हाल ही में कोरोना पॉजिटिव आए कोसमी के एक मरीज ने स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ा रखी है कोसमी निवासी जयकिशन ने 21 सितंबर को स्वास्थ्य ठीक ना होने पर आरटी पीसीआर टेस्ट करवाया था जिसकी 22 सितंबर को रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी लेकिन जांच कराए जाने के दौरान मरीज के द्वारा गलत एड्रेस दे दिया गया जब स्वास्थ्य विभाग की टीम मरीज के पॉजिटिव आने पर उसके दिए गए पते पर पहुंची तो उन्हें मरीज का कोई अता पता नहीं लगा जिसके कारण स्वास्थ्य विभाग पशोपेश की स्थिति में है और स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा तत्परता से मरीज की तलाश की जा रही है।
अब सवाल यह उठता है कि जब मरीजों का कोविड-19 टेस्ट लगाया जाता है तो उनके द्वारा दिए गए पते को लेकर स्वास्थ्य विभाग के द्वारा उसका परीक्षण क्यों नहीं किया जाता इस प्रकरण मैं साफ तौर पर कहा जा सकता है कि स्वास्थ्य विभाग के द्वारा मरीज की जानकारी लेने में लापरवाही बरती गई है अब यदि यह मरीज स्वास्थ्य विभाग को मिल जाता है तो सब कुछ ठीक-ठाक रहेगा लेकिन यदि मरीज खुलेआम घूम रहा है या वह अपनी बीमारी को लेकर सजग नहीं है तो इसके आने वाले समय में घातक परिणाम आ सकते हैं।










































