गर्मी का मौसम और पानी की समस्या हर ग्राम में दिखाई दे रही है। जबकि बालाघाट जिले में पानी की आपूर्ति से नदी तालाब पर पर्याप्त पानी है कुृछ ही पानी के स्त्रोत में पानी अनुउपल्बध है। ऐसे में एक ग्राम ऐसा भी है कि जहां पानी की टंकी तो बनी है मगर पानी नल जल योजना से नही आ रहा है। ऐसे में ग्राम के लोग हेडपंप के सहारे ही अपनी प्यास बुझा रहे है। यह ग्राम खैरटोला है जहां मात्रा ७ हेडपंप है जिसमें से ४ हेडपंप ही पानी उगल रहे है। जबकि खैरटोला काफी बड़ा ग्राम है। जिसकी वजह से इस टोले के वासी पानी की समस्या से जूझ रहे है। ऐसे में ग्रामीणों में रोष प्याप्त है।
लंबे समय से बिछ चुकी पाईप लाईन मगर नही मिल रहा पानी -चेतन
इस संबंध में पद्मेश को जानकारी देते हुये चेतन लाल पटले ने बताया कि यह ग्राम पंचायत पाथरी के अंर्तगत आता है। मगर ५ वर्ष पूर्व हमारी ग्राम पंचायत के करीब बनी पानी की टंकी से हमे पानी नही मिल पाता। जिसकी वजह से हम ग्राम के हेडपंप से ही पानी लाकर अपनी प्यास व निस्तारी का कार्य करते है। श्री पटले ने बताया कि हमारे ग्राम में ७ हेडपंप होने के बाद भी कुछ हेडपंप गंदा व खारा पानी उगल रहे है वही कुछ हेडपंप बंद हो चुके है। ग्राम में नल जल योजना का विस्तार हो चुका है मगर इस नल जल योजना का पानी अभी तक हमे नही मिला है। हम बारह मासी हेडपंप के पानी पर ही निर्भर है। हमने अपनी समस्या को सरपंच सहित विभागीय अधिकारियों को सुनाई है मगर सभी ने कोरा आश्वासन दिया है।
हेडपंप के पानी से बुझा रहे प्यास – योगेश
इसी तरह ग्रामीण योगेश चौहान ने पद्मेश को बताया कि हमारे ग्राम में पानी की समस्या काफी विकराल रूप में है। हमारी बहू बेटियॉ प्रतिदिन हेडपंप से पानी भरने आती है। सुबह से ही हेडपंप की आवाज आने लगती है। हम लोग ने कई मर्तबा इस संबंध में सभी को बताया मगर कोई हल नही निकला। श्री चौहान ने बताया कि आज से ५ वर्ष पूर्व से हमारे यहां नल जल योजना की पाईप लाईन के साथ ही हमारे घर में कलेक्शन भी हो चुके है। पाईप लाईन का पाईप हमारे घर में लगा है मगर हमारे द्वार पर पानी नही आया। अब तो जो पानी के लिये मुंडेर बनाई गई थी वो तक क्षतिग्रस्त हो चुकी है। ऐसे में खैरटोला के वासी सिर्फ हेडपंप के पानी पर ही निर्भर है।
खैरटोला जूझ रहा पानी की समस्या से – मानकलाल
वही मानकलाल बडग़े ने पद्मेश को बताया कि हमारा खैरटोला पानी की समस्या से जूझ रहा है। यह इलाका गौरीशंकर बिसेन की विधानसभा अंर्तगत आता है। उन्होने छिंदलई घाट से पूरे अपने विधानसभा क्षेत्र को पानी देने का जो प्रयास किया है वे किन्ही कारणों से फेल होता नजर आ रहा है। हमारी पंचायत के अंर्तगत ४ टोले पड़ते है मगर पाथरी को छोड़कर किसी भी टोले में नल जल योजना का पानी नही मिल रहा है। जिसकी वजह से ग्राम में स्थित हेडपंप के सहारे ही हम अपनी प्यास बुणाने मजबूर है। अधिकारियों को भी बोल दिया गया है। मगर उनका कहना है कि तुम्हारे ग्राम टेल पर है जिसकी वजह से पानी चढ़ नही पा रहा है। ऐसी स्थिति में हम लोग न तो किसी से कुछ कह पाते है और ना ही हमारी समस्या का हल निकल रहा है।
बस्ती के बीचों बीच है हेडपंप
यहां यह बताना लाजमी है कि खैरटोला में जिस हेडपंप के सहारे लोग पानी भर रहे है वो बस्ती के बीचों बीच में होने के कारण ग्रामीणों को लंबी दूरी तय करना पड़ रहा है। ग्रामीण जन सुबह से लेकर भरी गर्मी व दोपहर तक पानी भरते हुये दिखाई देते है। मात्र ग्राम में ४ हेडपंप ही चालू अवस्था में है जिनका जल स्तर भी नीचे चला गया है। ऐसे में विभाग को ग्रामीणों की इस समस्या को तत्काल हल करना चाहिये।
सिर्फ २ ही हेडपंप उगल रहे मीठा पानी
गौर करने वाली बात है कि ग्रामीणों ने सामूहिक तौर पर बताया कि सिफै दो ही हेडपंप का पानी पीने योग्य है। बाकी के हेडपंप से जंगरोधक पानी निकल रहा है। ऐसे में उन्हे बस्ती के बीचों बीच बने हेडपंप से ही पानी लाने मजबूर होना पड़ रहा है। निस्तारी का पानी दूसरे हेड़पंप से लेकर आ रहे है। भरी गर्मी के दौर में हम जो दंश भोग रहे है उस पर किसी का ध्यान नही है।
इनका कहना है –
इस मामले में लोक स्वास्थ यांत्रिकी विभाग के अनुविभागीय अधिकारी शुभम अग्रवाल ने दूरभाष पर पद्मेश को बताया कि उनके संज्ञान में मामला है। हमारे द्वारा रटेगॉव की पाईप लाईन के लिये प्रस्ताव भेजा गया है। इसी प्रस्ताव में खैरटोला व अन्य ग्राम को जोड़ा जाये। यह प्रस्ताव हमने अपने उच्चाधिकारियों को भेज दिया गया है। शीघ्र ही इस प्रस्ताव की स्वीकृति मिल जायेगी।