एनएसयूआई ने महाविद्यालय प्राचार्य को सौंपा ज्ञापन

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वारासिवनी(पद्मेश न्यूज)। शंकरसाव पटेल शासकीय महाविद्यालय वारासिवनी में १० फ रवरी को भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के तत्वाधान में विद्यार्थियों के द्वारा प्रदर्शन किया गया। जिसमें छात्र छात्राओं के द्वारा एकत्रित होकर महाविद्यालय के मुख्य गेट से रैली के माध्यम से महाविद्यालय के दूसरे गेट तक पहुंचे। जहां पर उनके द्वारा गेट को बंद कर जमकर नारेबाजी की जाती रही। वहीं प्रोफेसर वी के सिंह मुर्दाबाद कॉलेज प्रशासन होश में आओ जैसे विभिन्न प्रकार के नारे लगाये गये। जहां उपस्थित पुलिस बल के द्वारा छात्रों को समझाइस देकर गेट खुलवाया गया । जिसके बाद छात्र छात्राओं के द्वारा महाविद्यालय के चैनल गेट पर आकर प्राचार्य से महाविद्यालय स्तर की समस्याओं का सुधार करने और बालाघाट जिले में विश्वविद्यालय की मांग को सहयोग करने की अपील करते हुए ज्ञापन देकर प्रदर्शन का समापन किया गया। इस दौरान उनके द्वारा ऑर्गेनिक फ ार्मिंग के प्रोफेसर वी के सिंह की कार्य प्रणाली पर आक्रोश व्यक्त किया गया कि उनके द्वारा छात्र छात्राओं को हर बार सीसीई और प्रोजेक्ट में फेल किया जा रहा है। छात्राएं उपस्थित होने पर भी उन्हें अनुपस्थित बताया जा रहा है,साथ ही अन्य व्यवस्थाओं पर भी आक्रोश दिखाया गया। जहाँ बड़ी संख्या में छात्र छात्रायें मौजूद रहे।

बालाघाट जिले में विश्वविद्यालय बनाये जाने की मांग

एनएसयूआई के नेतृत्व मेंं छात्र छात्राओं के द्वारा अनुविभागीय दंडाधिकारी वारासिवनी के नाम का ज्ञापन प्राचार्य हेमंत मण्डले को सौंपा गया। ज्ञापन में उल्लेखित है कि जब से बालाघाट जिला में छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी में सम्मिलित किया गया है तब से बालाघाट की स्थिति शिक्षा जगत में दयनीय बनती जा रही। जिसके चलते बालाघाट जिले के छात्रों का भविष्य दांव पर लग गया है छात्रों सहित वहां के प्रोफेसर भी इस यूनिवर्सिटी को लेकर चिंतित नजर आते हैं। बालाघाट जिला मध्य प्रदेश के एक महत्वपूर्ण जिलों में से एक है जो अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और शैक्षिक संस्थानों के लिए जाना जाता है। मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा शिक्षक बालाघाट ने ही दिया है। इस जिले में स्थित एसएसपी कॉलेज वारासिवनी एक प्रमुख शैक्षिक संस्थान है जो उच्च शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। यदि बालाघाट जिले में विश्वविद्यालय बनाया जाता है तो बालाघाट जिले सहित सिवनी एवं मंडला जिले के बच्चों को भी बालाघाट में यूनिवर्सिटी बनने से शिक्षा में स्थान में लाभ मिलेगा। जबकि हमारे यहाँ विभिन्न पाठ्यक्रमों में उच्च शिक्षा की सुविधाएं अनुभवी और योग्य शिक्षकों की टीम, आधुनिक और सुसज्जित बुनियादी ढांचा, छात्रों के लिए विभिन्न सहुलियतें और सुविधाएं है। हम चाहते है की बालाघाट जिले से छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी को हटाकर जिले में विश्वविद्यालय बनाने की कृपा करें जिससे छात्रो को शिक्षा सम्बंधित उचित लाभ मिल सकें।

ऑर्गेनिक फार्मिंग प्रोजेक्ट में फेल कर विद्यार्थीयों का वर्ष कर रहे खराब-नेहा पटले

छात्रा नेहा पटले ने बताया कि मैं द्वितीय वर्ष में अध्यनरत हूं ऑर्गेनिक फ ार्मिंग का पेपर मेरे द्वारा दिया गया था। जिसकी मेन एग्जाम में मैं तो पास हो गई थी परंतु उक्त विषय में मुझे पूरक आई। उसमें फि र परीक्षा दी तो अनुपस्थित बता रहा है इस संबंध में सर के पास दो से तीन बार हम चले गए तो उन्होंने कहा कि वह कुछ नहीं कर सकते है। जबकि प्रैक्टिकल सीसीई महाविद्यालय से अंक दिए जाते हैं फि र भी उन्होंने अनुपस्थित दर्शाया है नंबर ही नहीं है अनुपस्थित दिखा रहा है। जबकि उस समय मैं कक्षा में आई हुई थी और जो लिस्ट है उसमें मेरे हस्ताक्षर है। अब पता नहीं की अनुपस्थिति क्यों दिख रहा है इन्होंने जो डाले हैं वह रिजल्ट भी बता रहा है। अब इनकी इस एक गलती के कारण मैं फाइनल वर्ष की परीक्षा केवल एक प्रैक्टिकल के लिए नहीं दे सकती। हमारा साल भी बर्बाद होगा हम चाहते हैं कि जो रिजल्ट है वह स्पष्ट रूप से बनाना चाहिए।

बालाघाट में यूनिवर्सिटी बने और छात्र छात्राओं को लाभ मिले-शिवम शर्मा

एनएसयूआई सदस्य शिवम शर्मा ने बताया कि हमारे ज्ञापन देने का मुख्य कारण है कि जिस प्रकार छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय से हमारे बालाघाट के महाविद्यालय संबंधित है। जिससे सभी तहसीलों के महाविद्यालय में पढ़ाई कर रहे छात्र.छात्राओं के पेपर में लेट लतिफ ी रिजल्ट खराब आना अनेक प्रकार की समस्या हो रही है। ऐसे में बालाघाट एनएसयूआई मांग करता है कि बालाघाट की यूनिवर्सिटी बने जिससे कि मंडला एवं सिवनी जिले को लाभ मिलेगा। वैसे भी बालाघाट जिला शिक्षा के क्षेत्र में बहुत आगे है हम चाहते हैं कि जिले की यूनिवर्सिटी बने और छात्र छात्राओं को लाभ मिले।

प्रोफेसर वी के सिंह से सभी छात्र छात्रायें परेशान है-सुमेद बंसोड़

एनएसयूआई सदस्य सुमेद बंसोड़ ने बताया कि हमारी मांग विश्वविद्यालय की थी जो बालाघाट का होना चाहिए। परंतु इस महाविद्यालय में विश्वविद्यालय और छात्र के बीच जो टीचर दलाल स्ट्रीट का काम कर रहे हैं उन पर कार्यवाही हो। यह पहले मेन एग्जाम में एवं पहले पूरक परीक्षा में उत्तीर्ण नहीं करते हैं फि र विशेष पूरक परीक्षा में उसे पास कैसे कर देते हैं जो दो बार नहीं हुआ। वह तीसरी बार हो जाता है और एक साथ पूरी बैच फेल हो रही है। वह भी एक ही विषय ऑर्गेनिक फ ार्मिंग में निरंतर ३ वर्षों से विद्यार्थी फेल हो रहे हैं । जब उनका वायवा होता है तो नाम पूछते हैं और कुछ नहीं करते हैं रिजल्ट जब हम देखते हैं तो पूरक या विशेष पूरक का हमें पता चलता है । फि र सर कहते हैं कि इस बार हो जाएगा क्योंकि उन्हें दया आ गई है प्रोफेसर वी के सिंह जिनका ऑर्गेनिक फार्मिंग विषय है वह पेपर में जो प्रोजेक्ट होता है उसमें दो तीन नंबर देते हैं। या एक दो नंबर से किसी को फेल कर देते हैं जबकि १०० नंबर का प्रोजेक्ट होता है जो महाविद्यालय के हाथ में है । नंबर देना ऐसे लोगों पर कार्यवाही होना चाहिए क्योंकि ३ वर्ष से छात्र छात्राएं परेशान है।

रिजल्ट को लेकर बच्चे परेशान है पता किया जायेगा- हेमंत मंडाले

महाविद्यालय प्राचार्य हेमंत मंड़ाले ने पद्मेश से चर्चा में बताया कि छात्र छात्राओं के द्वारा ज्ञापन दिया गया है। जिसमें रिजल्ट से संबंधित परेशानी उनके द्वारा बताई भी गई है और जो मांग है वह विश्वविद्यालय से संबंधित है। जिसे प्रशासनिक तौर पर विश्वविद्यालय भेज दिया जाएगा। रिजल्ट को लेकर बच्चे परेशान है जो बात आ रही है यदि विद्यार्थी उपस्थित है हस्ताक्षर किया है तो उन्हें अंक मिलने चाहिए। यह मामला हमारे संज्ञान में नहीं आया था अब आया है तो इसमें पता लगाया जाएगा और सत्यापन किया जाएगा। अनावश्यक कोई ऐसा कुछ नहीं करता है जो इंटरनल विषय है उसमें हम पता करेंगे और जो विश्वविद्यालय संबंधी है वह भेज दिया जाएगा।

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