आज भी ग्राम पंचायत कासपुर के वासी बरसात में गिरे मकान के मुआवजा राशी पाने काफी जद्दोजहद कर रहे हैं। ग्रामीणों का साफ तौर पर कहना है कि उन्हे बरसात के समय गिरे मकान का पटवारी के द्वारा सर्वे किये जाने के बाद भी मुआवजे की राशी नही मिली है। ऐसे में अगर उन्हे मुआवजे की कुछ राशी जो शासन के द्वारा निर्धारित हैं अगर उसका भुगतान हो जाये जो यह उन लोगों के लिये राहत रहेगी। इस संबंध में पद्मेश को जानकारी देते हुये ग्रामीण राम भरोसे भगत ने बताया कि उनका आधा मकान दो वर्ष पूर्व जल गया था। जिसका उन्हे बकायदा मुआवजा मिला है। मगर इस वर्ष आषाढ़ माह में मकान का जो आधा हिस्सा था वो बारिश की वजह से गिर गया। जिसका मुआवजा उन्हे प्राप्त नहीं हुआ हैं। पटवारी ने बकायदा इस बारे में सर्वे भी किया है मगर अभी तक कोई राशी नही मिली है। उन्होने जैसे तैसे गरीबी हालत में दूसरे स्थान पर मकान बनाया है। मगर वे इसी आस में है कि उन्हे शासन प्रशासन की तरफ से मुआवजा मिले। फिलहाल उन्होने अपने खेत में मकान बनाया है। ताकि वे अपने परिवार के साथ रह सके। वही जब इस संबंध में ग्राम सचिव कासपुर झनकलाल लिल्हारे से पद्मेश ने चर्चा की तो उन्होने बताया कि उनके द्वारा जिनके मकान गिरे थे उनकी सूचना पंचायत द्वारा जनपद में दे दी गई थी। जहां से राजस्व विभाग ने पटवारी को भेजा और उन्होने सर्वे भी किया है। मगर जो जानकारी हमें मिली है उसके मुताबिक शासन से अभी राशी आवंटित नही हुई है। जैसे ही शासन से राशी प्राप्त होगी तो जिनके मकान गिरे है उनके खाते में राशी आ जायेगी। हमारी पंचायत में आधा दर्जन मकान बारिश के दौरान गिरे थे।