोपहर का खाना खाया।
मंगलवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रीवा में ध्वजारोहण किया । इसके बाद वे दोपहर डेढ़ बजे के लगभग सतना हवाई पट्टी पहुंंचे। हवाई पट्टी में जनप्रतिनिधियों,नेताओं तथा कार्यकर्ताओं द्वारा अगवानी की गई। जिसके बाद वे प्रगतिशील सतना के लिए नगरीय क्षेत्र के विकास कार्यों का रोड मैप 2021-2026 की होटल भरहुत में समीक्षा की।
समीक्षा बैठक के बाद वे दोपहर लगभग ढाई बजे सतना के उत्तरी पतेरी स्थित रहने वाले प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राही आदिवासी छेदीलाल कोल के घर पहुंचे। जहां उन्होंने उनके स्वजनों के साथ मुलाकात की और उनका हाल चाल जाना। उन्होंने आवास योजना का लाभ मिलने के बाद उन्हें बधाई दी।
मंगलवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रीवा में ध्वजारोहण किया । इसके बाद वे दोपहर डेढ़ बजे के लगभग सतना हवाई पट्टी पहुंंचे। हवाई पट्टी में जनप्रतिनिधियों,नेताओं तथा कार्यकर्ताओं द्वारा अगवानी की गई। जिसके बाद वे प्रगतिशील सतना के लिए नगरीय क्षेत्र के विकास कार्यों का रोड मैप 2021-2026 की होटल भरहुत में समीक्षा की।
समीक्षा बैठक के बाद वे दोपहर लगभग ढाई बजे सतना के उत्तरी पतेरी स्थित रहने वाले प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राही आदिवासी छेदीलाल कोल के घर पहुंचे। जहां उन्होंने उनके स्वजनों के साथ मुलाकात की और उनका हाल चाल जाना। उन्होंने आवास योजना का लाभ मिलने के बाद उन्हें बधाई दी।पहले से ही मेहमाननवाजी की तैयारी कर चुके आदिवासी परिवार ने मुख्यमंत्री व उनके साथ आए जनप्रतिनिधियों के हाथ धुलाए और खाने के लिए आमंत्रित किया। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने छेदीलाल को भी साथ में बैठकर खाना खाने कहा। मुख्यमंत्री के मनाने के बाद आदिवासी छेदीलाल कोल भी मुख्यमंत्री के बगल से बैठ गए और भोजन शुरू किया। भोजन में सभी ने चावल, पालक की सब्जी, रोटी, दाल, दही, सलाद खाया। जिसे खाने के बाद मुख्यमंत्री ने भोजन की तारीफ की और कहा कि आपके घर मुझे भोजन का अवसर मिला इसे ग्रहण कर मुझे सुकून मिला है।
खिंचवाई तस्वीर और दिया धन्यवाद
मुख्यमंत्री के साथ भोजन में राज्य मंत्री रामखेलावन पटेल कोमा सांसद गणेश सिंह कोमा भाजपा जिला अध्यक्ष नरेंद्र त्रिपाठी ने भी भोजन किया। मुख्यमंत्री ने भोजन उपरांत आदिवासी छेदीलाल कोल के स्वजनों और बच्चों के साथ तस्वीर भी खिंचवाई और उन्हें धन्यवाद ज्ञापित किया। इसके बाद वे वहां से अन्य कार्यक्रम के लिए रवाना हो गए। छेदीलाल ने पत्रकारों को बताया कि उन्हें कभी एहसास ही नहीं था कि उनके घर कभी मुख्यमंत्री आकर खाना खाएंगे। यह पल उन्हें जिंदगी भर याद रहेगा।