कटंगी (पद्मेश न्यूज)। करीब डेढ साल से कटंगी-बालाघाट-गोंदिया के बीच यात्री ट्रेन का संचालन बंद है। इस बीच तिरोडी से कटंगी 19 किमी. का नया रेलवे ट्रेक बनकर तैयार हो चुका है। इसके अलावा बालाघाट से कटंगी और कटंगी से तिरोडी रेल मार्ग पर इलेक्ट्रिफिकेशन का कार्य भी पूरा हो गया है। जिसका सीआरएस निरीक्षण किया जा चूका है। सूत्रों की माने तो सीआरएस के बाद रेल मंत्रालय ने अनुमोदन भी दे दिया है मलतब यह रेल पथ पूरी तरह से इलेक्ट्रानिक ट्रेनों के संचालन के लिए तैयार हो चुका है। मगर, ना जाने फिर भी क्यों इन रेल पथ पर अब तक यात्री ट्रेनों का संचालन शुरू नहीं हो पाया है। रेल विभाग ट्रेनों के संचालन पर चुप्पी साधे हुए है। चौकानें वाली बात तो यह है कि अनुमोदन मिलने के बाद भी बीते कुछ समय में इस रेल पर निरीक्षण के दौरान जिले की जनता को गुमराह करने के लिए डीजल इंजन चलाया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ राजनैतिक गलियारों में चर्चा है कि मंडला सांसद केन्द्रीय इस्पात राज्यमंत्री फग्गनसिंह कुलस्ते मंडला से तिरोडी रेल पथ पर चलने वाली ट्रेन हरी झंडी दिखाना चाहते है जिस कारण उन्होनें ही यात्री ट्रेन के पहियों पर ब्रेक लगाकर रखा है। दरअसल, विगत दिनों 30 जुलाई को रेलवे सलाहकार समिति की एक ऑनलाइन बैठक संपन्न हुई है जिसमें डीआरएम मनिंदर सिंह उप्पल ने जानकारी देते हुए बताया है कि 3 ट्रेनों का संचालन होगा। जिसमें तिरोडी कटंगी नई रेल लाईन पर मंडला से तिरोडी, मंडला से जबलपुर और जबलपुर से बालाघाट ट्रेने शामिल है। सांसद फग्गनसिंह कुलस्ते मंडला से तिरोडी रेल पथ को जब तक हरी झंडी नहीं दिखाते तब तक तिरोडी कटंगी रेल पथ पर ट्रेनों के पहिए थमे हुए ही रहेगें। उल्लेखनीय है कि 30 जुलाई को हुई बैठक में डीआरएम ने बताया कि महाराष्ट्र सरकार (मंत्रालय) मध्यप्रदेश में रेल संचालक के लिए अनुमति नहीं दे रही है। डीआरएम की इन बातों में कोई खास दम नहीं दिख रहा है चूकिं वर्तमान में महाराष्ट्र राज्य के ही इतवारी से मध्यप्रदेश के छिंदवाडा के बीच पैसेजर ट्रेन का संचालन हो रहा है। वहीं महाराष्ट्र के गोंदिया से ही छत्तीसगढ राज्य के रायपुर, बिलासपुर सहित अन्य महानगरों की तरफ ट्रेनों की आवाजाही निर्बाध तरीके से हो रही है। जिससे प्रतीत होता है कि रेल विभाग से लेकर राजनेता जानबुझकर बालाघाट जिले की उपेक्षा कर रहे है. और अगर महाराष्ट्र सरकार वाकई में रोड़ा लगा रही है तो राज्यसभा सांसद श्रीमती संपतिया उइके, मंडला सांसद और केन्द्रीय फग्गनसिंह कुलस्ते तथा बालाघाट सांसद डॉ ढालसिंह बिसेन महाराष्ट्र सरकार और रेल मंत्रालय एवं रेलवे बोर्ड से चर्चा कर ट्रेनों के संचालन में आने वाली अडचन सहित अन्य तमाम समस्याओं का समाधान कर सकते है। गौरतलब हो कि पूर्व में डीआरएम ने 15 अगस्त तक नये रेल पथ पर ट्रेनों का संचालन शुरू होने का आश्वासन दिया था जिसके चलते अभी चर्चा है कि 15 अगस्त से ट्रेन शुरू होगी पंरतु फिलहाल ट्रेन का संचालन होने के कोई आसार नहीं दिख रहे है चूकिं रेल विभाग ने अब तक ट्रेनों के संचालन की कोई गाइड लाईन और टाइम टेबल जारी नहीं किया है