पुलिस ने बस्ती वाले इलाकों में घरेलू हिंसा को रोकने के लिए अपनी कार्ययोजना तैयार की है। योजना के तहत पुलिस का शक्ति दल घरेलू हिंसा रोकने में मदद करेगा। शक्ति दल शराब पीकर पत्नी के साथ मारपीट करने वालों और हंगामा करने वालों पर कार्रवाई करेगी। पुलिस ने ऐसी 100 से ज्यादा बस्तियों को चिन्हित किया है। इन स्थानों पर पुलिस चेकिंग प्वाइंट बनाएगी। इसके अलावा पुलिस ने चारों जोन में महिलाओं के शक्ति दलों का गठन कर दिया है। बता दें कि मुख्यमंत्री के शराब या नशीले सैनिटाइजर और बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश के बाद पुलिस एक्शन मोड में आ गई है। जानकारी के मुताबिक शक्ति दल में शामिल महिलाएं संबंधित थाना पुलिस की टीम को बताएंगी कि उनके मोहल्ले के कौन-कौन से पुरुष शाम और रात के वक्त शराब के नशे में धुत होकर लौटते हैं और घर पर महिलाओं एवं बच्चों से मारपीट करते हैं। पुलिस की मौजूदगी में बस्ती में प्रवेश करने से पहले ही इन पुरुषों को नशा उतरने तक मौके पर ही निगरानी में बैठे रहने की सजा दी जाएगी। पुलिस का प्रयास है कि बस्ती वाले इलाकों में घरेलू हिंसा करने वाले नशा खोर पुरुषों की आदत में सुधार किया जाए एवं इनके मन में कानून का भय पैदा किया जाए। शाहपुरा थाना के 11 नंबर मल्टी से पुलिस ने ‘शक्ति दल’ की शुरुआत की है। यहां 500 से ज्यादा मल्टीस्टोरी फ्लैट में रहने वाले सैकड़ों पुरुषों की थाना हाजिरी करवाई जा रही है। इनमें ऐसे पुरुषों की पहचान की जा रही है, जिनके खिलाफ उनकी पत्नियों एवं घरेलू महिलाओं ने शराब के नशे में हिंसा करने की रिपोर्ट थाने में पिछले दो साल के दौरान दर्ज करवाई थी। 11 नंबर मल्टी के पास पुलिस की स्थापित चौकी का निर्माण किया जा रहा है। यहां प्रतिदिन शाम को नशे के खिलाफ महिलाओं के साथ मिलकर कार्रवाई शुरू की जाएगी। इस बारे में भोपाल के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त, सचिन अतुलकर का कहना है कि शराब पीकर हिंसा करने पर निगरानी रखी जा रही है। उसे रोकने के लिए शक्ति दलों का गठन किया जा रहा है। शराब पीकर निकलने वाले लोगों को रोका जाएगा। इसके अलावा नशा उतरने तक उनको एक स्थान पर रोका जाएगा। थाने में हाजिरी भी लगवाई जाएगी।