टाटाग ग्रुप ने ऑनलाइन ग्रॉसरी सेगमेंट में एंट्री करने का पहला पड़ाव पार कर लिया है। भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (Competition commission of India) ने टाटा और बिग बास्केट डील को हरी झंडी दे दी है। सब कुछ ठीक रहा तो Big Basket जल्द ही टाटा समूह का हिस्सा बन जाएगा। इसके साथ ही देश के तेजी से बढ़ते ऑनलाइन ग्रॉसरी सेगमेंट में घमासान बढ़ने वाला है। टाटा संस की पूर्ण स्वामित्व वाली इकाई, टाटा डिजिटल ने CCI से सुपरमार्केट ग्रॉसरी सप्लाई कंपनी बिग बास्केट में 64.3 फ़ीसदी हिस्सेदारी खरीदने की अनुमति मांगी थी। आखिरकार टाटा ग्रुप को इसकी अनुमति मिल गई। शेयर खरीदने के बाद बिग बास्केट पूरी तरह टाटा के स्वामित्व वाली कंपनी बन जाएगी।
आपको बता दें कि बिग बास्केट में चीनी कंपनी अलीबाबा की बड़ी हिस्सेदारी है। इसके अलावा कई अन्य कंपनियों ने शेयर खरीद रखे हैं। अब टाटा ग्रुप अलीबाबा की पूरी 27.58 फ़ीसदी हिस्सेदारी खरीदने जा रही है। इसके साथ ही टाटा ग्रुप एक्टिव एलएलबी के शेयर भी खरीदेगा, जिनकी बिग बास्केट में 18.05 फ़ीसदी हिस्सेदारी है। इसके साथ ही कंपनी के कुछ छोटे इन्वेस्टर भी कंपनी से बाहर निकलने का फैसला कर सकते हैं। टाटा ने प्राइमरी और सेकेंडरी शेयर परचेज के माध्यम से बिग बास्केट में हिस्सेदारी खरीदने का फैसला किया है।
टाटा ग्रुप ने बिग बास्केट में बहुसंख्य हिस्सेदारी खरीदने के लिए 1.2 अरब डॉलर के एक डील को अंतिम रूप दिया है। इनमें से 20-25 करोड़ डॉलर प्राइमरी कैश इनफ्यूजन के रूप में निवेश किया जा सकता है। इस डील के पूरा हो जाने के बाद बिग बास्केट की योजना साल 2022-23 में शेयर बाजार में लिस्ट कराने की भी है। ऐसा होने पर बिग बास्केट में निवेश करनेवाले लोग काफी फायदे में रहेंगे।