गाबा: टीम इंडिया को मौजूदा ऑस्ट्रेलिया दौरे पर एडिलेड में पहले टेस्ट के बाद नियमित कप्तान विराट कोहली की सेवाएं नहीं मिल सकी। 32 साल के कोहली पैतृक अवकाश लेकर घर लौटे। हालांकि, एडिलेड में ही तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी चोटिल हो गए और शेष दौरे से बाहर हुए। इसके बाद उमेश यादव दूसरे टेस्ट में चोटिल होकर बाहर हुए जबकि केएल राहुल तीसरे टेस्ट से पहले कलाई में चोट लगने के कारण दौरे से बाहर हो गए।
चौथे टेस्ट में टीम इंडिया को रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा, हनुमा विहारी और जसप्रीत बुमराह की सेवाएं नहीं मिल सकी क्योंकि चारों खिलाड़ी तीसरे टेस्ट में चोटिल हुए थे। यही वजह रही कि अजिंक्य रहाणे के नेतृत्व वाली भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे व अंतिम टेस्ट में अपनी प्लेइंग इलेवन में ढेरो बदलाव करने पड़े।
भारत और ऑस्ट्रेलिया मौजूदा चार मैचों की सीरीज में इस समय 1-1 की बराबरी पर हैं। मेहमान टीम ने चौथे व अंतिम टेस्ट में दो खिलाड़ियों को टेस्ट डेब्यू का मौका दिया। तेज गेंदबाज टी नटराजन और ऑफ स्पिनर वॉशिंगटन सुंदर ने भारत की तरफ से टेस्ट डेब्यू किया।
आखिरी टेस्ट में भारत की प्लेइंग इलेवन इस प्रकार है
रोहित शर्मा, शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे (कप्तान), मयंक अग्रवाल, रिषभ पंत (विकेटकीपर), वॉशिंगटन सुंदर, शार्दुल ठाकुर, नवदीप सैनी, मोहम्मद सिराज, टी नटराजन।
टीम इंडिया ने मौजूदा बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2020-21 में अब तक 20 खिलाड़ियों का इस्तेमाल कर लिया है। 1961/62 से भारत ने एक सीरीज में सबसे ज्यादा खिलाड़ियों का उपयोग किया। अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा के अलावा कोई अन्य खिलाड़ी सभी चारों टेस्ट में खेलते हुए नजर नहीं आया।