कहीं मतदान से वंचित ना हो जाए सरकारी कर्मचारी ?

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केवल बालाघाट जिला ही नहीं बल्कि संपूर्ण मध्य प्रदेश में आज से ठीक 1 दिन बाद 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने हैं जहां इस चुनाव में मतदान का प्रतिशत बढ़ाने और ज्यादा से ज्यादा लोगों को मतदान के लिए प्रेरित करने को लेकर राज्य औऱ निर्वाचन आयोग द्वारा तरह-तरह के जन जागरूकता अभियान चलाए गए। ताकि कोई भी मतदाता, मतदान से वंचित न हो। लेकिन इस जन जागरूकता अभियान और निर्वाचन संबंधी कार्यों में जिन कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है उनमें से कई कर्मचारियों को अब तक डाक मतपत्र प्राप्त नहीं हो पाए हैं।जिसके चलते अब निर्वाचन कार्य में लगे कर्मचारियों को अपने मताधिकार से वंचित होने का डर सता रहा है। जहां अब तक 1000 से अधिक ऐसे कर्मचारी हैं जिन्हें डाक मत पत्र जारी नहीं किए गए हैं।जिसपर अपनी नाराजगी जताते हुए इन कर्मचारियों ने बुधवार को जिला निर्वाचन अधिकारी और नोडल अधिकारी से मुलाकात की जिसमे उन्होंने अधिकारियों के समक्ष अपनी समस्या रख इस समस्या का त्वरित निराकरण किया जाने की मांग की है। जहां उन्होंने उन्हें जल्द से जल्द डाक मत पत्र जारी करने और उन्हें उनके अधिकार से वंचित ना करने की गुहार लगाते हुए डाक मत पत्र जारी ना करने पर संबंधित अधिकारियों कर्मचारियों के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही किए जाने की मांग की है।

एक नहीं दो दो बार भरा है फॉर्म, फिर भी नहीं मिला डाक मतपत्र
कर्मचारियों के मुताबिक उन्होंने डाक मतपत्र से मतदान करने के लिए एक बार नहीं बल्कि दो दो बार 12 नंबर का सी फॉर्म भरा है बावजूद इसके भी उन्हें अब तक डाक मतपत्र प्राप्त नहीं हो पाया है। केवल वे ही नहीं बल्कि ऐसे कई कर्मचारी हैं जो अपने मताधिकार से वंचित होने पर मजबूर हैं। जिन्होंने जल्द से जल्द उन्हें डाकपत्र दिए जाने और उन्हें मतदान से वंचित ना किए जाने की गुहार लगाई है

1500 से अधिक कर्मचारियों को नहीं मिला डाक मत पत्र
बात अगर विभागीय आंकड़ों की करे तो विधानसभा क्षेत्र 108 बैहर, में 2179, कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है जिसमें सभी 2179 कर्मचारियों को डाक मतपत्र जारी कर दिया गया है। जबकि विधानसभा क्षेत्र 109 लांजी में 2435 कर्मचारियों में से महज 2107 कर्मचारियों को ही डाक मतपत्र प्राप्त हुए हैं। इसके अलावा विधानसभा क्षेत्र 110 परसवाड़ा में 2053 कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है जिसमें से महज 1764 कर्मचारियों को ही डाक मतपत्र प्राप्त हो पाए हैं। जबकि विधानसभा क्षेत्र 111 बालाघाट में 3693 कर्मचारियों की ड्यूटी निर्वाचन में लगाई गई है इसके मुकाबले 3476 कर्मचारियों को डाक मत पत्र प्राप्त हुए हैं। वही बात अगर विधानसभा क्षेत्र 112 वारासिवनी की करें तो इस विधानसभा क्षेत्र में 2483 कर्मचारियों की ड्यूटी निर्वाचन कार्य में लगाई गई है जिसके मुकाबले 2226 कर्मचारियों को ही डाक मतपत्र प्राप्त हो पाए हैं। वही विधानसभा क्षेत्र 113 कटंगी में 2093 कर्मचारियों की ड्यूटी निर्वाचन कार्य में लगाई गई है इसकी तुलना में महज 1757 कर्मचारियों को ही डाक मतपत्र प्राप्त हो पाए हैं।इस तरह से 6 विधानसभा क्षेत्र में 14936 कर्मचारियों में से 13509 कर्मचारियों को ही डाक मतपत्र दीए गए हैं जबकि 1427 से अधिक ऐसे कर्मचारी है जिन्हें अब तक डाक मतपत्र प्राप्त नहीं हो पाए हैं बताया जा रहा है कि इनके अलावा भी अन्य ऐसे कर्मचारी हैं जिन्हें अब तक डाक मतपत्र प्राप्त नहीं हो पाए हैं।

मतदान से वंचित ना रह जाए यह कर्मचारी?
कर्मचारियों का आरोप है कि उनके साथ के कई ऐसे कर्मचारी हैं जिन्हें पूर्व में ही डाक मत पत्र प्राप्त हो गए हैं। तो वहीं कई कर्मचारी ऐसे हैं जिन्हें अब तक डाक मतपत्र प्राप्त नहीं हो पाए हैं डाक मतपत्र की जानकारी लेने पर भी उन्हें संतोषजनक जवाब नहीं मिल पा रहा है। जिसके चलते उन्हें अब डर लग रहा है की कही वे मतदान से ही वंचित ना रह जाए।

ये विभागीय लापरवाही है- शमीम
मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान शिक्षा विभाग संभाग परसवाड़ा में पदस्थ शिक्षक अब्दुल शमीम ने बताया कि उन्हें अब तक डाक मत पत्र प्राप्त नहीं हुआ है। जबकि उन्होंने दो बार फॉर्म भर कर दिया है ।उन्हें अब उम्मीद भी नहीं लग रही है कि उन्हें डाक मतपत्र मिलेगा इसमें पूरी विभागीय लापरवाही है। लापरवाह कर्मचारियों पर कार्यवाही की जानी चाहिए ।

बोल रहे हैं कि डाग मतपत्र जारी हो गया है- गढ़पाल
वही माध्यमिक शिक्षक योगेंद्र गढ़पाल ने बताया कि उन्हें अब तक डाक मतपत्र प्राप्त नहीं हुआ है। जबकि ट्रेनिंग के दौरान ही उन्होंने डाक मतपत्र के लिए आवेदन भर के दिया था। हमें संतोषजनक जवाब भी नहीं मिल रहा है। तहसीलदार मैडम से बात किया तो वह बोल रही है कि डाक मतपत्र जारी हो गया है लेकिन हमें अब तक नहीं मिला है हमें ऐसा लग रहा है कि कहीं हम मतदान से वंचित ही ना हो जाए ।

मेरा तो रिकॉर्ड नहीं मिल रहा है – तुलसेकर
वही एक अन्य शिक्षक सुरेश कुमार तुलसेकर
ने बताया कि उन्होंने आवेदन किया है बावजूद इसके भी उनका रिकॉर्ड नहीं मिल रहा है।अभ जब निर्वाचन से जानकारी ली गई तो बोल रहे हैं कि आपका नाम लांजी से ही नहीं आया। जबकि मैंने आवेदन फॉर्म भरा है। बहुत से ऐसे कर्मचारी हैं जिन्हें भी डाक पत्र जारी नहीं हुआ है।हमें संतोषजनक जवाब भी नहीं मिल पा रहा है।

लापरवाह कर्मचारियों पर कार्यवाही होनी चाहिए सजल मस्की
वही मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान मध्य प्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा जिला संयोजक सजल मस्की ने बताया कि उन्हें भी स्वयं का डाक पत्र प्राप्त नहीं हुआ है ।एक सप्ताह से हम डाक मत पत्र के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं लेकिन हमें डाक मतपत्र नहीं दिया गया। जिला प्रशासन से हमने चर्चा की है तो हमें कहा गया है कि जल्द ही डाक पत्र मिल जाएंगे। डाकपत्र जारी कर दिया गया है। यदि हमें डाक पत्र नहीं मिला तो हम वोट देने से वंचित हो जाएंगे ।नोडल अधिकारी से हमने बात की तो वह कह रहे हैं कि डाक मत पत्र जारी हो चुके हैं जल्द ही मिल जाएंगे। हमारी मांग है कि कार्य में सुधार होना चाहिए ।1000 से अधिक ऐसे कर्मचारी हैं जिन्हें अब तक डाक मत पत्र प्राप्त नहीं हुए हैं ।वही इसमें लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों पर कार्यवाही की जानी चाहिए।

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