बालाघाट एक्सप्रेस अखबार और पदमेश न्यूज़ की खबर का असर एक बार फिर देखने को मिला है। जहां खबर का संज्ञान लेते हुए नपा प्रबंधन द्वारा वैनगंगा नदी के छोटे पुल पर राहत का डेम्प बनाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। जहां करीब 600 चैनल प्लेट लगाकर छोटे पुल को 3 से 5 फीट ऊंचा बांधकर नदी के बह रहे पानी को संचय करने का कार्य किया जा रहा है। आपको बताएं कि वैसे तो यह कार्य दो माह पूर्व ही हो जाना था ,लेकिन नपा द्वारा छोटे पुल को बांधकर राहत का डेम्प नहीं बनाया जा रहा था। जिस पर मामले की गंभीरता को देखते हुए हमने 29 जनवरी और 18 फरवरी को यथाशीघ्र राहत का डेम्प बनाए जाने की खबर प्रकाशित की थी। उस खबर में हमने राहत का डेम्प न बनने पर होने वाले नुकसान को भी बताया था। जहां खबर के प्रकाशन के बाद नपा ने इस गम्भीर समस्या का संज्ञान लेते हुए इस दिशा में कार्य योजना बनाई और वैनगंगा नदी के छोटे पुल पर राहत का डेम्प बनाने का कार्य शुरू कर दिया है। निश्चित तौर पर भले ही यहां कार्य देरी से शुरू किया हो गया हो लेकिन इस कार्य के पूर्ण होने पर नगर वासियों को प्रतिवर्ष गर्मी में गहराने वाले जल संकट से मुक्ति मिलेगी और उन्हें भरपूर मात्रा में दोनों समय पर जल की आपूर्ति ठीक तरीके से हो पाएगी।
डेम्प बनेगा तो, भीष्ण गर्मी में भी वैनगंगा पानी से भरा रहेगा दामन
वैनगंगा नदी के छोटे पुल पर स्टांप डैम बनने के बाद नगर की जनता को जल संकट का सामना नहीं करना पड़ेगा। पिछले कई सालों के आंकड़ों पर नजर डालें तो वैनगंगा का दामन हमेशा भरा रहता है और इस नदी ने हमेशा सैकड़ों गांव की जनता के गले तर किए गए हैं। शादी विवाह अथवा अन्य बड़े आयोजन भी यही का पानी जनता तक पहुंचाया जाता है। वही वर्ष 2017 की गर्मी को छोड़कर नगर में इसके पूर्व भीषण जल संकट कभी नहीं देखा गया।लेकिन वर्ष 2017 की गर्मी में जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते से जनता को पानी के लिए हलकान होना पड़ा था क्योंकि उस वर्ष छोटे पुल पर डैंप नहीं बनाया गया था। जिसके चलते वैनगंगा का पूरा पानी बह चुका था और नगर सहित आसपास के क्षेत्रों में भीषण जल संकट गहरा गया था। जिससे बचने के लिए नगर पालिका ने छोटे पुल में चैनल गेट लगाकर पानी का संचय करने का कार्य शुरू कर दिया है। जिससे भीषण गर्मी में भी वैनगंगा का दामन हमेशा पानी से भरा रहेगा।
करीब 600 प्लेट लगाकर किया जा रहा पानी का संचय
आपको बताए कि गर्मी के दिनों में नगर वासियों को भीषण जल संकट से बचाने और दोनों समय पर्याप्त पेयजल की आपूर्ति कराने के लिए ब्रिटिश कालीन वैनगंगा नदी के छोटे पुल को प्रतिवर्ष 3 से 5 फीट ऊंचा कड़ी शटर से बांधा जाता है। प्राप्त जानकारी के अनुसार नपा द्वारा पानी के संरक्षण के लिए वैनगंगा नदी पर इस साल करीब 600 लोहे की प्लेट लगाकर पानी का संचय किया जा रहा है जिसमे अब तक 100 से अधिक चैनल प्लेट लगाई जा चुकी है जबकि अन्य प्लेटो को लगाने का कार्य जोरो पर है।
वर्ष 2017 में गहराया था भीषण जल संकट
आपको बताए कि वर्ष 2017 की भीषण गर्मी के दौरान मई-जून महा में नगर की जनता को एक वक्त का पानी भी बहुत मुश्किल से दिया गया था। इसकी प्रमुख वजह यहां स्टॉप डेम ना बनाया जाना बताया गया था। उस वर्ष स्टॉप डेम न बनाएं जाने के कारण नगर की जनता सहित आसपास के आधा सैकड़ा गांव के लोगों को वैनगंगा नदी से पानी नहीं मिल पा रहा था। इसी आंकड़े को खबर में प्रमुखता से प्रकाशित कर जिम्मेदारो का ध्यान आकर्षक कराया गया था।जिसके परिणामस्वरूप वैनगंगा नदी के छोटे पुल को चैनल गेट लगाकर बधाने का कार्य शुरू कर दिया गया है।
भीषण गर्मी में भी पानी की कमी नहीं होगी- शिव
इस पूरे मामले को लेकर दूरभाष पर की गई चर्चा के दौरान नगर पालिका जल प्रदाय शाखा प्रभारी भुवनेश्वर शिव ने बताया कि वैनगंगा नदी के छोटे पुल पर लोहे के चैनल गेट लगाकर जल संचय का कार्य शुरू कर दिया गया है। पहले वैनगंगा नदी के छोटे पुल के नीचे साफ सफाई की गई है उसपर लोहे की प्लेट लगाकर उसे मिट्टी से पैक किया जा रहा है यह कार्य जल्द से जल्द पूरा कर लिया जाएगा। हमें उम्मीद है कि गर्मी के समय में जनता को भरपूर पानी मिलेगा और किसी भी क्षेत्र में पानी की कमी नहीं होगी।