गोंडवाना स्टूडेंट यूनियन में मनाया शहादत दिवस

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सैकड़ों स्वतंत्रता सेनानियों के सालों के संघर्ष और बलिदान के बाद आज हम स्वतंत्र हैं. देश की आजादी के लिए अपनी जान निछावर करने वालों में एक नाम छत्तीसगढ़ के शहीद वीर नारायण सिंह का भी आता है. वीर नारायण सिंह ने अंग्रेजों से आजादी के लिए लड़ाई लड़ी थी. उन्होंने जमींदारों से अनाज लूटकर गरीबों में बंटवा दिया था। वही 500 आदिवासियों की फौज बना कर अंग्रेजों की सेना से भिड़ गए थे। उन्ही वीर शहीद नारायण सिंह का आज बलिदान दिवस है। जहां 10 दिसंबर को देश के समस्त आदिवासी व सामाजिक बंधुओं द्वारा इस दिन को बलिदान दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसके अलावा प्रतिवर्ष देश व पूरी दुनिया में 10 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार दिवस के रूप में भी मनाया जाता है और इसी 10 दिसंबर को गोंडवाना स्टूडेंट यूनियन की स्थापना की गई थी। जिसके चलते इस ऐतिहासिक दिन को यादगार बनाने के लिए शनिवार को गोंडवाना स्टूडेंट यूनियन द्वारा नगर में एक रैली निकालकर जगह जगह वीर नारायण शाह के बलिदान को याद किया गया। इस दौरान नगर के रानी दुर्गावती चौक से सामाजिक बंधुओं ने एक रैली निकाली, नगर के विभिन्न मार्गो का भ्रमण करते हुए वापस रानी दुर्गावती चौक पहुंची जहां रैली का समापन कर उद्बोधन कार्यक्रमों के आयोजन किए गए ,जो देर शाम तक चलते रहे। बलिदान दिवस पर निकाली गई यह रैली पहले आंबेडकर चौक पहुंची, जहां रैली में शामिल पदाधिकारियों ने डॉ भीमराव आंबेडकर प्रतिमा पर माल्यार्पण किया वही सामाजिक बंधुओं ने एक-दूसरे का हाथ थाम कर पारंपरिक नृत्य की प्रस्तुति दी। इस दौरान युवक-युवती व अन्य सामाजिक बंधु कतार बध होकर सामाजिक गानो पर झूमते नाचते नजर आए। जहां उन्होंने आदिवासी परंपरा संस्कृति आदि की छाप छोड़ी, तो वही पारंपरिक नृत्य के बाद यह रैली काली पुतली चौक होते हुए बस स्टैंड रानी दुर्गावती चौक पहुंची जहां स्थित प्रतिमा पर माल्यार्पण कर जिला जिला अस्पताल होते हुए रैली बिरसा मुंडा चौक पहुंची माल्यार्पण के पश्चात यह रैली सीधे कार्यक्रम स्थल रानी अवंती बाई चौक पहुंची जहां रैली का समापन कर उदभोदन कार्यक्रम आयोजित किए गए। आयोजित कार्यक्रमों के दौरान विभिन्न वक्ताओं ने अंतरराष्ट्रीय मानव अधिकार दिवस ,वीर नारायण सिंह शहादत दिवस और गोंडवाना स्टूडेंट यूनियन की स्थापना दिवस पर अपने अपने विचार व्यक्त किए जहां उद्बोधन के बाद आयोजित कार्यक्रम का समापन किया गया।

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