नगर के तहसील कार्यालय में 1 अप्रैल की दोपहर करीब 1:50 बजे आवारा श्वान के द्वारा छोटी बच्ची पर हमला कर काटने का प्रयास किया गया। जहाँ आसपास मौजूद लोगों के द्वारा बच्ची को बचाकर आवारा श्वान को भगाया गया। इस दौरान बच्ची इतनी ज्यादा डर गई थी वह लंबे समय तक रोती रही यह देख वहां पर भीड़ लग गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार बुदबुदा निवासी अज्ञात महिला 1 अप्रैल को अपने किसी आवश्यक कार्य से एसडीएम कार्यालय आई हुई थी जो अपनी बेटी के साथ नायाब तहसीलदार मंजुला महोबिया की कोर्ट के बाहर अपने किसी दस्तावेज का इंतजार कर रही थी। इस दौरान वह अपनी एक छोटी बच्ची के साथ आई हुई थी जिसे वह स्कूल से लेकर आई थी जहां पर समय ज्यादा लगने पर महिला के द्वारा बच्ची को गाड़ी की डिक्की में रखे पैसे निकाल कर कुछ खाने के लिए गाड़ी की चाबी देकर गाड़ी के पास जाने के लिए कहा गया। जहां से वह बच्चे सीढ़ी उतर कर जाने लगी तभी एक आवारा श्वान मौके पर पहुंचकर बच्ची के पीछे दौड़ का उसे पर हमला कर दिया इस दौरान बच्ची की स्कर्ट आवारा श्वान ने अपने मुंह में पकड़ लिया जिससे बच्चे घबरा कर गिर गई और चिल्लाने लगी। यह देख जैसे ही आवारा श्वान पैर में काटने के लिए जा रहा था तो आसपास मौजूद लोगों के द्वारा बच्ची को खींचकर बचाया गया वहीं उक्त आवारा श्वान को डरा कर भगा दिया गया। इसके बाद बच्ची बहुत ज्यादा डर गई और जोर-जोर से रोने लगी जहां पर घटना की जानकारी लगते ही भीड़ लग गई जिन्होंने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर प्रश्न भी खड़े करे। जहां लोगों का हल्ला सुन नायब तहसीलदार मंजुला महोबिया अपने चैंबर से उठकर बाहर आई और बच्ची को उसकी मां के साथ शांत करने का प्रयास किया फिर उसे अपने चेंबर में ले जाकर शांत करवाया गया वहीं आवारा श्वान के द्वारा कहीं काटा तो नहीं गया है इसकी भी जांच की गई।
कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है घटित
तहसील कार्यालय में बीते कुछ समय से आवारा श्वान की उपस्थिति बढ़ गई है जो लगातार इधर-उधर घूमते रहते हैं और लोगों के पीछे दौड़ते हैं। ऐसी स्थिति में कई लोगों को चोटिल भी होना पड़ता है क्योंकि वह डर जाते हैं जहां पर एक मादा आवारा श्वान के द्वारा बच्चों को जन्म दिया गया है वह भी पूरे परिसर में घूमते रहते हैं। ऐसे में लोगों को समस्या हो रही है और कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना घटित हो सकती है जबकि वह आवारा श्वान है जिससे रेबीज फैलने की सबसे ज्यादा संभावना बनी हुई है ऐसे में लोगों के द्वारा स्थानीय प्रशासन से अभियान चलाकर आवारा श्वान पर कार्यवाही करने की मांग की जा रही है।
सुनील अरोरा ने बताया कि बच्ची अपनी रास्ते से सीधे जा रही थी तभी आवारा श्वान जिसे यहां पर बच्चे दी है वह तहसील परिसर में बच्ची को जाता देख उसके पीछे दौड़ी और लपकने हुई। जिससे बच्ची गिर गई यह मैंने देखा और तत्काल दौड़कर बच्ची को हटाया वरना वह बच्ची के पैर को अपने मुंह में ले लेती। इस प्रकार आवारा श्वान की जनसंख्या बढ़ रही है जिस पर नगर पालिका विशेष अभियान चलाकर कार्यवाही करना चाहिये। कचहरी परिसर में भी बहुत ज्यादा आवारा श्वान हो गए हैं जो घूमते हैं यह सभी लावारिस श्वान है बच्ची स्कूल ड्रेस में थी जो अभी अपनी माता के साथ ठीक है।
श्रीमती डिलन साहू ने बताया कि एसडीएम कोर्ट में महिला अपने काम से आई हुई थी जिसके साथ एक बच्ची भी आई थी। इस दौरान बच्ची के पीछे आवारा श्वान दौड़ी और उसे पकड़ कर खींची तभी वह गिर गई और बहुत ज्यादा डर गई। नगर पालिका को ध्यान देना चाहिए किसी के भी साथ ऐसी घटना घटित हो सकती है आवारा श्वान बहुत ज्यादा खराब होते जा रहे हैं। यह श्वान के द्वारा सुबह से दो-चार लोगों पर झपटने का प्रयास किया गया आज ठीक-ठाक बचाने वाले थे अगली बार कुछ भी हो सकता है।