अंदर ही अंदर सुलग रही है भाजपा धूंआ दिखने लगा

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पीएमएस भाजपा एक अनुशासित पार्टी है भाजपा में कोई भ्रष्टाचारी नहीं है भ्रष्टाचार के खिलाफ शंखनाद करते हुए महापौर मालती राय ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था भोपाल के मतदाताओं ने उनके ऊपर विश्वास किया और वह भारी मतों के अंतर से महापौर निर्वाचित हुई महापौर पद की शपथ लेने के तुरंत बाद पचासी लाख रुपए की वसूली और भ्रष्टाचार के आरोपी के रूप में उनके खिलाफ नोटिस जारी हो गया शपथ ग्रहण के तुरंत बाद 8 वर्षों से जो अनुशंसा संभागीय आयुक्त के लाल बस्ते में बंद कर धूल खा रही थी उस पर त्वरित कार्यवाही होने से भाजपा नेताओं के बीच की सियासी लड़ाई और सत्ता की बंदरबांट अब स्पष्ट रूप से सामने दिखने लगी है

अयोग्यता और 85 लाख की वसूली
15 वर्ष पूर्व एमपी नगर में सड़क निर्माण की टेंडर में हुई गड़बड़ी की शिकायत लोकायुक्त में हुई थी इसकी जांच तत्कालीन लोकायुक्त रिपुसूदन दयाल के कार्यकाल में हुई थी लोकायुक्त ने वर्तमान महापौर मालती राय जो उस समय पार्षद थी लोकायुक्त ने अपनी अनुशंसा में मालती राय सहित 38 पार्षदों को अयोग्य घोषित करने और नगर निगम को जो पचासी लाख रुपए का नुकसान हुआ था उसकी वसूली सभी 39 पार्षदों से करने की अनुशंसा की थी लोकायुक्त ने कार्रवाई के लिए संभागीय आयुक्त को यह मामला भेजा था जो पिछले 8 वर्षों से लंबित था तत्कालीन पार्षद तथा बाद में सांसद बने आलोक संजर पार्षद विष्णु खत्री जो बाद में विधायक बने इसके अलावा और भी भाजपा के नेता लोकायुक्त की अयोग्यता की कार्यवाही में शामिल थे प्रदेश में भाजपा की सरकार थी भाजपा की सरकार है पिछले 8 वर्षों से इस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई

महापौर बनते ही फाइल दोड़ी
मालती राय के शपथ ग्रहण करते हैं 15 साल पुराने मामले और 8 साल पुरानी अनुशंसा की फाइल बड़ी तेजी के साथ दौड़ने लगी संभागीय आयुक्त गुलशन बामरा ने यह कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया कि वह उस समय नगर निगम भोपाल के कमिश्नर थे शासन ने यह मामला नर्मदा पुरम के संभागीय आयुक्त माल सिंह को सौंपते हुए त्वरित कार्यवाही के निर्देश दिए 26 जुलाई को संभागीय आयुक्त कार्यालय द्वारा नोटिस जारी हुए जो आरोपियों को 7 अगस्त को मिले शपथ ग्रहण के 1 दिन बाद मिले नोटिस ने भाजपा नेताओं के सियासी टकराव के उठते हुए धुएं को भोपाल और प्रदेश में फैला दिया
गुटबाजी और सत्ता समीकरण
भाजपा हलकों में चर्चाओं के अनुसार महापौर मालती राय चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग की विश्वास पात्र हैं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के विश्वासपात्र विश्वास सारंग हैं इसके बाद भी 8 साल पुरानी अनुशंसा पर शपथ ग्रहण के दूसरे दिन नोटिस जारी होने की खबर खेलना एक बड़े सियासी टकराव और आंतरिक गुटबाजी का हिस्सा है भोपाल की राजनीति में नगर निगम का बहुत बड़ा योगदान माना जाता है भारतीय जनता पार्टी के भोपाल के विधायक और अन्य नेता विश्वास सारंग के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए इस कार्यवाही को करने की बात कर रहे हैं भ्रष्टाचार खत्म करने की बात करने वाली महापौर मालती राय को भ्रष्टाचार के आरोप में अयोग्य ठहराने का यह मामला प्रदेश में भाजपा संगठन और सत्ता के बीच में आंतरिक लड़ाई को उजागर कर रहा है
भाजपा नेताओं की सियासी लड़ाई चरम पर
भाजपा सबसे अनुशासित पार्टी है यहां संगठन सर्वोपरि है संघ से आए संगठन के प्रमुख पार्टी की राजनीतिक एवं प्रशासनिक गतिविधियों पर नियंत्रण रखते हैं उसके बाद भी पिछले 1 वर्ष से सत्ता और संगठन में काबिज नेताओं के सियासी मतभेद अब खुलकर सामने आ रहे हैं
मध्यप्रदेश में सत्ता और संगठन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बीडी शर्मा के बीच की सियासी प्रतिस्पर्धा के चर्चे प्रदेश में सभी जगह हो रहे हैं

पूर्व संगठन मंत्री अरविंद मेनन का गोपनीय दौरा
मध्य प्रदेश के पूर्व प्रदेश संगठन मंत्री अरविंद मेनन मंगलवार को भोपाल आए थे उनके भोपाल प्रवास की जानकारी किसी को नहीं थी भोपाल प्रवास के दौरान पूर्व राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह से उनकी मुलाकात को लेकर सियासी हलचलें शुरू हो गई हैं उल्लेखनीय है अरविंद मेनन वर्तमान में भाजपा के राष्ट्रीय सचिव के पद पर हैं भोपाल के गोपनीय दौरे को लेकर सियासी अटकलों का दौर चल पड़ा है।

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