बालाघाट की पहचान और इतिहास की धरोहर के रूप में पहचाने जाने वाला ब्रिटिश कालीन 100 साल से भी अधिक पुराना गर्रा स्थित वैनगंगा नदी पर बना छोटा पुल आज जर्जर स्थिति में पहुंच चुका है जल्द इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो यह इतिहास के पन्नों में गुम हो जाएगा।
पद्मेश न्यूज़ से चर्चा के दौरान स्थानीय जनों ने छोटी पुल की मरम्मत की मांग करते हुए ऐसे बालाघाट की पहचान बताया और जल्द से जल्द पुल मरम्मत की मांग की। यही नहीं इसके साथ यह चिंता भी जाहिर की कि पुल कि इसी तरह अनदेखी होती रही तो वह दिन दूर नहीं जब यह पुल इतिहास के पन्नों में गुम हो जाएगा।
वैसे तो छोटा पुल बीते कई वर्षो से इसी स्थिति में पड़ा हुआ है। लेकिन समय-समय पर जिम्मेदारों द्वारा ध्यान दिए जाने की वजह से वह सुरक्षित है। लेकिन स्थानीय जनों की बातों पर ध्यान दिया जाए तो पुल पर महीनों से इसी तरह मिट्टी पड़ी हुई है, कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। आपको बता दें कि बीते दिनों के दौरान ही जब जब बड़े पुल पर जाम लगा, छोटे पुल से लोगों ने आवागमन किया। हालांकि बरसो पुराने जर्जर पुल से आवागमन करना किसी खतरे से खाली नहीं है। बावजूद इसके लोग इसे पैदल चलने के लायक बनाने की मांग कर रहे हैं।