आखिरकार लंबे समय के बाद शासकीय सिविल अस्पताल वारासिवनी में १८ वर्ष से अधिक आयु के लोगों को बूस्टर डोज नि:शुल्क लगाने का कार्य १५ जुलाई से प्रारंभ कर दिया गया है। जिसके तहत पहले दिन अस्पताल में ८ युवाओं को बूस्टर डोज लगाया गया जो प्रक्रिया निरंतर जारी रहेगी यह बूस्टर डोज कार्यक्रम आजादी के अमृत महोत्सव के तहत मनाया जा रहा है। जिसमें १५ जुलाई से आने वाले ७५ दिनों तक १८ वर्ष से अधिक उम्र के युवाओं को जिन्होंने पहला और दूसरा कोविड़ १९ का टीकाकरण करवा चुके हैं उन्हें तीसरा बूस्टर डोज लगाया जायेगा।
१८ वर्ष से अधिक के एक लाख छै: सौ ग्यारह लोगों का होना है टीकाकरण
कोविड.१९ महामारी से बचाव के लिए सरकार के द्वारा टीकाकरण प्रारंभ किया गया जिसमें पहला और दूसरा टीकाकरण निशुल्क रूप से सभी को लगाया गया जिसके बाद दूसरे टीकाकरण के ९ महीने बाद तीसरा टीकाकरण बूस्टर डोज के रूप में लगाया जाना था। जिसमें कई लोगों की अवधि भी पूर्ण हो गई थी और वह टीकाकरण के लिए रास्ता देख रहे थे जिन्हें मोबाइल में संदेश मिल रहा था परंतु स्थानीय व जिला स्तर पर टीकाकरण केंद्र ना होने से उन्हे परेशान होना पड़ रहा था। परंतु अब १८ वर्ष से अधिक और वर्ष से कम उम्र के एक लाख छै: सौ ग्यारह ऐसे थे जिन्हें दोनों टीके लग चुके हैं और तीसरा टीकाकरण का रास्ता देख रहे थे उनका भी टीकाकरण अब किया जायेगा।
६० साल के ऊपर के ६५०० लोगों का हुआ टीकाकरण
कोविड.19 वैक्सीनेशन में ६० वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को प्राथमिकता देकर पहला और दूसरा वैक्सीनेशन पूर्ण कराया गया था और इनके लिये तीसरा वैक्सीनेशन बूस्टर डोज के रूप में लंबे समय से अस्पताल में किया जा रहा है परंतु इसमें खासी उत्सुकता नहीं दिख रही है जिसके कारण मात्र ६५०० लोगों का ही वैक्सीनेशन हो पाया है जबकि ६० वर्ष से अधिक उम्र के कुल १९०५४ लोग हैं जिसमें से अभी भी १२५५४ लोग ऐसे हैं जिन्हें वैक्सीनेशन नहीं हो पाया है।
अब ६ महीने बाद लगेगा बूस्टर डोज
कोविड.१९ वैक्सीनेशन के पहले और दूसरे वैक्सीनेशन के बाद ९ महीने की अवधि पूर्ण करने पर ही तीसरा वैक्सीनेशन बूस्टर डोज दिया जा रहा था जिसकी अवधि अब छह माह कर दी गई है ऐसे में दूसरे वैक्सीनेशन के बाद ६ माह की अवधि पूर्ण करने पर बूस्टर डोज लगाया जायेगा।
१५३ लोगों ने नहीं लगा दूसरा डोज
शासकीय सिविल अस्पताल वारासिवनी अंतर्गत वृहद स्तर पर वैक्सीनेशन कार्यक्रम चलाकर लोगों को वैक्सीनेट किया गया जिसमें पहला वैक्सीन लगाने वालों को दूसरे व्यक्ति के लिए प्रेरित किया गया और अब दोनों डोज पूर्ण कर चुके लोगों को बूस्टर डोस लगाने की तैयारी की जा रही है परंतु वर्तमान तक पहला डोज लगाने के बाद १५३ ऐसे लोग हैं जिनके द्वारा दूसरा वैक्सीनेशन नहीं करवाया गया है जिन्हें स्वास्थ विभाग के द्वारा वैक्सीन लगाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। पद्मेश से चर्चा में दूरभाष पर बीएमओ डॉ. रविन्द्र ताथोड़ ने बताया कि १८ वर्ष से अधिक उम्र के युवाओं को बूस्टर डोज लगाने का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है।
१८ वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को लग रहा बूस्टर डोज – डॉ.ताथोड़
जिसमें सिविल अस्पताल और अन्य स्थानों पर वैक्सीनेशन किया जा रहा है। देश में करीब एक लाख से अधिक युवाओं को वैक्सीन लगाई जानी है। डॉ. ताथोड़ ने बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव के तहत शासन के द्वारा ७५ दिन के लिए यह अभियान प्रारंभ किया गया है जिसका शुभारंभ १५ जुलाई से सिविल अस्पताल में कर दिया गया है इस दौरान कुछ युवाओं को वैक्सीन लगाई गई।










































