परसवाड़ा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम धुर्वा पोंडी स्थित जय मां भगवती मछुआ सहकारी समिति के कुछ मछुआरे सदस्य गुरुवार को कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने समिति के अधीनस्थ मछली मारने के कार्य में अपनी असमर्थता जताते हुए उनकी अलग समिति बनाकर उनका कार्यक्षेत्र अलग किए जाने की मांग की। ढिमर समाज के मछुआरों का आरोप है कि वे जिस समिति से जुड़े हैं उसमें करीब 12 गांव के लोग शामिल है। वहीं समिति में गैर मछुआरों को भी शामिल कर लिया गया है। जिसके चलते उन्हें रोजगार नहीं मिल पा रहा है । जिन्होंने उक्त समिति के अधीनस्थ कार्य करने में अपनी असमर्थता जताते हुए उनकी अलग समिति बनाकर उसका पंजीयन करने और उनकी समिति को अलग से तलाब लीज पर देकर मत्स्यखेट की अनुमति प्रदान करने की मांग की है।