पूर्व सांसद कंकर मुंजारे ने एक बार फिर नक्सली एनकाउंटर पर सवाल उठाए हैं। जिन्होंने ना सिर्फ 29 सितंबर को सोनगुड्डा चौकी के कोदापार जंगल में हुई मुठभेड़ में मारे गए नक्सली कमलू के एनकाउंटर को फर्जी बताया है, बल्कि उन्होंने अब इस एनकाउंटर में पुलिस के खिलाफ कोर्ट में गवाही देने वालो को डराने धमकाने और मुख्य गवाह को पुलिस द्वारा अगवाह किए जाने का आरोप लगाते हुए। सभी एनकाउंटरो की सीबीआई जांच करने की मांग की है। जहां उन्होंने इस एनकाउंटर में चार लोगों द्वारा स्टांप पेपर पर शपथ पत्र लिखकर कोर्ट में पुलिस के खिलाफ गवाही देने पर पुलिस द्वारा लगातार गवाहों को डराने धमकाने और कोर्ट में जज के सामने दिए गए बयान को बदलवाने की धमकी देने का आरोप लगाया है। तो वहीं उन्होंने इस एनकाउंटर के मुख्य गवाह राजू उइके का शनिवार की दोपहर उकवा से पुलिस द्वारा अपहरण किए जाने का आरोप लगाते हुए उसे फर्जी केस में फसाने या फिर उसका भी फर्जी एनकाउंटर किए जाने की आशंका जाहिर की है। जहां उन्होंने इस मामले में कलेक्टर डॉ गिरीश मिश्रा और पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ पर तत्काल हत्या का मुकदमा दर्ज कराकर उन्हें तत्काल बालाघाट से हटाने औऱ इस पूरे मामले में सीबीआई जांच करने की मांग की है।
गवाहों को धमका रही है पुलिस, कोर्ट में बयान बदलने का बना रहे दवाव
आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान पूर्व सांसद कंकर मुंजारे ने बताया कि उन्हें इस एनकाउंटर के गवाह राजू उसके का फोन आया था। जिसके घर से पुलिस ने नक्सली कमलू को पकड़ कर लेकर गए थे, बाद में नक्सली कमलु की हत्या कर दी गई इस मामले में मजिस्ट्रेट जांच को लेकर जिला प्रशासन द्वारा विघ्यपति जारी की गई थी जिसमें राजू उइके सहित चार लोगों ने इस एनकाउंटर को फर्जी एनकाउंटर बताते हुए, स्टांप पेपर पर शपथ पत्र लिखकर ,कोर्ट में जमा किया है। साथ ही कोर्ट में जज के सामने पुलिस के खिलाफ गवाही दी है।जिसमे ग्रामीणों ने इसे फर्जी एनकाउंटर बताया है। इस मामले में पुलिस अब गवाहों को धमका रही है लगातार उन्हें फोन कर धमकाया जा रहा है। उन्हें लगातार कोर्ट में पेश किए गए शपथ पत्र और बयान को बदलने की बात कही जा रही है। और तरह-तरह से गवाहों को प्रताड़ित किया जा रहा है।
पुलिस ने मुख्य गवाह का किया अपहरण,गवाह राजू का एनकाउंटर कर सकती है पुलिस
श्री मुंजारे ने बताया कि जनपद पंचायत बैहर के अंतर्गत आने वाले रूपझर थाना,सोंनगुड्डा पुलिस चौकी ग्राम पंचायत के ग्राम कुर्रेझोड़ी में राजू उइके नाम का एक व्यक्ति अपने परिवार के साथ रहता है 27 सितंबर बुधवार की रात्रि करीब 10 बजे उसके घर कमलू नाम का लड़का आया था वह लोअर ,कमीज साधारण कपड़े पहना हुआ था करीब 24 ,25 वर्ष उसकी उम्र थी जब राजू ने पूछा कि कहां से आ रहे हो तो उसने बताया कि वह रास्ता भटक गया है। रात हो गई है इसीलिए वह उसके घर रुकेगा।उसे जानकारी नही थी कि वह नक्सली है।जिस पर नक्सली कमलू उसके घर रुका था। रात को कमलू उसके घर खाना खाकर सो गया था। सुबह उठने के बाद करीब 9 बजे उसने राजू के साथ खाना खाया और राजू अपने काम से सोनपूरी उकवा चल गया। जबकि नक्सली कमलू उसके घर में रुका था। शाम 7 बजे जब राजू घर वापस आया तो उसने उसी लड़के के साथ खाना खाया लड़का उसके घर एक दिन और एक रात रुका।29 सितंबर की अल सुबह लगभग 3:30 बजे रात्रि में 30 से 40 पुलिस वालों ने राजू का घर घेर लिया। लड़का जब पेशाब करने के लिए बाहर गया तो पुलिस ने उसे घेर कर पकड़ लिया ।उसके साथ मारपीट की और उसके हाथ पीछे बांधकर उसे अपने साथ लेकर गए। जिसके दूसरे दिन जानकारी मिली कि पुलिस वालों ने उसे लड़के को कोर्रेझोडी गांव से पड़कर 15 किलोमीटर दूर ग्राम कोदापार जंगल की पहाड़ी के ऊपर ले गए और उसकी हत्या कर दी और उसे एनकाउंटर बता दिया। जब मजिस्ट्रेट जांच के लिए सूचना जारी हुई तो उसमें दावे आपत्ति मांगे गए थे। जिस पर राजू ने यह पूरा घटनाक्रम शपथ पत्र में लिखकर कोर्ट में जमा किया है वही जज के सामने पुलिस के खिलाफ गवाही भी दी है और इस मामले को फर्जी एनकाउंटर बताया है। वहीं अन्य प्रत्यक्षदर्शियों ने भी पुलिस के खिलाफ बयान दिया है कोर्ट में शपथ पत्र जमा कर इस एनकाउंटर को फर्जी एनकाउंटर बताया है। तभी से पुलिस द्वारा गवाहों को डराया धमकाया जा रहा है जिसकी सूचना राजू ने उन्हें फोन पर दी है। आज शनिवार को राजू किसी काम से उकवा बैंक गया था। उसी दरमियान कुछ पुलिस वालों ने उसका अपहरण कर लिया और उसे अपने साथ लेकर गए। पता नहीं उसे कहां रखा गया है हमे शक है कि उसकी हत्या भी की जा सकती है या फिर उसे किसी झूठे भी मामले में फंसा कर उसका भी एनकाउंटर कर दिया जाएगा या फिर अभी जो भक्कूटोला में एक मुखबिर की हत्या हुई है इस मामले से जोड़कर पुलिस इसे फंसा देगी। हमारी मांग है कि इस पूरे मामले की जांच कराई जाए और दोषियों पर वैधानिक कार्रवाई हो ।
पुलिस खुद चला रही गुंडाराज,लोगों में पुलिस का खौफ है
श्री मुंजारे ने आगे बताया कि नक्सली कमलू का एनकाउंटर पूरी तरह से फर्जी है जहां इस फर्जी एनकाउंटर के प्रत्यक्षदर्शी राजू पिता सुखमन उईके 32 वर्ष ग्राम कुर्रेझोडी निवासी में सहित सोनगुड्डा कोददापार निवासी 55 वर्षीय सोनेलाल पिता बोधेलाल मेरावी और कुर्रेझोडी निवासी 56 वर्षी महरिन बाई पति सुखमन है जिन्होंने कोर्ट में शपथ पत्र पेश कर इस पूरे घटना की सविस्तार जानकारी दी है और इस एनकाउंटर को फर्जी एनकाउंटर बताया है। जज के सामने पुलिस के खिलाफ अपने बयान भी दिए हैं जिसमें पुलिस फस रही है जहां पुलिस वाले अपने आप को बचाने के लिए अब गवाहों को धमकी दे रहे हैं। पुलिस वाले गुंडाराज चल रहे हैं ।जिसके चलते सोनगुड्डा सहित 10- 15 गांव में पुलिस का खौफ है लोग पुलिस से डर रहे हैं ऐसे में पुलिस अधीक्षक को तत्काल यहां से हटना चाहिए क्योंकि जब से यह आए हैं तब से फर्जी वारदातों को बढ़ावा मिल रहा है।
20- 21 गाड़ियां और एंबुलेंस लेकर कोददापार जंगल मे कमलू को लेकर गए थे पुलिसकर्मी
श्री मुंजारे ने आगे बताया कि इस घटना के मुख्य गवाह ग्राम कोददापार निवासी सोनेलाल मेरावी है जिन्होंने अपने शपथ पत्र में बताया कि 29 सितंबर को कोर्रेझोडी से लगभग सुबह 4 बजे ग्राम कोददापार में स्कूल चौक से उनके घर तक एंबुलेंस सहित लगभग 20-21 वहां खड़े थे। जिसमें 60 70 पुलिस वाले आए थे। सुबह वे अपने खेत गए थे खेत के पीछे ही पहाड़ी दादर है एक लड़के के दोनों हाथ पीछे बांधकर पुलिसवाले उसे पहाड़ी के ऊपर ले जा रहे थे। सुबह करीब 6 बजे पहाड़ी के ऊपर चार-पांच फायरिंग की आवाज आई। उसके बाद 8 बजे फायर की आवाज बहुत जोरों से हुई ।जहां कुछ देर बाद पूरा पुलिस बल पहाड़ी से वापस आने लगा तो उसने देखा कि पुलिस वाले लकड़ी का फंदा बनाकर उस लड़के को रखकर बांधकर कंधे में उठाकर लाए हैं और एंबुलेंस में रख दिया ।बाद में मोबाइल के जरिए व्हाट्सएप पर मालूम हुआ कि कमलू नाम के लड़के को पुलिस ने एनकाउंटर बताकर मार दिया। पुलिस के द्वारा एनकाउंटर बताकर कमलू को गोली मारकर हत्या कर दी गई है जहां एनकाउंटर झूठ और फर्जी है और घटना के बाद से गांव में दहशत है।
गवाह को कुछ हुआ तो उसके लिए एसपी कैरेक्टर जिम्मेदार कलेक्टर जिम्मेदार होंगे श्री मुंजारे ने आगे बताया कि राजू यूके को पुलिस ने राजू के का उपवास से पुलिस ने अपहरण कर लिया है जिसकी हत्या किए जाने की आशंका बनी हुई है या फिर उसे फर्जी केस में फसाया जाएगा यदि गवाह राजू के साथ कुछ होता है तो उसका पूरा जिम्मेदार कलेक्टर और एचपी होंगे क्योंकि लगातार उसे बयान बदलने की धमकियां दी जा रही है जब से यहां घटना हुई है तब से 8 से 10 गांव में पुलिस का ख्वाब बना हुआ है लोग पुलिस से डर रहे हैं ऐसे में एक और प्रशासन द्वारा निष्पक्ष निर्भीक होकर मतदान करने की अपील की जा रही है तो वहीं दूसरी ओर लोग पुलिस के खौफ से डर रहे हैं ऐसे में निष्पक्ष चुनाव नहीं हो सकते हमारी मांग है कि सपा और कलेक्टर को यहां से तत्काल हटाया ना चाहिए।
महेश सहारे ने पार्टी बदलकर अच्छा नहीं किया
आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए श्री मुंजारे ने बताया कि कटंगी में आयोजित एक कार्यक्रम में समाजवादी पार्टी जिला अध्यक्ष एवं सपा के कटंगी से उम्मीदवार महेश सहारे ने पार्टी छोड़कर कांग्रेस को अपना समर्थन दे दिया है। वहीं कांग्रेस की सदस्यता भी ली है ऐसी जानकारी लगी है। यदि ऐसा हुआ है तो महेश सहारे ने यह काम अच्छा नहीं किया। क्योंकि समाजवादी पार्टी ने उसे काफी महत्व दिया था। उसे पार्टी का जिला अध्यक्ष बनाया था।पार्टी से कटंगी विधानसभा की टिकट दी थी। फिर भी उसने कांग्रेस को समर्थन दिया। समाजवादी पार्टी से हमारा कोई गठबंधन नहीं है फिर भी महेश सहारे ने यह कार्य ठीक नहीं किया है।