विधानसभा चुनाव को अब महज कुछ ही महीने बचे हैं एवं अब हर तरफ यही बात की चर्चा चल रही है कि कब आचार संहिता लगेगी एवं सूत्रों की माने तो आजकल में ही आचार संहिता लग जाएगी किंतु नगर पालिका बालाघाट में देखने को यह मिल रहा है कि कभी भी लगने वाली आचार संहिता को देखते हुये नगरपालिका आनन फानन में ही परिषद की बैठक का आयोजन कर रही है यह और चल रही जन चर्चा में यह जानकारी लगी है की 8 अक्टूबर की देर शाम से ही नगर पालिका के द्वारा जिस प्रकार की तैयारी की जा रही थी उसे देखकर एवं सूत्रों की माने तो 9 अक्टूबर को परिषद की बैठक आहूत करना लगभग तय हो गया है
आपको बता दे की वैसे तो इस परिषद के बैठे जाने के बात परिषद की बैठक तो पहले समय पर हुई उसके बाद दूसरी एवं तीसरी परिषद की बैठक के लिए विपक्ष द्वारा अनेकों बार आवेदन निवेदन कर परिषद की बैठक बुलाई गई किंतु यह कभी नहीं देखा गया कि नगर पालिका द्वारा समय होने पर परिषद की बैठक आहूत की गई हो किंतु अभी वर्तमान समय की बात करें तो जैसे ही यह जानकारी लगी कि आजकल में चुनाव को देखते हुए आचार संहिता लगने वाली है एवं कुछ कार्यों की स्वीकृति के लिए आनन फानन में नगर पालिका द्वारा किसी को सूचना दिए बिना ही 9 अक्टूबर को परिषद बुलाने को लेकर चर्चा चल रही है जिसके लिए 8 अक्टूबर को ही नगर पालिका में छुट्टी के दिन भी देर शाम परिषद की बैठक बुलाने के लिए कर्मचारियों द्वारा तैयारी की जा रही थी जबकि सूत्रों की माने तो परिषद की बैठक बुलाने के लिए इस बार ना ही एजेंडा तैयार किए गए हैं और ना ही एजेंडे की कॉपियां सभी परिषद के पार्षदों को वितरित की गई है जैसे ही यह जानकारी लगी की आचार संहिता कभी भी लग सकती है इसको देखते हुए नगर पालिका द्वारा आनन फानन में ही सही 9 अक्टूबर को परिषद बुलाने को लेकर सारी तैयारियां शुरू कर ली गई तो वहीं सूत्रों की माने तो रातों-रात ही एजेंट तैयार किया जा रहा है जबकि देखा जाए तो ना ही परिषद की बैठक 9 अक्टूबर को आहूत की जाएगी इसकी जानकारी ना पक्ष के पार्षदों को दी गई है और ना ही विपक्ष के पार्षदों को दी गई है जबकि देखा जाए तो इस प्रकार से परिषद की बैठक बुलाकर किस लाभ पहुंचाया जाना है यह तो समझ के परे है
नहीं बनाया गये किसी प्रकार के कोई एजेन्डाट –
परिषद की बैठक बुलाने से पहले नगर पालिका द्वारा दो से तीन दिन पहले ही एजेंडे तैयार कर लिए जाते हैं और एजेंडे की काफी को सभी पार्षद चाहे वह पक्ष के हो या विपक्ष के हो सभी को वितरित किया जाता है एवं एक समय लेकर परिषद की बैठक आहूत की जाती है किंतु इस बार ना ही एजेंडा तैयार किए गए हैं और ना ही परिषद की बैठक की किसी प्रकार की किसी को सूचना है
इस प्रकार बैठक रख किस पहुंचा जाएगा लाभ-
जिस प्रकार से नगर पालिका द्वारा 9 अक्टूबर को परिषद की बैठक आनन फानन में आहूत की जा रही है उसे देखकर यह समझ नहीं आ रहा है कि आखिरकार क्यों नगर पालिका द्वारा इस प्रकार से आनन फानन में परिषद की बैठक बुलाई जा रही है क्योंकि जिस प्रकार से परिषद की बैठक बुलाई जा रही है उसे देखकर तो यह स्पष्ट हो रहा है कि कहीं ना कहीं किसी को लाभ पहुंचाने के लिए इस प्रकार से परिषद की बैठक आहूत की जा रही है
इसकी जानकारी हमें मैसेज के माध्यम से देर रात पता लगा – भारती पारधी
जब हमारे द्वारा परिषद की बैठक को लेकर पक्ष के पार्षदों से दूरभाष पर संपर्क किया गया तो पार्षद भारती पारधी द्वारा हमें दूरभाष पर जानकारी दी गई कि वह दिन में बाहर थे और उन्हें देर शाम मोबाइल पर नगर पालिका अध्यक्ष भारती ठाकुर का मैसेज आया कि 9 अक्टूबर को परिषद की बैठक रखी गई है उसे मैसेज में समय भी नहीं डाला था अब इस प्रकार आनन फानन में क्यों परिषद की बैठक रखी गई है इसकी जानकारी उन्हें नहीं है
अपने करीबियों को लाभ पहुंचाने के लिए इस प्रकार से परिषद की बैठक बुलाई जा रही है- योगराज लिल्हारे
जब हमारे द्वारा इस विषय को लेकर विपक्ष के पार्षद एवं नेता प्रतिपक्ष योगराज लिल्हारे से इस विषय को लेकर चर्चा की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि उन्हें 9 अक्टूबर को परिषद की बैठक बुलाने को लेकर कोई जानकारी नहीं है और ना ही उन्हें किसी प्रकार की कोई सूचना नगर पालिका द्वारा दी गई है उनका कहना है कि यदि कल नगर पालिका द्वारा परिषद की बैठक बुलाई जा रही है तो वह किस नियम के तहत बुलाई जा रही है जबकि देखा जाए तो परिषद की बैठक यदि बुलाई जाती है तो साधारण सम्मेलन में 7 दिन पूर्व परिषद की बैठक का एजेंडा उन्हें मिलना चाहिए एवं यदि कोई विशेष सम्मेलन है तो उसकी जानकारी उन्हें 3 दिन पूर्व मिल जाती है एवं इस प्रकार परिषद की बैठक बुलाने का नियम है और उन्होंने यह भी सवाल नगर पालिका से किया कि इस प्रकार से आनन फानन में नगर पालिका की परिषद की बैठक क्यों बुलाई जा रही है बालाघाट शहर में ऐसी कौन सी इमरजेंसी आ गई है जबकि उनके द्वारा पूर्व में परिषद की बैठक बुलाई जाने को लेकर कहा जाता था तो तीन से चार-चार महीने तक परिषद की बैठक नहीं बुलाई जाती थी जबकि वह स्वयं चाहते हैं कि हर महीने परिषद की बैठक होना चाहिए किंतु नगर पालिका द्वारा इस प्रकार से कभी नहीं किया गया उन्होंने साफ साफ नगर पालिका पर यह आरोप लगाया है कि कहीं ना कहीं नगर पालिका द्वारा अपने करीबियों को लाभ पहुंचाने के लिए इस प्रकार से परिषद की बैठक बुलाई जा रही है क्योंकि सभी को पता है कि अब कभी भी आचार संहिता लग सकती है जिस कारण से यह परिषद की बैठक बुला जा रही हैं और यदि कल कोई उन्हें लिखित में देकर परिषद की बैठक ली जाती है तो वहां उसका विरोध करेंगे और इसकी शिकायत सबसे पहले कलेक्टर को उसके बाद कमिश्नर एवं नगरी निकाय सहित सभी संबंधित अधिकारी को इसकी शिकायत करेंगे और यदि उनके बिना परिषद की बैठक आहूत करके कोई एजेंडा पास किया जाता है तो वह इसके विरोध स्वरूप न्यायालय की भी शरण लेंगे
9 अक्टूबर को परिषद की बैठक रखी गई है- निशांत कुमार श्रीवास्तव
जब हमारे द्वारा परिषद परिषद की बैठक 9 अक्टूबर को होने की जानकारी को लेकर नगर पालिका के मुख्य नगर पालिका अधिकारी निशांत कुमार श्रीवास्तव से दूरभाष पर चर्चा की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि 9 अक्टूबर को परिषद की बैठक रखी गई है क्योंकि कुछ दिन पहले PIC की बैठक रखी गई थी जिसमें सरेखा में बना रहे ओवर ब्रिज में पाइप शिफ्टिंग के लेकर एक प्रस्ताव रखा गया था जो ढाई करोड़ से अधिक का था वह प्रस्ताव PIC की बैठक में पास नहीं हो सकता था जिस कारण से आनन फानन में यह परिषद की बैठक बुलाई गई है जब हमने विपक्ष द्वारा लगाए गए आरोप को मुख्य नगर पालिका अधिकारी से पूछा कि विपक्ष का कहना है कि कुछ लोगों को व्यक्तिगत लाभ दिलाने के लिए इस प्रकार से आनन फानन में बैठक बुलाई जा रही है जबकि अभी ना ही परिषद की बैठक का एजेंडा बनाया गया है और ना ही एजेंडे की काफी को पक्ष और ना ही विपक्ष के पार्षदों को दिया गया है उसे पर मुख्य नगर पालिका अधिकारी द्वारा कहा गया कि यदि विपक्ष द्वारा ज्यादा ही विरोध किया जाता है तो वह परिषद की इस बैठक को निरस्त कर देंगे पूछा गये एक सवाल में की क्या इस प्रकार से परिषद की बैठक बुलाई जा सकती है एवं देखा जाए तो निशांत कुमार श्रीवास्तव एक वरिष्ठ एवं सुलझे हुए मुख्य नगर पालिका अधिकारी है तो उनके द्वारा यह साफ कर दिया गया कि इस प्रकार से तो नहीं बुलाई जाती और यदि परिषद का अधिक विरोध होता है तो वह स्वयं ही इस परिषद की बैठक को निरस्त करवा देंगे