कंजई के शुभम को ६२० की जगह महज ३० अंक ही हुए है प्राप्त नीट परीक्षा चयन को लेकर सोशल मीडिया पर चल रहे वायरल मैसेज का हुआ खुलासा

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नगर मुख्यालय से लगभग १२ किमी. दूर ग्राम पंचायत कंजई के कंजई टोला निवासी शुभम अगासे ने कक्षा १२ वीं परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद नीट की परीक्षा दिया और परीक्षा परिणाम आने के लगभग एक महीने बाद स्कूलों में व अपने चित-परिचितों को जानकारी दी की मैने नीट की परीक्षा उत्तीर्ण कर चुका हुं एवं ७२० में से ६२० अंक प्राप्त कर एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए गांधी मेडिकल कालेज भोपाल में प्रवेश हो चुका है और शुभम बुधवार को अपनी प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त किये विद्यालय शासकीय प्राथमिक व माध्यमिक स्कूल कंजई एवं हायर सेकेण्डरी स्कूल कंजई पहुंचकर शिक्षकों को मिठाई खिलाकर नीट की परीक्षा उत्तीर्ण करने की जानकारी दी। जिस पर शिक्षकगणों ने भी उसे मिठाई खिलाकर बधाई देने के साथ ही उज्जवल भविष्य की कामना की और सोशल मीडिया में भी ग्रामीण क्षेत्र का छात्र शुभम का नीट परीक्षा में ७२० में से ६२० अंक प्राप्त करने के साथ ही परीक्षा उत्तीर्ण कर एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए चयन होने पर शुभकामनाओं का दौर प्रारंभ हो गया था। शुभम अगासे साहू समाज का युवक है जिसका साहू समाज के द्वारा सम्मान करने की भी तैयारी की जा रही थी परन्तु जब पद्मेश की टीम के द्वारा शुभम अगासे के नीट परीक्षा उत्तीर्ण होने एवं ७२० में से ६२० अंक प्राप्त करने की सत्यता जाने का प्रयास शुभम से किया तो उन्होने मार्कशीट उपलब्ध नही करवाया जिसके बाद संदेह होने पर स्कूल शिक्षक व शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों से भी जानकारी प्राप्त की गई परन्तु उन्होने भी संतोषजनक जवाब नही दिया और बताया कि शुभम ने रूक जाना नही के तहत कक्षा १२ वीं की परीक्षा उत्तीर्ण किया है। जब पद्मेश टीम के द्वारा पतासाजी की गई तो पता चला कि अभी तो मेडिकल कालेजों में प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ नही हो पाई है और नेट की मार्कशीट प्राप्त की गई तो पाया गया कि शुभम को ७२० में से महज ३० अंक ही प्राप्त हुए है इस तरह कंजई के शुभम को ६२० की जगह महज ३० अंक की मिले है इस तरह नीट परीक्षा चयन को लेकर सोशल मीडिया पर चल रहे वायरल मैसेज का खुलासा हुआ है और शुभम अगासे इस तरह शिक्षकों व अपने चित-परिचितों को गुमराह कर रहा था।

चर्चा में शुभम अगासे ने बताया कि नीट परीक्षा परिणाम जब आया तो मैंने और मेरे दोस्तों ने देखे तो उस समय ६२० अंक थे
परन्तु १३ अक्टूबर को पुन: देखने के बाद ३० अंक दिख रहा है समझ नही आ रहा है कि ऐसा कैसे हो गया।

चर्चा में शासकीय माध्यमिक स्कूल कंजई के प्रधानपाठक राधेश्याम मेश्राम ने बताया कि शुभम अगासे हमारे विद्यालय में कक्षा १ से ८ वीं तक अध्ययन किया है जिसकी पढ़ाई सामान्य थी परन्तु बुधवार को वहां मिठाई लेकर स्कूल आया और हमें बताया कि मैने नीट परीक्षा उत्तीर्ण कर चुका हूं एवं गांधी मेडिकल कालेज में प्रवेश हो चुका है यह सुनकर हमें बहुत खुशी हुई और उसे शुभकामनाएं भी दिये परन्तु १४ अक्टूबर को सोशल मीडिया मैसेज के माध्यम से ही जानकारी लगी है कि उसने नीट की परीक्षा उत्तीर्ण नही किया है जिससे ७२० में से महज ३० अंक ही मिले है। श्री मेश्राम ने बताया कि छात्र शुभम को इस तरह से गलत जानकारी नही देना था, नीट की परीक्षा उत्तीर्ण करने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ती है।

दूरभाष पर चर्चा में जिला शिक्षा अधिकारी अश्विनी उपाध्याय ने बताया कि नीट परीक्षा के परिणाम आये तो है परन्तु काउंसिलिंग प्रक्रिया प्रारंभ नही हुई है और कंजई से सोशल मीडिया में मैसेज वायरल हुआ है कि शुभम अगासे ने नीट परीक्षा में ७२० में से ६२० अंक प्राप्त किया है जिसकी जानकारी विद्यालय प्रबंधन से ली गई तो सोशल मीडिया पर चल रहा मैसेज गलत पाया गया।

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