गर्भवती माता तेंदुआ का शिकार वाले मामले में दो आरोपी गांव से हुए फरार

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बालाघाट (पदमेश न्यूज़)
उत्तर सामान्य वनमंडल के वन परिक्षेत्र बिरसा दमोह में 18 अक्टूबर को विघुत करंट से मादा तेंदुए के किए गए शिकार वाले मामले में मृत मादा तेंदुआ के पोस्टमार्टम में नया खुलासा किया गया है।जिसमे पोस्टमार्टम के दौरान मादा तेंदुआ के गर्भवती होने और उसके पेट में दो बच्चे होने की जानकारी लगी है।वही इस मामले में गिरफ्तार 5 आरोपियों की निशानदेही पर वारदात में लिप्त अन्य 2 आरोपियो का भी पता चला है।जिनकी तलाश में जुटी वन विभाग की टीम जब जांच के लिए गाँव पहुची तो आरोपी गाँव से भागने में कामयाब हो गए।जिनकी तलाश वन अमले द्वारा शुरू कर दी गई है।

विघुत करंट से गर्भवती मादा तेंदुआ की मौत होने पर झाड़ियों में छिपाया गया था शव
आपको बताए कि आदिवासी क्षेत्र बिरसा में जंगली सुकर का शिकार करने की मंशा से स्थानीय ग्रामीणों ने खूंटी से जीआई तार बांधा था। जिसमें आरोपियो ने विद्युत सप्लाई लाईन से करेंट को जोड़ दिया था।ताकी, तार में फैल रहे करेंट की चपेट में आने से जंगली सुकर की मौत हो जाए, लेकिन दुर्भाग्यवश, बिजली करेंट वाले तार की चपेट में मादा तेंदुआ आ गई। जिससे घटनास्थल पर ही मौत हो गई। जिसके बाद आरोपियों ने तेदुए की मौत छिपाने की मंशा से शव को झाड़ियो में छिपा दिया था। 18 अक्टूबर को जब गश्ती टीम और अधिकारी, जंगल में गश्त कर रहे थे, इस दौरान ही उन्होंने मृत मादा तेंदुए को देखा।जिसकी जानकारी, बिरसा परिक्षेत्र की टीम ने जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दी।

फरार 02 आरोपियो का अब तक नही लगा सुराग
उधर घटना के बाद मामले को गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन और मार्गदर्शन में परिक्षेत्र अधिकारी सौरभसिंह शरणागत की टीम ने परिक्षेत्र बिरसा-दमोह के बीट भूतना भाग-1 के कक्ष क्रमांक 1688 में तेंदुए का करेंट लगाकर किए गए शिकार मामले में पांच आरोपियों नाकाटोला निवासी 30 वर्षीय बुधराम पिता प्रताप सिंह , 32 वर्षीय राकेश पिता सोमल गोंड, 36 वर्षीय रमेश पिता हरेसिंह गोंड, 38 वर्षीय इतवारी पिता रामा गोंड और 42 वर्षीय बलूम पिता संतुसिंह गोंड को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो आरोपियों ने स्वीकार किया कि उन्होंने जंगली सुकर के शिकार के लिए करेंट बिछाया था। जिसमें वन्यप्राणी मादा तेंदुए के चपेट में आने से उसकी मौत हो गई। जहां गिरफ्तार सभी पांच आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया था। तो वही इस मामले में आरोपियों की निशानदेही पर 02 अन्य आरोपियों की तलाश वन विभाग द्वारा की जा रही है। बताया जा रहा है कि इस मामले में फरार चल रहे दोनों आरोपियों का अब तक कोई सुराग नहीं लग पाया है।

तेंदुआ और बंदर की मौत वाले मामले में भी वन विभाग के हाथ खाली
एक ओर विद्युत करंट की चपेट में आने से गर्भवती माता तेंदुआ की मौत वाले मामले में वन विभाग की टीम अब तक सभी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है तो वहीं दूसरी ओर 18 अक्टूबर की देररात रात बालाघाट-नैनपुर मार्ग पर तेज रफ्तार वाहन की टक्कर से वन्यप्राणी तेंदुए और बंदर की मौत वाले मामले में भी अब तक वन परिक्षेत्र अधिकारियों के हाथ खाली है। जबकि घटना के त्वरित बाद विभाग को इसकी सूचना मिल गई थी।

जल्द गिरफ्तार किए जाएंगे सभी आरोपी- शरणागत
इस पूरे मामले को लेकर दूरभाष पर की गई चर्चा के दौरान वन परिक्षेत्र अधिकारी सौरभसिंह शरणागत ने बताया कि मादा गर्भवती तेंदुए के बिजली करेंट से शिकार मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया था।जहां से आरोपियों को न्यायालय ने जेल भिजवा दिया है। उन्होने बताया कि इस मामले में और 2 आरोपियों की संलिप्तिता का पता लगाया जा रहा है, दो और संदेही, विभाग की जानकारी में है, लेकिन अभी वह गांव में नहीं है। मामले की अभी जांच की जा रही है। इसके अलावा वाहन की ठोस से समनापुर मार्ग पर हुई घटना के आरोपियों का पता नहीं लग पाया है। जहां फरार सभी आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

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