भारत के भगोड़े नित्यानंद की शिष्या विजयप्रिया ने 1 मार्च को जेनेवा में हुई UN की बैठक में कहा था- नित्यानंद को उनके जन्मस्थल पर हिंदू विरोधी लोग प्रताड़ित कर रहे हैं। अब विजयप्रिया का एक वीडियो सामने आया है। इसमें वो अपने बयान पर सफाई देती हुई नजर आ रही हैं।
उन्होंने कहा- मैं स्पष्ट करना चाहूंगी कि मैंने भारत के विरोध में कुछ नहीं कहा था। हम भारत का सम्मान करते हैं। मेरे बयान को गलत समझा जा रहा है। मीडिया के कुछ एंटी-हिंदू सेक्शन्स मेरे बयान को जानबूझकर तोड़-मोड़कर कर पेश कर रहे हैं।
एंटी-हिंदू सेक्शन्स पर कार्रवाई की मांग की
विजयप्रिया ने कहा- हम चाहते हैं कि भारत सरकार इन एंटी-हिंदू सेक्शन्स के खिलाफ कार्रवाई करे। ये सेक्शन्स कैलासा के खिलाफ लगातार हमले और हिंसा भड़का रहे हैं। हिंदू-विरोधी लोग भारतीय आबादी का बहुत ही छोटा हिस्सा है। उनकी हरकतें पूरे भारत पर सवाल नहीं खड़ा कर सकतीं। ये जरूरी है कि भारत सरकार हिंदू-विरोधी लोगों की गतिविधियों को खत्म करने के लिए कदम उठाए।
स्विटजरलैंड के जेनेवा में UN मीटिंग के दौरान कैलासा की एक महिला भक्त (विजयप्रिया) ने इकोनॉमिक और सोशल राइट्स के साथ सस्टेनेबल डेवलपमेंट पर चर्चा में हिस्सा लिया। कैलासा की प्रतिनिधि नित्यानंद की तरह ही पारंपरिक कपड़ों और ज्वैलरी में नजर आई थीं। नित्यानंद ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी थी।
नित्यानंद पर लगे हैं रेप के आरोप, इस पर रिपोर्ट्स पब्लिश कर चुका है UN
नित्यानंद पर भारत में शिष्यों से रेप और किडनैपिंग के आरोप लगे थे। 2019 में वो देश छोड़कर भाग गया था। बाद में उसने अमेरिका के नजदीक ‘रिपब्लिक ऑफ कैलासा’ नाम का अपना अलग द्वीप बसाने का दावा किया था। हालांकि, अब तक इस द्वीप या देश को किसी देश ने मान्यता नहीं दी है।