Neeraj Chopra: टोक्यो ओलंपिक से भारत के लिए बड़ी खबर सामने आई है। जैवलिन थ्रो के खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने गोल्ड मेडल जीत लिया है। भारत के लिए टोक्यो ओलंपिक से ये पहला गोल्ड मेडल है। टोक्यो ओलंपिक में भारत ने अभी तक कुल 7 पदक जीत लिए हैं। भारत ने इस तरह से एक ओलंपिक में सर्वाधिक पदक जीतने का रिकॉर्ड बना लिया है।
नीरज के पिता सतीश कुमार बताते हैं की बहुत संघर्षों के बाद उनका बेटा आज वहां तक पहुंचा हैं। घर की आर्थिक स्थिति शुरू में अच्छी नहीं थी, खेती से जो पैसे आते थे उसी से नीरज की ट्रेनिंग होती थी। दादा धरम सिंह बताते हैं, ‘नीरज को खाने में चूरमा, दही, दूध बहुत पसंद हैं और जब भी गांव आता हैं तो नीरज यही खाने की मांग करता है। नीरज गांव में ट्रेनिंग की उसके बाद पंचकुला, चंडीगढ़ हर जगह बढ़ता हुआ आज टोक्यो तक पहुंचा है।
नीरज चोपड़ा को जानिए
नीरज हरियाणा के पानीपत के रहने वाले हैं। 24 दिसंबर 1997 को किसान परिवार में जन्म हुआ। चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज से पढ़ाई की। नीरज को बचपन में कबड्डी, वॉलीबॉल से लगाव था। उन्होंने 14 साल की उम्र में जैवलिन खेलना शुरू किया। 2016 में IAAAF चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता। उन्हें सेना में अधिकारी के तौर पर नियुक्त किया गया। नीरज ने 2016 के साउथ एशियन गेम्स में गोल्ड जीता, 2016 में एशियन जूनियर चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता। इसके बाद 2017 एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में गोल्ड, 2018 के कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीता। दोहा डायमंड लीग में गोल्ड मेडल जीता। नीरज को 2018 में अर्जुन अवॉर्ड से नवाजा गया।