वारासिवनी(पद्मेश न्यूज)। वारासिवनी जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत गर्राटोला से झाडगांव होते हुए बिटोड़ी पहुंच मार्ग की स्थिति जर्जर हो गई है। जहां पर आवागमन कर रहे लोगों को अनेक प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। तो वहीं दुर्घटना की भी संभावना बनी हुई है यह मार्ग रामपायली से डोंगरमाली जाने के लिए समीप का मार्ग है जहां से रोजाना वाहन एवं ग्रामीण जन यात्रा करते हैं। मार्ग में बड़े.बड़े गड्ढे हो गए हैं रात्रि में प्रकाश की व्यवस्था नहीं है तो वहीं साइड शोल्डर भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त है जो लोगों के लिए समस्या बने हुए हैं। जिसको देखते हुए राहगीरों के द्वारा विभाग से मार्ग में मरम्मत करने या नवीन मार्ग का निर्माण करने की मांग की जा रही है ताकि सुरक्षित रूप से सभी लोग आवागमन कर सके।
इस मार्ग से चलने वाले राहगीरों के साथ आये दिन हो रही दुर्घटनायें
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत गर्रा के गर्रा टोला से एक मार्ग झाडग़ांव होते हुए सीधा बिटोड़ी निकलता है। जिसकी दूरी करीब ५ किलोमीटर है जहां से रामपायली क्षेत्र के लोग या वारासिवनी के लोग कम दूरी का मार्ग होने के साथ ही समीप का मार्ग होने के कारण सर्वाधिक उपयोग किया जाता है। जहां से लोग डोंगरमाली या महाराष्ट्र जाने के लिए वहां से वापस होने के लिए इस मार्ग का उपयोग करते हैं। जिसमें जगह.जगह छोटे.बड़े गड्ढे बन गए हैं तो वहीं डामर की परत भी उखडऩे लगी है। जिसका पूर्व में आधा अधूरा मरम्मती कार्य किया गया था परंतु वह पहली बरसात में ही उखड़ गया है मार्ग के किनारे साइड शोल्डर भी उखडऩे लगे हैं। जहां मोटरसाइकिल को मार्ग से नीचे उतरकर ऊपर चढऩे में समस्या आ रही है, यह एक सकरा मार्ग है जिस पर से बस ट्रक ट्रैक्टर जैसे सभी प्रकार के वाहन आना.जाना करते हैं। मार्ग पर दो वाहन क्रॉस नहीं हो पाते हैं ऐसी स्थिति में किसी भी भारी वाहन के आने पर मोटरसाइकिल चालक को सडक़ से नीचे उतरना पड़ता है। आसमान में सूर्य देवता की उपस्थिति में लोग सुरक्षित आवागमन कर लेते हैं परंतु रात्रि में मार्ग पर किसी प्रकार की प्रकाश व्यवस्था नही होने से और मार्ग का अनुभव नही होने से लोगों को काफ ी समस्या होती है। कई बार लोग दुर्घटना ग्रस्त भी हो जाते हैं और उन्हें चोटिल भी होना पड़ता है यह मार्ग कि पहले मरम्मत की गई थी। परंतु वह एक बारिश में ही उखड़ गई जहां पर डामर की परत उखड़ रही है। आगे फि र बारिश का मौसम आने वाला है ऐसे में गड्डों में भरा पानी लोगों के कपड़े खराब करता है वाहन भी अनियंत्रित हो जाते है। इस प्रकार की समस्याओं को देखते हुए ग्रामीणों एवं राहगीरों के द्वारा मार्ग की मरम्मत करने की मांग की जा रही है। ताकि लोगों का सुरक्षित आवागमन हो सके यह सडक़ का निर्माण बीते कुछ वर्ष पूर्व किया गया था जहां पर मरम्मत जो की गई थी वह केवल लीपा पोती ग्रामीणों के द्वारा बताई जा रही है। जिनके द्वारा इस बार मरम्मत कार्य व्यवस्थित रूप से मशीनों के माध्यम से करवाने की मांग है । अन्यथा नवीन मार्ग बनाए जाने की उम्मीद कर रहे हैं ताकि वर्तमान जैसी समस्या का उन्हें दोबारा सामना नही करना पड़े।
मार्ग की जर्जर हालत से सभी लोग परेशान है- नंदकिशोर बंसोड़
नंदकिशोर बंसोड़ ने बताया कि वह व्यापार करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में भ्रमण करते हैं। यह मार्ग पर उनका प्रतिदिन आना जाना लगा रहता है मार्ग के प्रारंभ से अंत तक छोटे.बड़े गड्ढे हो गए हैं। सडक़ किनारे भी गड्ढे बने हुए हैं साइड शोल्डर की बहुत बुरी हालत है आने.जाने में कई प्रकार की समस्याएं होती है। दुर्घटना भी होने की संभावना बनी रहती है कई लोग दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं मार्ग पर मरम्मत की गई थी कहा जाता है परंतु ऐसा लगता नहीं की सही तरीके से मरम्मत की गई होगी। यदि अच्छे से मरम्मत होती तो वर्तमान जैसी स्थिति उत्पन्न नहीं हो पाती यहां से सभी वाहन आना.जाना करते हैं सडक़ से नीचे उतरना बहुत ज्यादा समस्या है। साइड सोल्डर में गड्ढे है और सडक़ की साइड शोल्डर टूट गई है जहां से मोटरसाइकिल ऊपर लाने में स्लिप होती है। हम यही चाहते हैं कि मार्ग की मरम्मत हो जाए लोगों को दुर्घटनाग्रस्त ना होना पड़े।
विभाग ने नही किया इस मार्ग का मेंटेंनेस कार्य इसलिये जर्जर हालत में है-तीरथ प्रसाद लिल्हारे
तीरथ प्रसाद लिल्हारे ने बताया कि यह जो सडक़ है वह डोंगरमाली से वारासिवनी ,झाडगांव ,थानेगांव होते हुए निकलती है तो वहीं गर्रा टोला से रामपायली के लिए भी एक मार्ग निकला हुआ है। इस प्रकार दोनों तरफ के लोग इस मार्ग से आना जाना करते हैं यह मार्ग गर्रा टोला से बिटोड़ी तक जर्जर हो गया है। बहुत ज्यादा छोटे.बड़े गड्ढे हो गए हैं सकरा रोड़ है साइड शोल्डर भी खराब हो गए है। इस सडक़ का निर्माण ६ वर्ष पहले हुआ था उसके बाद इस पर किसी के द्वारा ध्यान नहीं दिया गया। बीच में इसका मेंटेनेंस भी किया गया था परंतु वह पूरा उखड़ गया जरूरत के अनुसार सडक़ का मेंटेनेंस कार्य नहीं किया गया है। गढ़ों में पानी भर जाता है रात्रि में चलने वाले लोगों को गड्ढे समझ नहीं आते हैं सडक़ के दोनों तरफ भी गड्ढे हैं। सुबह और रात २४ घंटे यह मार्ग चलते रहता है लोग अपने साधन से आना.जाना करते है। बेहतर तरीके से इसका मेंटेनेंस कार्य किया जाना चाहिए क्षेत्र के लोगों को ही सुविधा होगी।