चर्चित अर्जुन ठाकुर गोलीकांड में विजय नगर थाना पुलिस ने शराब कारोबारी पिंटू भाटिया और एकेसिंह को भी मुलजिम बना दिया है। पुलिस दोनों की तलाश में जगह जगह छापे मार रही है। पहले पुलिस ने बचाने के मकसद से आरोपितों की सूची में दोनों का नाम न लिखते हुए एफआइआर के विवरण में ही नाम लिखा था।
विजयनगर थाना पुलिस के मुताबिक सोमवार को अर्जुन विरेंद्रसिंह ठाकुर निवासी पाटनीपुरा को विजय नगर स्थित सिंडिकेट ऑफिस में सतीश भाऊ, चिंटू ठाकुर, हेमू ठाकुर और उसके गुर्गों ने गोली मार दी थी। पुलिस ने इस मामले में चिंटू और सतीश को बुधवार तड़के बायपास से पकड़ लिया था। मामले में अर्जुन ने गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा को शिकायत कर कहा था कि पिंटू और एकेसिंह के इशारे पर ही हमला हुआ है। बुधवार पुलिस ने दोनों को आरोपित बना दिया। हालांकि अफसर बचाव में बोल रहे है कि दोनों पहले ही आरोपित थे।
पिंटू और सिंह ने कहा- गोली मार दो, बचना नहीं चाहिए
अर्जुन ने गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा को पत्र लिखकर कहा कि जब वह सिंडिकेट ऑफिस में बैठक करने पहुंचा तो करीब आधे घंटे बाद पिंटू भाटिया और एकेसिंह दाखिल हुए और कहा कि गोली मार दो। कोई बचना नहीं चाहिए। चिंटू और हेमू ने गोली चला दी। एक गोली उसके कमर के पास लगी। हालांकि अफसर सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच का बोलकर आरोपित न बनाने से बचते रहे। एसपी आशुतोष बागरी ने तो यह भी कहा कि फुटेज में ऐसा कुछ दिखा नहीं है ।