जिला जेल में उस वक्त अफरातफरी मच गई जब जेल प्रबंधन पर प्रताड़ित किए जाने का आरोप लगाते हुए एक विचाराधीन कैदी ने स्वयं पर आत्मघाती हमला कर आत्महत्या किए जाने का प्रयास किया ।
आपको बताए कि शिक्षक से हत्यारे बने एक कैदी ने ब्लेड से अपने हाथ और गर्दन पर कई वार कर स्वयं को लहूलुहान कर कर आत्महत्या किए जाने का प्रयास किया।
जिसकी सूचना मिलने पर जेल प्रबंधन द्वारा घायल कैदी को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायल कैदी का नाम जितेंद्र ठाकरे बताया गया है जिसका जिला अस्पताल में उपचार जारी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सोमवार की सुबह करीब 11बजे विचाराधीन कैदी जितेंद्र ठाकरे ने जेल में आए अपने परिजनों से चर्चा की थी उसके बाद बैरंग में जाकर उसने अपने आप को ब्लैड मार कर घायल कर लिया। जहां अस्पताल में भर्ती विचाराधीन कैदी जितेंद्र ठाकरे ने जेलर बीएल प्रजापति पर गम्भीर आरोप लगाए गए।
कैदी की पत्नी रितेश्वरी ठाकरे ने अस्पताल प्रबंधन पर उनके पति को प्रताड़ित किए जाने का आरोप लगाते हुए मामले की उन्हें सूचना नहीं दिए जाने की बात कही है।
जिला जेल अधीक्षक बीएल प्रजापति ने विचाराधीन घायल कैदी जितेंद्र ठाकरे और उनकी पत्नी रितेशवरी ठाकरे द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को झूठा व बेबुनियाद बताया है।
आपको बताए कि शिक्षक से कैदी बना जितेन्द्र एक बार फिर सुर्खियों में है। जानकारी के अनुसार शिक्षक जितेन्द्र ठाकरे का एक स्कूल था। जिसने घर और स्कूल बस के लिए लोन लिया था, लेकिन वह लोन नहीं जमा नहीं कर पा रहा था। जिससे बचने के लिए उसने स्वयं के कराये गये 20 लाख के इंश्युरेस को पाने के लिए एक चाल चली। जिसने तीन साल पहले अपने कदकाठी के भरवेली निवासी दिलीप सोनेवानी को काम के बहाने अपने साथ ले गया था।उधर 26 मई 2019 को कंजई घाटी में स्कूल का टाटा मैजिक वाहन और उससे लगभग 50 फीट की दूरी पर एक जला हुआ शव मिला था। जिसकी पहचान शिक्षक जितेन्द्र ठाकरे के रूप में उसके भाई महेन्द्र ठाकरे ने की थी। जिसके बाद लालबर्रा पुलिस ने शव बरामद कर पंचनामा कार्यवाही के बाद शव का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया था।
बाद में पूरे घटनाक्रम का पुलिस ने खुलासा भी कर दिया था जिसके बाद से ही आरोपी जितेंद्र ठाकरे हत्या के केस में विचाराधीन कैदी के रूप में जिला जेल में बंद है।