सिंगोट में राजस्व की भूमि पर बने करीब 18 कच्चे मकानों को हटाने के लिए रविवार को प्रशासन द्वारा कार्रवाई की गई। शासकीय स्कूल के पास सरकारी जमीन पर बने मकान बुलडोजर की मदद से तोड़े गए। कार्रवाई के लिए पहुंचे टीम को अतिक्रमणकारी महिलाओं के विरोध का सामना करना पड़ा। आक्रोशित महिलाओं ने तोड़े गए मकान व टप्पर के मलबे व घास-लकडी में आग लगा दी। राजस्व, पंचायत और पुलिस टीम और दमकल की मदद से आग को काबू किया गया। इस दौरान नायब तहसीलदार से धक्का-मुक्की भी की गई।कार्रवाई के दौरान एसडीएम अरविंद चौहान, नायब तहसीलदार सहित राजस्व टीम मौजूद थी। करवाई के दौरान कुछ महिलाएं मकानों में आग लगाने पर नायब तहसीलदार द्वारा उन्हें रोकने की कोशिश की तो एक महिला ने धक्का दे दिया। प्रशासन द्वारा शासकीय जमीन को खाली करवाने के लिए महिलाएं कहती रही- आप जितनी बार भी तोड़ोगे, हम हर बार बना लेंगे। यहां से नहीं हटेंगे। कारवाई के दौरान बच्चे और महिलाएं बिलखती रही।
नोटिस लेने से पर घरों पर चस्पा किया थे नोटिसग्राम सिंगोट में शासकीय भूमि पर भीलखेड़ी निवासी पारदियों की अतिक्रमण हटाने के लिए अंतिम सूचना नोटिस एक सप्ताह पूर्व जारी किए गए थे। सूचना नोटिस नहीं लेने पर राजस्व विभाग द्वारा अंतिम सूचना पत्र मकानों पर चस्पा किए थे। यह कार्रवाई ग्राम पटवारी दिलीप सैनी व ग्राम पंचायत की संयुक्त टीम द्वारा की गई थी। पटवारी सैनी ने बताया कि ग्राम सिंगोट की टांडा बस्ती के आगे ग्राम भीलखेड़ी के 18 लोग करीब नौ माह से यंहां डेरे डाल कर रह रहे थे।