अगले दो महीने विद्यार्थियों की परीक्षा और रिजल्ट होंगे प्रभावित

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प्रदेश में नवंबर-दिसंबर के बीच विधानसभा चुनाव होना है। उसकी तैयारियां निर्वाचन आयोग लगा हुआ है। चुनाव से जुड़े कार्यों को करने के लिए विभिन्न विभागों से कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई है। मगर देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के दो ऐसे विभागों से कर्मचारियों-अधिकारियों को चुनाव से जुड़ा काम सौंपा है, जिसकी वजह से विद्यार्थियों की परीक्षा प्रभावित हो गई है।

अब परीक्षा और रिजिल्ट का ढर्रा फिर एक बार बिगड़ता दिखा रहा है, क्योंकि गोपनीय और परीक्षा विभाग में काम करने वाले 250 से ज्यादा कर्मचारियों को कलेक्टर कार्यालय में ड्यूटी करने बुला लिया है। इनके अलावा 100 अन्य विभागों के अधिकारी-कर्मचारी भी शामिल है। यह सूची दो दिन पहले विश्वविद्यालय को मिली है।इसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन की चिंताएं अचानक बढ़ गई है। ऐसे में वरिष्ठ अधिकारियों ने कुछ लोगों को चुनाव ड्यूटी से राहत देने पर जोर दिया है। फिलहाल कलेक्टोरेट कार्यालय से कोई जवाब विश्वविद्यालय प्रशासन को नहीं मिला है।

मुख्य व रिव्यू दोनों शामिलचुनाव के दौरान विश्वविद्यालय को यूजी-पीजी पाठ्यक्रम की विशेष परीक्षा करवाना है। साथ ही एमए, एमकाम, एमएससी सहित अन्य स्नातकोत्तर पहले और तीसरे सेमेस्टर की दिसंबर में मुख्य परीक्षा होती है। यही नहीं अगले एक महीने के भीतर 40 से ज्यादा रिजल्ट विश्वविद्यालय को जारी करना है, जिसमें मुख्य और रिव्यू दोनों प्रकरण के रिजल्ट शामिल है। अब कर्मचारी-अधिकारियों की चुनाव में ड्यूटी लगने से ये सारी परीक्षा और रिजल्ट को जारी होने में थोड़ा समय लगेगा।अधिकारियों के मुताबिक, परीक्षा और गोपनीय विभाग के कर्मचारियों का काम सिर्फ परीक्षा- रिजल्ट देने तक सीमित नहीं है। बल्कि विद्यार्थियों को डिग्री माइग्रेशन, डुप्लीकेट मार्कशीट और ट्रांसक्रीप्ट देने की भी जिम्मेदारी रहती है। अब ये सारी व्यवस्थाएं थोड़ी प्रभावित होगी और इन दस्तावेजों को जारी होने में देरी होने की आशंका है।परीक्षा नियंत्रक डा. अशेष तिवारी का कहना है कि निर्वाचन प्रक्रिया में कर्मचारी-अधिकारी की ड्यूटी लगाने से काम काफी प्रभावित हो रहा है। कलेक्टर को पत्र लिखकर कुछ कर्मचारियों को परीक्षा-गोपनीय कार्यों के लिए ड्यूटी से मुक्त करने को बोलेंगे।

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