भादों मास की अष्टमी पर हिन्दू धर्मलंबियों द्वारा भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव हर्षोल्लास के साथ भक्तिमय माहौल में मनाया गया। जहाँ श्रद्धालुओं ने घर-घर ना सिर्फ लड्डू गोपाल भगवान श्री कृष्ण की प्रतिमा स्थापित कर विधि-विधान से पूजा अर्चना की। बल्कि श्री कृष्ण के जयघोष व भजन कीर्तन कर रतजगा किया गया। जन्माष्टी यह पर्व का पर्व जिलेभर में धूमधाम से मनाया गया। वही जगह जगह संस्कृति, धार्मिक और मटकी फोड़ कार्यक्रमो के आयोजन कर भगवान श्री कृष्ण की विधि विधान से पूजा अर्चना कर प्रतिमाओ का जलाशयों में विसर्जन किया गया. जहाँ जिले भर में श्री कृष्ण जन्माष्टमी का यह उत्स्व गुरुवार देर शाम तक देखा गया.
कृष्ण मंदिर में जन्माष्टमी की रही धूम
वही कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर नगर के वार्ड नंबर 16 स्थित जिले के एकमात्र कृष्ण मंदिर में प्रतिवर्ष के अनुसार इस वर्ष भी विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन किए गए. जहां वर्ष 1921 से चली आ रही परंपरा के अनुसार भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।जिसके तहत विभिन्न कार्यक्रमों केआयोजन संपन्न कराए गए.जहा भगवान श्री कृष्ण की आरती, पंचामृत से अभिषेक, बड़े भगवान, छोटे भगवान और लड्डू गोपाल का श्रृंगार, वैदिक मंत्रोच्चारण, गोपाल सहस्त्रनाम, भगवान गणेश जी का अर्थ अभिषेक, किया गया तो वही रात्रि 8.30 बजे तक भक्तों के लिए भगवान के दर्शन,जिसके तुरंत बाद पुनः भगवान का श्रृंगार,वही रात्रि में भजन मंडली द्वारा सुंदर पाठ का आयोजन किया गया, जिसके तुरंत बाद रात्रि 10 बजे से 12 बजे तक भजन कीर्तन, हनुमान चालीसा, श्री कृष्ण भजनो की संगीतमय प्रस्तुति दी गई तो वही रात्रि 12बजे महा आरती के साथ भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया गया, भजन कीर्तन और प्रसाद वितरण का कार्यक्रम के बाद मंदिर के सामने बंधी मटकी को जय जवान जय किसान टोली द्वारा तोड़ा गया।
गोविंदाओं की टोली ने पिरामिड बनाकर तोड़ी मटकी
कृष्ण जन्मष्टमीं के अवसर पर गुरुवार को नगर में गोविंदाओं की टोली ने विभिन्न स्थानों पर बांधी गई मटकी को फोड़कर जन्मोत्सव के इस त्योहार को हर्षोल्लास के साथ मनाया। नगर में जय जवान जय किसान सेवा समिति के तत्वावधान में गोंविंदाओं ने “शोर मच गया शोर देखो आया माखन चोर” और “गोंविदा आला रे आ,,,ला जरा मटकी संभाल ब्रजबाला” सहित अन्य भगवान कृष्ण के मनमोहक गानों की धुन पर पिरामिड बनाकर मटकी को फोड़ा है।जय जवान जय किसान सेवा समिति ने नगर में मटकी फोड़ आयोजन की शुरुआत की ।जहा सर्वप्रथम नगर ही नही बल्कि सम्पूर्ण जिले में नगर के वार्ड नंबर 16 स्थित कृष्ण मंदिर में जन्माष्टमी मनाकर रात 12 बजे के बाद मटकी तोड़ने की शुरूवात की गई।इसके बाद गुरुवार की सुबहा से ही नगर सहित सम्पूर्ण जिले में जगह जगह मटकी फोड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।जहां गोविंदाओ की विभिन्न टोलियों ने जगह जग़ह मटकी तोड़ी।नगर में गुरुवार को मटकी तोड़ने की शुरुवात जय हिंद टॉकीज परिसर में बांधी मटकी से की. जहाँ लोग भी गोविंदाओं को मटकी फोड़ने से रोकने के लिए तैयार थे जिन्होंने रंग,पानी समेत अन्य माध्यमों से गोविंदाओं पर बोछार कर गोविंदाओं को रोकने का प्रयास किया लेकिन भगवान कृष्ण की भक्ति में मस्त गोविंदाओं ने पिरामिड बनाकर तोड़ी मटकी, जहाँ मटकी तोड़ते ही सभी पुन :जश्न में डूब गए.
जगह जगह निभाई गईं मटकी फोड़ परंपरा
जय जवान जय किसान सेवा समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि जिले में समिति के गोविंदाओं द्वारा करीब 35 वर्षो से भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव के अवसर पर मटकी फोड़ने की परंपरा का निर्वहन किया जा रहा है और इसी परंपरा को निभाते हुए आज नगर के नावेल्टी हाउस रोड, असाटी रोड, सराफा बाजार चौक, हनुमान चौक, हनुमान चौक से लेकर आंबेडकर चौक, आंबेडकर चौक से लेकर काली पुतली, नगर पालिका परिसर, काली पुतली चौक से लेकर महावीर चौक के अलावा अन्य स्थानों पर बांधी गई मटकी को फोड़ा है।इस दौरान पुलिस सुरक्षा बल भी तैनात रहा है।
घर घर विधि-विधान से की पूजा-अर्चना
उधर भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव पर लोगों ने घरों में विराजित की भगवान कृष्ण प्रतिमाओं की पूर्ण विधिविधान के साथ पूजा अर्चना की,वही घर घर धार्मिक अनुष्ठान कर भजन कीर्तन के साथ जगराता किया गया.जिसके अगले दिन स्थानीय देवी तालाब, मोती तालाब, बुढ़ी तालाब सहित अन्य जलाशय स्थानों में प्रतिमा काे लेकर गए जहाँ पहुंचकर विधि-विधान से पूजा-अर्चना की है और अगले वर्ष भगवान कृष्ण के जल्द ही आने के साथ ही घर-परिवार के साथ ही पूरे जिले में सुख-शांति व समृद्धी की कामनाओ के साथ प्रतिमाओ का विसर्जन किया गया.
सुरक्षा व्यवस्था के दिखे पुख्ता इन्तेजाम
कृष्ण जन्माष्टमी पर आयोजित मटकी फोड़ प्रतिमाओं के विसर्जन सहित अन्य कार्यक्रमों को लेकर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम देखने को मिले जहां प्रत्येक आयोजन पर जगह-जगह पुलिस पुलिस बल तैनात नजर आया बताया जा रहा है कि नगर में करीब 70 स्थानो पर मटकी फोड़ का भव्य आयोजन किया गया था।